
#डालटनगंज #सांस्कृतिक_कार्यक्रम : वरदान चैरिटेबल ट्रस्ट के आयोजन में सड़क सुरक्षा, बालिका शिक्षा और सामाजिक कुरीतियों पर बच्चों की रचनात्मक अभिव्यक्ति ने मोहा मन।
- कोयल रिवर फ्रंट, डालटनगंज में आयोजित हुआ पेंटिंग और रंगोली प्रतियोगिता।
- वरदान चैरिटेबल ट्रस्ट की पहल पर विभिन्न स्कूलों के सैकड़ों बच्चों की सहभागिता।
- पेंटिंग विषय रहे सड़क सुरक्षा, बालिका शिक्षा और भ्रूण हत्या।
- रंगोली में झारखंड के पर्व-त्योहार और सड़क सुरक्षा को उकेरा गया।
- मुख्य अतिथि पूर्व विधानसभा अध्यक्ष इंदर सिंह नामधारी और ट्रैफिक प्रभारी सत्येंद्र कुमार दूबे रहे उपस्थित।
- विजेताओं को मोमेंटो और प्रमाण पत्र देकर किया गया सम्मानित।
कोयल नदी का तट पलामूवासियों के लिए सिर्फ एक प्राकृतिक सौंदर्य स्थल नहीं, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों का केंद्र बनता जा रहा है। इसी क्रम में रविवार को वरदान चैरिटेबल ट्रस्ट, डालटनगंज के तत्वावधान में कोयल रिवर फ्रंट पर पेंटिंग और रंगोली प्रतियोगिता का भव्य आयोजन किया गया। इस आयोजन में शहर और आसपास के विभिन्न विद्यालयों से आए सैकड़ों बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और रंगों के माध्यम से समाज को जागरूक करने का संदेश दिया।
सामाजिक विषयों पर केंद्रित रही पेंटिंग प्रतियोगिता
पेंटिंग प्रतियोगिता के लिए तीन अत्यंत महत्वपूर्ण और संवेदनशील विषय निर्धारित किए गए थे—सड़क सुरक्षा, बालिका शिक्षा और भ्रूण हत्या। बच्चों ने अपनी कल्पनाशक्ति और कला के जरिए इन विषयों को बेहद प्रभावशाली ढंग से कैनवास पर उतारा।
किसी चित्र में हेलमेट और सीट बेल्ट का महत्व दर्शाया गया, तो कहीं ट्रैफिक नियमों की अनदेखी से होने वाले हादसों की पीड़ा दिखाई दी। बालिका शिक्षा पर बनी पेंटिंग्स में बेटियों को पढ़ते, आगे बढ़ते और समाज का भविष्य संवारते हुए दिखाया गया। वहीं भ्रूण हत्या जैसे सामाजिक अभिशाप को बच्चों ने संवेदनशीलता के साथ चित्रित कर उपस्थित लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया।
झारखंडी संस्कृति और सुरक्षा का संगम बनी रंगोली
रंगोली प्रतियोगिता में विषय रहे झारखंड के पर्व-त्योहार और सड़क सुरक्षा। बच्चों ने रंग-बिरंगे रंगों से सरहुल, करम, सोहराय जैसे लोक पर्वों को खूबसूरती से उकेरा। साथ ही सड़क सुरक्षा को लेकर बनाए गए प्रतीकों और संदेशों ने यह साबित किया कि नई पीढ़ी सामाजिक जिम्मेदारियों को समझ रही है। कोयल रिवर फ्रंट का पूरा परिसर रंगोली और पेंटिंग से जीवंत नजर आया।
अतिथियों की उपस्थिति से बढ़ा आयोजन का मान
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष इंदर सिंह नामधारी और ट्रैफिक प्रभारी सत्येंद्र कुमार दूबे उपस्थित रहे। दोनों अतिथियों ने बच्चों की रचनात्मकता की सराहना की और विजेताओं को मोमेंटो व प्रमाण पत्र देकर उनका उत्साह बढ़ाया।
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष इंदर सिंह नामधारी ने कहा:
“वरदान चैरिटेबल ट्रस्ट का यह आयोजन बेहद सफल और सराहनीय है। ऐसे कार्यक्रम होते रहना चाहिए, इससे बच्चों की प्रतिभा निखरती है और समाज को सकारात्मक दिशा मिलती है।”

निर्णायकों की अहम भूमिका
पेंटिंग प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में सेक्रेड हार्ट स्कूल की शिक्षिका सुमिता घोष और पेंटिंग कलाकार आरूषि गुप्ता शामिल रहीं।
रंगोली प्रतियोगिता का मूल्यांकन पलामू के मशहूर फोटोग्राफर और म्यूजिक एवं पेंटिंग प्रशिक्षक राजेश कुमार तथा कुमारेश बीएड कॉलेज की आर्ट टीचर वंदना श्रीवास्तव ने किया। निर्णायकों ने रचनात्मकता, विषय की स्पष्टता और प्रस्तुति के आधार पर परिणाम घोषित किए।

इन विद्यालयों के बच्चों ने लिया हिस्सा
इस आयोजन में संत मरियम किड्स स्कूल चैनपुर, ज्ञान मंदिर स्कूल बायपास रोड, ग्रीन वैली स्कूल, गिरिवर स्कूल, हेरिटेज इंटरनेशनल स्कूल और संत जेवियर स्कूल के बच्चों ने मुख्य रूप से भाग लिया। विभिन्न स्कूलों के बच्चों की सहभागिता ने कार्यक्रम को और भी रंगीन और प्रतिस्पर्धात्मक बना दिया।
विजेताओं की सूची
ग्रुप ए में
- प्रथम स्थान: महिमा कुमारी
- द्वितीय स्थान: माही शर्मा, ज्ञान मंदिर स्कूल
- तृतीय स्थान: अक्षित प्रकाश, सेक्रेड हार्ट स्कूल
ग्रुप बी में
- प्रथम स्थान: शांभवी, ब्राइट लैंड स्कूल
- द्वितीय स्थान: आयुष चौधरी, ग्रीन वैली स्कूल
- तृतीय स्थान: रिया कुमारी, ज्ञान मंदिर स्कूल
ग्रुप सी में
- प्रथम स्थान: खुशी तिवारी, ज्ञान मंदिर स्कूल
- द्वितीय स्थान: लक्ष्मी गुप्ता, गिरिवर स्कूल
रंगोली प्रतियोगिता में
- प्रथम स्थान: ज्ञान मंदिर स्कूल
- द्वितीय स्थान: राजलक्ष्मी शुक्ला, रांची
- तृतीय स्थान: शबरीन ग्रुप और बिंदास ग्रुप, गिरिवर स्कूल (संयुक्त)



आयोजन को सफल बनाने में टीम वरदान की भूमिका
टीम वरदान से विवेक वर्मा और मन्नत सिंह बग्गा ने परिणाम तैयार करने से लेकर घोषणा तक की पूरी जिम्मेदारी निभाई। एडवोकेट सुभाष विश्वकर्मा का भी सराहनीय योगदान रहा। इसके अलावा कंचन गुप्ता, डॉ अमितू सिंह, शर्मिला वर्मा, खुशबू शर्मा, प्रीति राज, मंजू चंद्रा और नेहा सिंह की सक्रिय उपस्थिति ने आयोजन को सफल बनाया।

न्यूज़ देखो: जब कला बनी समाज को जागरूक करने का माध्यम
कोयल रिवर फ्रंट पर हुआ यह आयोजन दिखाता है कि कला और रचनात्मकता के जरिए सामाजिक मुद्दों को कितनी प्रभावी तरह से सामने रखा जा सकता है। बच्चों की भागीदारी यह संकेत देती है कि भविष्य की पीढ़ी न केवल प्रतिभाशाली है, बल्कि सामाजिक रूप से भी सजग है। ऐसे आयोजनों को प्रशासन और समाज दोनों का समर्थन मिलना चाहिए। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
रंगों से बदले सोच, बच्चों की आवाज बने बदलाव की लकीर
आज जरूरत है कि हम बच्चों की इस सकारात्मक सोच को प्रोत्साहित करें। कला, शिक्षा और जागरूकता के ऐसे मंच समाज को नई दिशा देते हैं।
आप भी ऐसे आयोजनों का समर्थन करें, बच्चों की प्रतिभा को पहचानें और सामाजिक संदेशों को आगे बढ़ाएं।
इस खबर पर अपनी राय जरूर साझा करें, इसे अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाएं और जागरूक समाज के निर्माण में भागीदार बनें।




