
#गढ़वा #विद्यालयी_परिवहन : मोटरयान निरीक्षक ने BSKD, NPS और Oxford स्कूलों की बसों का औचक निरीक्षण कर सुरक्षा मानकों की पालना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
- मोटरयान निरीक्षक मनीष कुमार ने गढ़वा जिले के तीन प्रमुख स्कूलों की बसों का निरीक्षण किया।
- निरीक्षण में वाहनों के पंजीकरण, फिटनेस, परमिट, बीमा, मेडिकल किट और फायर इंस्टींग्विशर की जांच की गई।
- सभी स्कूल बसों में GPS ट्रैकर की अनिवार्यता लागू करने और सीट क्षमता के अनुसार संचालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।
- बस चालकों और खलासियों की पृष्ठभूमि जाँच कराने तथा चरित्र प्रमाण पत्र जमा कराने का आदेश दिया गया।
- अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी नीरज कुमार ने वाहनों की गति सीमा नियंत्रण में रखने और अधिक बच्चों को न बैठाने की चेतावनी दी।
- सभी बसों और विद्यालयों में 112 आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर प्रदर्शित करने का निर्देश जारी किया गया।
गढ़वा जिले में स्कूली बच्चों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए जिला परिवहन पदाधिकारी के निर्देश पर मोटरयान निरीक्षक मनीष कुमार ने आज BSKD Public School, NPS Public School और Oxford Public School की बसों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान वाहनों की वर्तमान स्थिति और सरकार द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों की जानकारी दी गई। अधिकारियों ने विद्यालय प्रबंधन को यह स्पष्ट किया कि बच्चों के सुरक्षित परिवहन की जिम्मेदारी सीधे स्कूलों पर है और इसके लिए सभी कानूनी और सुरक्षा मानकों का पालन करना अनिवार्य है।
निरीक्षण के दौरान दिए गए मुख्य निर्देश
वाहनों और सुरक्षा उपकरणों की जांच
निरीक्षक मनीष कुमार ने कहा: “सभी स्कूल बसों में पंजीकरण, फिटनेस, परमिट, बीमा, मेडिकल किट और फायर इंस्टींग्विशर की उपस्थिति सुनिश्चित करना अनिवार्य है। ऐसा न होने पर कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।”
GPS ट्रैकर और सीट क्षमता का पालन
जिला शिक्षा पदाधिकारी ने निर्देश दिया कि सभी बसों में GPS ट्रैकर लगाए जाएं, ताकि संचालन की निगरानी और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। इसके अलावा, किसी भी बस में निर्धारित सीट क्षमता से अधिक बच्चों को न बैठाया जाए।
चालकों और खलासियों की पृष्ठभूमि जाँच
सभी स्कूल बस चालकों और खलासियों का चरित्र प्रमाण पत्र बनवाकर डीटीओ कार्यालय में जमा करना अनिवार्य होगा। इससे बच्चों की सुरक्षा और जवाबदेही सुनिश्चित होगी।
गति नियंत्रण और आपातकालीन हेल्पलाइन
अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी नीरज कुमार ने आगाह किया कि सभी बसों की गति सीमा नियंत्रण में रहनी चाहिए और किसी भी परिस्थिति में अधिक बच्चों को न बैठाया जाए। साथ ही सभी बसों में 112 आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर प्रमुख रूप से प्रदर्शित किया जाए।
विद्यालयों का सहयोग और प्रतिबद्धता
बैठक में शामिल सभी स्कूलों के प्रतिनिधियों ने भरोसा दिलाया कि सभी निर्देशों का अक्षरशः पालन किया जाएगा। इस निरीक्षण का उद्देश्य विद्यालयी परिवहन व्यवस्था को और अधिक सुरक्षित, नियोजित और विधि-सम्मत बनाना है, ताकि बच्चों की यात्रा सुरक्षित और सुविधाजनक हो।

न्यूज़ देखो: बच्चों की सुरक्षा के प्रति सख्त कदम
गढ़वा में स्कूली बसों की सुरक्षा निरीक्षण से यह स्पष्ट होता है कि प्रशासन बच्चों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रहा है। GPS ट्रैकर, आपातकालीन हेल्पलाइन और चालकों की पृष्ठभूमि जाँच जैसी व्यवस्थाओं से अब बच्चों की यात्रा और सुरक्षित बनेगी।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सुरक्षित यात्रा, सुरक्षित भविष्य
बच्चों की सुरक्षा में कोई समझौता नहीं होना चाहिए। माता-पिता, शिक्षक और प्रशासन मिलकर सुनिश्चित करें कि हर स्कूल बस पूरी तरह सुरक्षित और कानूनी मानकों के अनुरूप संचालित हो। अपनी राय कमेंट करें, इस खबर को शेयर करें और बच्चों की सुरक्षित यात्रा के प्रति जागरूकता फैलाएं।