#गढ़वा #कॉफी_विद_एसडीएम — प्रशासन और देशभक्ति का अद्भुत संगम, सैनिकों के परिजनों से लिया जाएगा संवाद
- गढ़वा अनुमंडल के सभी सैनिकों के परिजनों को किया गया ससम्मान आमंत्रित
- 14 मई को सुबह 11 बजे अनुमंडल कार्यालय में होगा संवाद
- पूर्व सैनिकों से भी भागीदारी का अनुरोध किया गया
- एसडीएम ने सैनिक परिवारों की समस्याएं और सुझाव जानने की कही बात
- सप्ताहिक संवाद कार्यक्रम लगातार 23 सप्ताहों से हो रहा है सफलतापूर्वक आयोजित
- प्रशासन-सैनिक परिवारों के बीच संपर्क को मजबूत करने की अनूठी पहल
सैनिक परिवारों के लिए समर्पित यह विशेष संवाद
गढ़वा अनुमंडल पदाधिकारी संजय कुमार द्वारा हर बुधवार को आयोजित होने वाला संवाद कार्यक्रम “कॉफी विद एसडीएम” इस बार एक देशभक्ति और मानवीय पहल का रूप ले चुका है। इस बार के कार्यक्रम में गढ़वा अनुमंडल क्षेत्र के उन वीर सैनिकों के परिजनों को आमंत्रित किया गया है, जिनके परिवार के सदस्य देश की सीमाओं पर तैनात हैं और राष्ट्र सेवा में लगे हुए हैं।
इस संवाद का उद्देश्य केवल सम्मान करना नहीं, बल्कि परिजनों की वास्तविक जरूरतों और समस्याओं को जानना और उनका समाधान निकालना है।
एसडीएम की संवेदनशीलता और सराहनीय दृष्टिकोण
संजय कुमार ने इस संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि कार्यक्रम के माध्यम से प्रशासन सैनिकों के परिजनों के साथ प्रत्यक्ष संवाद स्थापित करना चाहता है। इसका लक्ष्य है यह सुनिश्चित करना कि उन्हें कहीं कोई प्रशासनिक दिक्कत तो नहीं हो रही है और यदि है तो उसका समाधान शीघ्र हो।
“देश के सैनिकों की निःस्वार्थ सेवा की बदौलत ही हम सभी नागरिक निश्चिंत जीवन जी पा रहे हैं। यह हमारी नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि हम उनके परिवारों के साथ खड़े रहें,”
— संजय कुमार, एसडीएम गढ़वा
पूर्व सैनिकों को भी दी गई सहभागिता की अपील
इस आयोजन में पूर्व सैनिकों को भी सादर आमंत्रित किया गया है, ताकि वे अपनी अनुभव साझा कर सकें और वर्तमान प्रशासन को आवश्यक सुझाव दे सकें। यह प्रयास गढ़वा प्रशासन की उन नीतियों का हिस्सा है, जिनमें जनता के प्रत्येक वर्ग को संवाद और समाधान में भागीदार बनाया जा रहा है।
संवाद की निरंतरता और प्रभाव
पिछले 23 सप्ताहों से लगातार चल रहा यह कार्यक्रम पहले ही व्यापारियों, शिक्षकों, छात्रों और महिला समूहों से संवाद कर सकारात्मक परिवर्तन ला चुका है। अब जब यह कार्यक्रम सैनिक परिवारों को समर्पित किया जा रहा है, तो इसके सामाजिक और भावनात्मक प्रभाव को लेकर स्थानीय नागरिकों में सराहना देखने को मिल रही है।
न्यूज़ देखो : वीरता और प्रशासनिक समर्पण का प्रतिबिंब
‘न्यूज़ देखो’ आपके लिए लाता है ऐसी खबरें जो प्रशासनिक कार्यशैली और समाज के जज्बे को दर्शाती हैं। सैनिक परिवारों से संवाद जैसे आयोजनों से न केवल लोकतंत्र की जड़ें मजबूत होती हैं, बल्कि समाज में सहानुभूति और सम्मान की भावना भी बढ़ती है।
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