नक्सल कमांडरों के खिलाफ स्पेशल टास्क फोर्स तैयार, पलामू से शुरू होगा इंटर स्टेट ऑपरेशन

#पलामू #नक्सलीविरोधीरणनीति : आईजी सुनील भास्कर की अध्यक्षता में झारखंड-बिहार के टॉप अफसरों की हाई लेवल बैठक — टारगेट पर बचे हुए नक्सली कमांडर, जेल से बाहर आए अपराधियों पर बढ़ेगी निगरानी

नक्सलियों के खिलाफ फिर सख्त हुई पुलिस

पलामू रेंज के आईजी सुनील भास्कर की अध्यक्षता में मंगलवार को एक अहम बैठक हुई जिसमें झारखंड और बिहार के टॉप पुलिस अधिकारियों व केंद्रीय सुरक्षा बलों ने भाग लिया। बैठक का मकसद था – नक्सलियों व अपराधियों के खिलाफ एकीकृत और प्रभावी रणनीति बनाना

बड़ी कार्रवाई की तैयारी, बनेगी इंटर स्टेट स्पेशल टास्क फोर्स

बैठक में निर्णय लिया गया कि नक्सल टॉप कमांडरों के खिलाफ इंटर स्टेट और इंटर डिस्ट्रिक्ट ऑपरेशन चलाया जाएगा। इसके लिए स्पेशल टास्क फोर्स (STF) का गठन किया गया है जो सीमावर्ती जिलों में सक्रिय रहकर कार्रवाई करेगी।

आईजी सुनील भास्कर ने कहा: “बैठक में नक्सलियों व अपराधियों के खिलाफ कई रणनीतियों पर सहमति बनी है। बचे हुए नक्सल कमांडरों को टारगेट करने और आत्मसमर्पण के लिए प्रेरित करने की योजना पर काम हो रहा है।”

टॉप अधिकारियों की टीम ने बनाई रणनीति

इस उच्चस्तरीय बैठक में पलामू रेंज के डीआईजी नौशाद आलम, सीआरपीएफ डीआईजी पंकज कुमार, एसएसबी (गया) डीआईजी मनवेंद्र नेगी, पलामू एसपी रीष्मा रमेशन, गढ़वा एसपी अमन कुमार, लातेहार एसपी कुमार गौरव सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

जेल से छूटे अपराधियों पर विशेष निगरानी

पुलिस ने यह भी तय किया कि जमानत पर जेल से बाहर आए अपराधियों पर सख्त निगरानी रखी जाएगी। इनके पुराने मामलों की पुनः जांच और कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। पलामू, गढ़वा और लातेहार जिलों में वारंट निष्पादन के मामलों में तेजी लाने की बात कही गई है।

आत्मसमर्पण की अपील के साथ कार्रवाई भी तैयार

बैठक में यह स्पष्ट किया गया कि नक्सलियों को आत्मसमर्पण का मौका दिया जाएगा लेकिन यदि वे सक्रिय रहें तो कठोर कार्रवाई से नहीं हिचकिचाएगी पुलिस

न्यूज़ देखो: सुरक्षा रणनीति का सशक्त संवाद

पलामू जोन में लगातार बढ़ती नक्सली चुनौती को ध्यान में रखते हुए प्रशासन की यह पहल बेहद अहम है। IG स्तर की समन्वय बैठक और इंटर स्टेट टास्क फोर्स का गठन यह संकेत देता है कि अब संयुक्त ऑपरेशन के जरिए निर्णायक कार्रवाई का समय आ गया है।
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सुरक्षित समाज की दिशा में एक ठोस कदम

नक्सल समस्या के समाधान में सामूहिक रणनीति, तकनीकी निगरानी और आम नागरिकों की भागीदारी जरूरी है। हर नागरिक को सतर्क, जागरूक और सुरक्षा बलों का समर्थन करने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए।
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