Site icon News देखो

लातेहार में मधुमक्खी पालन पर विशेष प्रशिक्षण, किसानों को दी गई आधुनिक तकनीक की जानकारी

#लातेहार #कृषि_नवाचार : शहद उत्पादन बढ़ाने और हनी वैल्यू चेन पर जोर

प्रशिक्षण का उद्देश्य और महत्व

लातेहार प्रखंड में आयोजित इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य मधुमक्खी पालन को वैज्ञानिक पद्धति से बढ़ावा देना और किसानों की आय में वृद्धि करना था। हनी वैल्यू चेन के तहत किसानों को उत्पादन से लेकर बाजार तक की योजना समझाई गई।

मधुमक्खी पालन की तकनीक

प्रशिक्षण में बताया गया कि मधुमक्खी पालन के दो प्रमुख तरीके—पारंपरिक और आधुनिक— अपनाए जाते हैं। आधुनिक तकनीक से शहद उत्पादन बढ़ता है और गुणवत्ता भी बेहतर होती है।

मधुमक्खी पालन के लाभ

छत्तों की देखभाल और उत्पादन

जिला कार्यक्रम प्रबंधक (DPM) ने छत्तों के प्रकार, डिज़ाइन और देखभाल की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सही प्रबंधन से शहद उत्पादन में काफी बढ़ोतरी हो सकती है।

डीएम एलएच अंकित कुमार ने कहा: “शहद में प्राकृतिक शर्करा, विटामिन और मिनरल्स पाए जाते हैं। यह औषधीय गुणों से भरपूर है और स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी है।”

शहद के उपयोग

प्रशिक्षण का लाभ

बीपीएम आलोक कुमार ने बताया कि सही प्रशिक्षण से किसान न केवल शहद उत्पादन बढ़ा सकते हैं बल्कि मधुमक्खियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य भी सुनिश्चित कर सकते हैं।

न्यूज़ देखो: मधुमक्खी पालन से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई उड़ान

लातेहार में आयोजित यह प्रशिक्षण साबित करता है कि साझा प्रयास और तकनीकी मार्गदर्शन से ग्रामीण आजीविका को मजबूत किया जा सकता है। शहद उत्पादन न केवल किसानों की आय बढ़ाएगा बल्कि स्वस्थ समाज के निर्माण में भी योगदान देगा।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

सजग किसान, सशक्त भविष्य

यदि आप भी मधुमक्खी पालन में रुचि रखते हैं, तो इस जानकारी को अपने किसान साथियों के साथ साझा करें। अपनी राय हमें कमेंट कर बताएं और ग्रामीण विकास की इस मुहिम का हिस्सा बनें।

Exit mobile version