
#गुमला #सतर्कता_अभियान : उपायुक्त प्रेरणा दीक्षित के निर्देश पर उत्पाद विभाग की टीम ने चैनपुर, डुमरी और जारी थाना क्षेत्रों में की छापेमारी – अवैध शराब और जावा महुआ बरामद।
- उपायुक्त प्रेरणा दीक्षित के निर्देश पर चला विशेष सतर्कता अभियान।
- अधीक्षक उत्पाद गुमला के पर्यवेक्षण में कई टीमों ने की संयुक्त छापेमारी।
- चैनपुर, डुमरी और जारी थाना क्षेत्र में एक साथ अभियान संचालित।
- 13 लीटर महुआ शराब, 110 किलो जावा महुआ, 2 लीटर बीयर और 735 मि.ली. विदेशी शराब बरामद।
- जुर्माना वसूली के बाद तीनों अभियुक्तों को छोड़ा गया, आगे भी अभियान जारी रहेगा।
कल बुधवार को गुमला जिले में अवैध शराब कारोबार के खिलाफ प्रशासन की सख्त कार्रवाई देखने को मिली। उपायुक्त प्रेरणा दीक्षित के निर्देश और अधीक्षक उत्पाद गुमला के मार्गदर्शन में जिले के तीन थाना क्षेत्रों — चैनपुर, डुमरी और जारी में एक साथ उत्पाद तलाशी अभियान चलाया गया। इस दौरान कई गांवों में छापेमारी कर अवैध रूप से तैयार और संग्रहित शराब को जब्त किया गया।
कई इलाकों में एक साथ कार्रवाई
अभियान का नेतृत्व प्रदीप करमाली, अवर निरीक्षक उत्पाद, ने किया। उन्होंने अपनी टीम के साथ चैनपुर थाना क्षेत्र के रामपुर गांव, डुमरी थाना क्षेत्र की एक बस्ती, और जारी थाना क्षेत्र के भीखमपुर ग्राम में तलाशी अभियान चलाया। तलाशी के दौरान टीम को विभिन्न स्थानों से अवैध उत्पाद सामग्री मिली।
प्रदीप करमाली ने बताया: “हमारी प्राथमिकता अवैध शराब निर्माण और बिक्री पर पूर्ण नियंत्रण स्थापित करना है। ग्रामीण इलाकों में लगातार निगरानी बढ़ाई जा रही है।”
बरामदगी और तत्काल कार्रवाई
अभियान के दौरान कुल 13 लीटर महुआ शराब, 110 किलो तैयार जावा महुआ (जिसे मौके पर नष्ट किया गया), 2 लीटर बीयर, और 735 मि.ली. विदेशी शराब बरामद की गई। उत्पाद अधिनियम के तहत यह मात्रा जुर्माना सीमा के भीतर पाई गई, जिसके चलते संबंधित तीन अभियुक्तों से जुर्माना वसूल कर उन्हें छोड़ दिया गया।
प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि इन अभियानों का उद्देश्य केवल अवैध कारोबारियों को दंडित करना नहीं, बल्कि समाज में नशामुक्ति के प्रति जागरूकता फैलाना भी है।
उपायुक्त ने दी सख्त चेतावनी
उपायुक्त प्रेरणा दीक्षित ने कहा कि जिला प्रशासन ऐसे अवैध कारोबारों पर कठोर रुख अपनाए हुए है और यह अभियान निरंतर जारी रहेगा। उन्होंने उत्पाद विभाग की टीम की सराहना करते हुए कहा कि ग्रामीण इलाकों में अवैध शराब की रोकथाम प्रशासन की प्राथमिकता है।
उपायुक्त प्रेरणा दीक्षित ने कहा: “अवैध शराब समाज में अपराध और पारिवारिक विघटन की जड़ है। ऐसे कारोबारियों को किसी भी स्थिति में बख्शा नहीं जाएगा।”
सामाजिक जागरूकता पर जोर
प्रशासन का मानना है कि कानून के साथ-साथ समाज की भागीदारी भी नशामुक्ति के लिए आवश्यक है। उत्पाद विभाग आने वाले दिनों में स्कूलों और पंचायत स्तर पर जागरूकता अभियान चलाने की योजना बना रहा है, ताकि लोग अवैध शराब के दुष्प्रभावों से परिचित हों और उसके खिलाफ आवाज़ उठाएं।



न्यूज़ देखो: अवैध शराब के खिलाफ प्रशासन का सतत अभियान
गुमला में चला यह विशेष सतर्कता अभियान इस बात का संकेत है कि जिला प्रशासन नशामुक्त समाज की दिशा में ठोस कदम उठा रहा है। लगातार हो रही छापेमारी से जहां अवैध कारोबारियों में भय है, वहीं समाज में जागरूकता का संचार भी हो रहा है। प्रशासन की यह सक्रियता जिले में सामाजिक संतुलन और सुरक्षा की दिशा में महत्वपूर्ण पहल है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
नशामुक्त समाज की ओर एक कदम
अवैध शराब केवल कानून का उल्लंघन नहीं, बल्कि समाज की जड़ों को कमजोर करने वाली बुराई है। गुमला प्रशासन का यह अभियान सही मायनों में सामाजिक परिवर्तन की दिशा में बड़ा कदम है। आइए, हम सब मिलकर नशामुक्त और सुरक्षित समाज के निर्माण में योगदान दें।
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