#गिरिडीह #बगोदर : विद्यार्थियों में आध्यात्मिक चेतना और नैतिक मूल्यों का संचार करने का प्रयास
- बगोदर प्रखंड के घाघरा स्थित शुभम आदर्श विद्यालय में प्रतियोगिता आयोजित हुई।
- कार्यक्रम का आयोजन गायत्री परिवार बगोदर की ओर से किया गया।
- विषय था गुरुदेव पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य की प्रेरणादायक जीवनी।
- सुशील कुमार, आरती कुमारी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।
- कार्यक्रम की शुरुआत गायत्री मंत्र और दीप प्रज्वलन से हुई।
बगोदर प्रखंड के घाघरा स्थित शुभम आदर्श विद्यालय में गुरुवार को गायत्री परिवार बगोदर की ओर से गुरुदेव पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य की जीवनी पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम विद्यार्थियों में आध्यात्मिकता, नैतिकता और समाज सेवा की भावना विकसित करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था।
प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने दिखाया उत्साह
भाषण प्रतियोगिता में विद्यालय के विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और गुरुदेव के जीवन, उनके आदर्शों तथा समाज के प्रति उनके योगदान पर प्रभावशाली विचार रखे। प्रतियोगिता में प्रथम स्थान सुशील कुमार और आरती कुमारी, द्वितीय स्थान तुलेश्वर साव और लक्ष्मी कुमारी, जबकि तृतीय स्थान कामेश्वर कुमार और पम्पी कुमारी को प्राप्त हुआ। विजेताओं को सम्मानित कर प्रोत्साहित किया गया।
गायत्री मंत्र और दीप प्रज्वलन से हुई शुरुआत
कार्यक्रम की शुरुआत गायत्री मंत्र के सामूहिक उच्चारण और शंख ध्वनि के बीच दीप प्रज्वलन से हुई। विद्यालय परिवार और गायत्री परिवार के सदस्यों ने गुरुदेव की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उनके योगदान को नमन किया। माहौल पूर्णतः आध्यात्मिक और प्रेरणादायक था।
आयोजकों का महत्वपूर्ण योगदान
कार्यक्रम को सफल बनाने में पूर्व प्रखंड संयोजक संजय कुमार विभूति, अनुज पांडे, प्रमोद प्रसाद, अरुण पांडे, प्रीति कुमारी, नीतू कुमारी, ममता कुमारी, शशि कुमार वर्मा, नीलकंठ महतो और शुभम कुमार समेत कई कार्यकर्ताओं का विशेष योगदान रहा। सभी ने मिलकर आयोजन को सुव्यवस्थित और सफल बनाया।



न्यूज़ देखो: युवा पीढ़ी में संस्कारों का दीप जलाने की पहल
गायत्री परिवार का यह आयोजन केवल प्रतियोगिता नहीं, बल्कि युवा पीढ़ी को नैतिकता, देशभक्ति और आत्मविकास के पथ पर अग्रसर करने का एक सशक्त प्रयास है। ऐसे कार्यक्रम समाज को सकारात्मक दिशा देते हैं और विद्यार्थियों में संस्कारों का दीप जलाते हैं।
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ज्ञान और संस्कार से ही बनेगा श्रेष्ठ समाज
गुरुदेव श्रीराम शर्मा आचार्य के विचार आज भी मानवता के पथप्रदर्शक हैं। हमें उनके आदर्शों को अपनाकर समाज में सद्भाव, सेवा और सच्चाई का प्रसार करना चाहिए। आइए, हम सब मिलकर इस प्रेरणा को आगे बढ़ाएं और नई पीढ़ी में संस्कारों का संचार करें।