
#गिरिडीह #विज्ञान_प्रदर्शनी : संत पॉल हाई स्कूल के विद्यार्थियों ने रोचक मॉडल, एआई प्रोजेक्ट और सेंसर आधारित सुरक्षा प्रणाली से किया सबका ध्यान आकर्षित।
- संत पॉल हाई स्कूल, औरा में विज्ञान प्रदर्शनी आयोजित।
- विद्यार्थियों ने एआई प्रोजेक्ट, सुरक्षा मॉडल और क्रिएटिव मॉडल प्रस्तुत किए।
- सेंसर तकनीक से दुर्घटना रोकथाम मॉडल खास आकर्षण रहा।
- अतिथियों ने मॉडलों का निरीक्षण कर सुझाव दिए।
- प्रमुख आशा राज ने बच्चों को लक्ष्य और जिज्ञासा बनाए रखने की प्रेरणा दी।
गिरिडीह। बगोदर प्रखंड के औरा में स्थित संत पॉल हाई स्कूल में शुक्रवार को विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन उत्साहपूर्ण माहौल में किया गया। विद्यालय के बच्चों ने अपने कौशल, समझ और रचनात्मकता का शानदार प्रदर्शन करते हुए कई विज्ञान मॉडल प्रस्तुत किए। प्रदर्शनी में प्रस्तुतीकरण कौशल, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित प्रोजेक्ट, सेंसर संचालित सुरक्षा प्रणाली, आकस्मिक दुर्घटना नियंत्रण मॉडल और आर्ट एंड क्राफ्ट के रंगीन नमूने प्रमुख आकर्षण रहे।
एआई और सेंसर आधारित सुरक्षा मॉडल रहे खास आकर्षण
विद्यार्थियों द्वारा तैयार किए गए एआई आधारित प्रोजेक्ट और दुर्घटना रोकथाम हेतु सेंसर तकनीक के उपयोग ने अतिथियों और शिक्षकों का विशेष ध्यान खींचा। छात्रों ने समझाया कि आधुनिक तकनीक का उपयोग कर सड़क दुर्घटनाओं की संभावनाओं को काफी हद तक कम किया जा सकता है। इन मॉडलों को देखकर अतिथियों ने सराहना की और कुछ मॉडलों को आगे विकसित करने की सलाह भी दी।
बच्चों के उत्साह ने बढ़ाई विज्ञान के प्रति जिज्ञासा
प्रदर्शनी अवलोकन के दौरान अतिथियों ने बच्चों की मेहनत और नवाचार भावना की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों से बच्चों में विज्ञान के प्रति जिज्ञासा और खोज की भावना बढ़ती है, जिससे भविष्य में वे विज्ञान के क्षेत्र में मजबूत करियर बना सकते हैं। शिक्षकों का मानना है कि प्रोजेक्ट पद्धति बच्चों के भीतर प्रयोग, कल्पना और अभ्यास की नई दिशा विकसित करती है।
प्रमुख आशा राज ने बच्चों को दिया प्रेरक संदेश
कार्यक्रम में पहुंचीं प्रमुख आशा राज ने सभी मॉडलों का निरीक्षण किया और बच्चों का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि हर विद्यार्थी में वैज्ञानिक सोच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि
बिना जिज्ञासा के कोई नया आविष्कार संभव नहीं है।
उन्होंने बच्चों को जीवन में लक्ष्य निर्धारित करने और निरंतर प्रयास करने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि सीखने की प्रक्रिया कभी रुकनी नहीं चाहिए और विद्यार्थी हमेशा नए प्रयोग करने की कोशिश करें।
अभिभावकों और शिक्षकों ने की सराहना
कार्यक्रम में मौजूद शिक्षकों, अभिभावकों और विद्यालय प्रबंधन ने छात्रों की इन अभिनव कोशिशों की भरपूर प्रशंसा की। प्रदर्शनी में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली छात्राओं को ट्रॉफी देकर सम्मानित भी किया गया, जिससे छात्रों में उत्साह और बढ़ गया। विद्यालय के सभी शिक्षकों ने आयोजन को सफल बनाने में सहयोग दिया और बच्चों को आगे भी विज्ञान के क्षेत्र में कार्य करने के लिए प्रेरित किया।



न्यूज़ देखो: विज्ञान और नवाचार की राह
संत पॉल हाई स्कूल की विज्ञान प्रदर्शनी यह साबित करती है कि ग्रामीण और कस्बाई क्षेत्रों के बच्चे भी उतने ही प्रतिभाशाली और नवाचारी हैं, जितने बड़े शहरों के। ऐसे आयोजनों से बच्चों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण का विकास होता है, जो भविष्य की चुनौतियों को समझने और हल ढूंढने में महत्वपूर्ण है।
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विज्ञान से ही तरक्की की राह
बच्चों का नवाचार देश का भविष्य उज्ज्वल बनाता है। ऐसे प्रदर्शनी न केवल सीखने का अवसर देती हैं, बल्कि आत्मविश्वास बढ़ाती हैं।
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