
#गुमला #सड़क_सुरक्षा : जिले में सड़क दुर्घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए कुम्हार मोड़ पर चला व्यापक जांच अभियान।
- गुमला जिले में सड़क सुरक्षा पर विशेष अभियान चलाया गया।
- डीटीओ ज्ञान शंकर जायसवाल के निर्देश पर कार्रवाई आयोजित हुई।
- एमवीआई रॉबिन अजय सिंह और प्रदीप कुमार तिर्की ने अभियान का नेतृत्व किया।
- बिना हेलमेट, ट्रिपल राइडिंग और अनाधिकृत हॉर्न पर कड़ी जांच की गई।
- मान्य कागजात बिना चलने वाले 74 वाहनों पर कार्रवाई हुई।
- कुल ₹1,17,650 का चालान वसूला गया।
गुमला जिले में 25 नवंबर 2025 को सड़क सुरक्षा को लेकर एक व्यापक अभियान चलाया गया, जिसका उद्देश्य लगातार बढ़ रही सड़क दुर्घटनाओं पर नियंत्रण पाना था। अभियान सिसई थाना क्षेत्र के कुम्हार मोड़ में संचालित हुआ और इसमें दोपहिया वाहनों से जुड़े नियम उल्लंघन, वैध कागजात की कमी तथा प्रतिबंधित हॉर्न के इस्तेमाल पर विशेष ध्यान दिया गया। इस दौरान कई वाहन चालकों पर जुर्माना लगाया गया और उन्हें सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक भी किया गया।
अभियान का उद्देश्य और पृष्ठभूमि
गुमला जिले में हाल के महीनों में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में वृद्धि ने जिला प्रशासन को गंभीर कदम उठाने के लिए प्रेरित किया। इसी क्रम में जिला परिवहन पदाधिकारी ज्ञान शंकर जायसवाल के निर्देश पर यह विशेष अभियान चलाया गया, जिसमें दो महत्वपूर्ण अधिकारी—मोटरयान निरीक्षक (MVI) रॉबिन अजय सिंह तथा प्रदीप कुमार तिर्की—ने संयुक्त रूप से निगरानी की जिम्मेदारी संभाली।
अभियान का मुख्य लक्ष्य था कि सड़क पर चलने वाले वाहन चालक नियमों का अनुपालन करें और दुर्घटनाओं की संख्या नियंत्रित हो।
प्रमुख उल्लंघनों पर फोकस
जांच टीम ने उन सभी गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित किया, जो दुर्घटनाओं के प्रमुख कारणों में शामिल हैं। इनमें विशेष रूप से दोपहिया वाहनों पर बिना हेलमेट चलना और ट्रिपल राइडिंग शामिल था। इसके साथ ही कई वाहन ऐसे पाए गए जिनके पास आवश्यक दस्तावेज—जैसे ड्राइविंग लाइसेंस, इंश्योरेंस, परमिट, पॉल्यूशन (PUC) सर्टिफिकेट व रोड टैक्स—उपलब्ध नहीं थे।
एक अन्य चिंता का विषय था प्रेशर हॉर्न और मल्टी-टोन हॉर्न का उपयोग, जो न केवल ध्वनि प्रदूषण बढ़ाते हैं बल्कि सड़क दुर्घटनाओं की आशंका भी बढ़ाते हैं।
सख्त कार्रवाई और नियम पालन का संदेश
इस अभियान में कुल 74 से अधिक वाहन चालकों को विभिन्न उल्लंघनों में पकड़ा गया। यह कार्रवाई केवल जुर्माना वसूलने तक सीमित नहीं रही, बल्कि लोगों को नियमों के महत्व के बारे में समझाने पर भी विशेष जोर दिया गया।
MVI रॉबिन अजय सिंह ने कहा: “हमारा उद्देश्य सिर्फ चालान करना नहीं है, बल्कि लोगों को यह जागरूक करना है कि सड़क पर एक छोटी लापरवाही भी जानलेवा हो सकती है।”
MVI प्रदीप कुमार तिर्की ने कहा: “भविष्य में नियमों का उल्लंघन करने वालों पर और कड़ी कार्रवाई की जाएगी ताकि जिले में सड़क सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके।”
आर्थिक दंड और भविष्य की चेतावनी
इस व्यापक जांच के दौरान विभिन्न नियम उल्लंघनों के लिए कुल ₹1,17,650 (एक लाख सत्रह हजार छह सौ पचास) का जुर्माना वसूला गया। यह आंकड़ा दर्शाता है कि जिले में अब भी बड़ी संख्या में चालक नियमों का पालन नहीं करते। अधिकारियों ने साफ चेतावनी दी है कि आगे भी ऐसे अभियान जारी रहेंगे और दोबारा गलती पकड़े जाने पर अधिक कठोर दंड दिया जाएगा।
जन-जागरूकता की दिशा में एक मजबूत कदम
यह अभियान केवल दंडात्मक नहीं था, बल्कि इसमें सामाजिक जिम्मेदारी और जागरूकता का भाव भी दिखा। चालकों को बताया गया कि सड़क सुरक्षा केवल प्रशासन की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि हर नागरिक की नैतिक जिम्मेदारी है। अभियान ने स्थानीय लोगों में सुरक्षा नियमों के प्रति एक नई जागरूकता भी उत्पन्न की है।

न्यूज़ देखो: सड़क सुरक्षा को नई दिशा देता अनुशासन अभियान
गुमला में चलाए गए इस अभियान ने यह स्पष्ट कर दिया है कि प्रशासन सड़क सुरक्षा को लेकर पूरी तरह गंभीर है। लगातार बढ़ती दुर्घटनाओं को देखते हुए यह कदम समयानुकूल और आवश्यक है। इस कार्रवाई ने न केवल नियम तोड़ने वालों पर रोक लगाई, बल्कि सभी नागरिकों को यह संदेश भी दिया कि सुरक्षा नियमों का पालन जीवन बचाता है।
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सुरक्षित यात्रा की ओर बढ़ता गुमला
जब प्रशासन और नागरिक एक साथ मिलकर सड़क सुरक्षा का संकल्प लेते हैं, तभी दुर्घटना मुक्त समाज की नींव रखी जा सकती है। अब जिले के लोग भी जागरूकता का हिस्सा बनें और नियमों का पालन करते हुए जिम्मेदार नागरिक बनें।
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