
#पटना #परीक्षा_सुरक्षा : प्रश्न पत्र लीक पर रोक के लिए बिहार सरकार ने आर्थिक अपराध इकाई की परीक्षा शाखा को और मजबूत किया
- उप मुख्यमंत्री (गृह) ने पुलिस मुख्यालय में विस्तृत समीक्षा की।
- प्रश्न पत्र लीक रोकने हेतु EOU की परीक्षा शाखा को 24×7 संचालन का निर्देश।
- DSP स्तर के अधिकारी को परीक्षा शाखा में पर्यवेक्षण पदाधिकारी बनाया गया।
- आगामी 14 दिसंबर की महत्वपूर्ण प्रतियोगी परीक्षा को लेकर विशेष सतर्कता।
- शिकायत हेतु 9031829067 और digeou-bih@gov.in जारी।
बिहार पुलिस मुख्यालय में सोमवार को आयोजित उच्चस्तरीय बैठक में राज्य में प्रश्न पत्र लीक की बढ़ती घटनाओं पर गहन समीक्षा की गई। माननीय उप मुख्यमंत्री (गृह) ने स्पष्ट किया कि परीक्षा तंत्र की विश्वसनीयता और मेधावी छात्रों के भविष्य को बचाने के लिए कठोर और त्वरित कार्रवाई आवश्यक है। इसी दिशा में आर्थिक अपराध इकाई (EOU) की परीक्षा शाखा को और सशक्त किया गया है, जो अब राज्य में आयोजित होने वाली सभी महत्वपूर्ण परीक्षाओं पर चौबीसों घंटे निगरानी रखेगी।
परीक्षा लीक घटनाओं पर बढ़ी चिंता
राज्य में पिछले वर्षों में विभिन्न परीक्षाओं के प्रश्न पत्र लीक होने की घटनाएँ बढ़ी हैं, जिससे प्रशासन की विश्वसनीयता पर सवाल उठे हैं और छात्रों में असंतोष की भावना बढ़ी है। परीक्षा लीक का असर न केवल प्रतिभाशाली छात्रों पर पड़ता है बल्कि इससे पूरे परीक्षा तंत्र की छवि भी धूमिल होती है।
इन्हीं समस्याओं को देखते हुए EOU में पहले से संचालित ‘परीक्षा शाखा’ को अब और अधिक अधिकार और संसाधन दिए गए हैं, ताकि किसी भी प्रकार की धांधली को जड़ से समाप्त किया जा सके।
परीक्षा शाखा 24×7 करेगी काम
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि आगामी प्रतियोगी परीक्षाओं पर विशेष निगरानी रखी जाएगी। विशेष रूप से 14 दिसंबर 2025 को आयोजित होने वाली
बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग (विज्ञापन 03/2025) के अंतर्गत
प्रवर्तन अवर निरीक्षक (EI) की मुख्य लिखित परीक्षा को लेकर सतर्कता और बढ़ाई गई है।
इसके लिए परीक्षा शाखा को 24×7 मोड में कार्य करने का निर्देश दिया गया है।
इस शाखा के नियंत्रण हेतु पुलिस अधीक्षक, आर्थिक अपराध इकाई के अधीन एक पुलिस उपाधीक्षक (DSP) को पर्यवेक्षण पदाधिकारी के रूप में प्रतिनियुक्त किया गया है। इसके अलावा अन्य पुलिस पदाधिकारियों व कर्मियों की भी तैनाती की गई है।
सोशल मीडिया मॉनिटरिंग यूनिट भी अलर्ट
प्रश्न पत्र लीक से संबंधित किसी भी प्रकार की अफवाह, जानकारी या आपत्तिजनक गतिविधि को रोकने के लिए
EOU की सोशल मीडिया पेट्रोलिंग एवं मॉनिटरिंग यूनिट को विशेष दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
यह टीम लगातार सोशल मीडिया की निगरानी करेगी और संदिग्ध गतिविधियों पर तुरंत कार्रवाई करेगी।
शिकायत या सूचना देने के लिए—
📞 Mobile/WhatsApp : 9031829067
📧 Email : digeou-bih@gov.in
सभी छात्रों, अभिभावकों और आम नागरिकों से अपील की गई है कि परीक्षा से संबंधित किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना इकाई को दें।
नए कानूनों के तहत कड़ी सज़ा
परीक्षा में कदाचार रोकने के लिए सरकार ने कठोर प्रावधान भी लागू किए हैं—
- The Public Examinations (Prevention of Unfair Means) Act, 2024
के अनुसार प्रश्न पत्र लीक या किसी भी अनुचित साधन के उपयोग पर
10 साल तक की कैद और 1 करोड़ रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। - भारतीय न्याय संहिता 2023 में भी परीक्षा कदाचार को लेकर कड़े दंड प्रावधान शामिल किए गए हैं।
न्यूज़ देखो: परीक्षा सुरक्षा पर बिहार का बड़ा कदम
बिहार सरकार द्वारा EOU की परीक्षा शाखा को सशक्त करने का निर्णय यह दर्शाता है कि राज्य परीक्षा पारदर्शिता और छात्रों के भविष्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रहा है। आने वाले महीनों में कई बड़ी परीक्षाएँ प्रस्तावित हैं, ऐसे में यह कदम परीक्षा माफिया पर करारा प्रहार साबित हो सकता है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
परीक्षा ईमानदारी सबकी जिम्मेदारी
ईमानदार और सुरक्षित परीक्षा व्यवस्था हर छात्र का अधिकार है।
अगर आप किसी गलत गतिविधि को देखते हैं, तो तुरंत सूचना दें।
जागरूक नागरिक बनकर आप भी परीक्षा माफिया के खिलाफ इस लड़ाई में शामिल हों।
इस जानकारी को साझा करें ताकि ज्यादा लोग सतर्क रहें।





