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गढ़वा में शिक्षा पर सख्त रुख: उपायुक्त ने CM स्कूल ऑफ एक्सीलेंस का औचक निरीक्षण कर दिए कड़े निर्देश

#गढ़वा #शिक्षा : तीनों CM स्कूलों में संसाधनों का उपयोग और गुणवत्ता परखी गई

गढ़वा जिले में शिक्षा की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उपायुक्त-सह-जिला दंडाधिकारी दिनेश कुमार यादव ने 6 अगस्त को तीनों CM स्कूल ऑफ एक्सीलेंस का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने न केवल शैक्षणिक गुणवत्ता परखी, बल्कि संसाधनों के उपयोग और छात्राओं की उपस्थिति पर भी विशेष ध्यान दिया। निरीक्षण का मकसद था यह सुनिश्चित करना कि सरकारी योजनाओं का लाभ बच्चों तक पूरी तरह पहुंचे।

बालिका उच्च विद्यालय में उपायुक्त की सख्ती

निरीक्षण की शुरुआत बालिका उच्च विद्यालय, गढ़वा से की गई। यहां उपायुक्त ने कक्षाओं का अवलोकन करने के साथ-साथ कंप्यूटर और साइंस लैब की स्थिति देखी। उन्होंने स्वयं छात्रों को पाठ पढ़ाया ताकि शिक्षण की गुणवत्ता की जांच हो सके। लेकिन साइंस लैब में प्रयोगात्मक गतिविधियों की कमी पाकर उन्होंने नाराजगी जताई। उपायुक्त ने निर्देश दिया कि सभी शैक्षणिक गतिविधियां नियमित रूप से संचालित हों और संसाधनों का अधिकतम उपयोग किया जाए। साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि भविष्य में लापरवाही पाई गई तो संबंधित अधिकारियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी।

रामा साहू +2 उच्च विद्यालय में प्रयोगशाला का कम उपयोग

इसके बाद निरीक्षण का क्रम रामा साहू +2 उच्च विद्यालय पहुंचा। यहां भी विज्ञान प्रयोगशाला का समुचित उपयोग नहीं हो रहा था। उपायुक्त ने स्पष्ट निर्देश दिए कि सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए संसाधनों का मुख्य उद्देश्य छात्रों का मानसिक और शारीरिक विकास है। इसलिए सभी सुविधाओं का सही उपयोग होना चाहिए। उन्होंने मध्यान्ह भोजन का भी निरीक्षण किया, जो तय मानकों के अनुसार संतोषजनक पाया गया।

कस्तूरबा गांधी विद्यालय में छात्राओं की भीड़

अंत में उपायुक्त ने कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय का निरीक्षण किया। यहां यह पाया गया कि झारखंड बालिका विद्यालय, डंडा की छात्राएं भी इसी परिसर में पढ़ रही हैं, जिससे भीड़ की स्थिति उत्पन्न हो रही है। उपायुक्त ने जिला शिक्षा अधीक्षक अनुराग मिंज को आदेश दिया कि डंडा विद्यालय के अधूरे भवन कार्य को जल्द पूरा कर छात्राओं को उनके विद्यालय में स्थानांतरित किया जाए।

उपायुक्त ने छात्राओं के साथ कक्षा में बैठकर संवाद किया और उन्हें करियर संबंधी सुझाव दिए। हॉस्टल की सफाई संतोषजनक रही, लेकिन नई हॉस्टल यूनिट का हस्तांतरण लंबित होने से भीड़ की समस्या थी। उन्होंने शीघ्र हस्तांतरण प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश दिए।

निरीक्षण के अंत में उपायुक्त ने कहा कि बालिका उच्च विद्यालय और रामा साहू विद्यालय के शिक्षक कस्तूरबा विद्यालय की व्यवस्था से सीख लें और अपने-अपने स्कूलों में भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा लागू करें

न्यूज़ देखो: शिक्षा में सुधार का सख्त संदेश

गढ़वा में उपायुक्त का यह औचक निरीक्षण इस बात का स्पष्ट संकेत है कि प्रशासन अब शिक्षा की गुणवत्ता पर किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं करेगा। संसाधनों का सही उपयोग और बेहतर शैक्षणिक माहौल हर बच्चे का अधिकार है। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

बदलाव की शुरुआत शिक्षा से

अब समय है कि हम सभी यह सुनिश्चित करें कि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले। यदि आप भी शिक्षा से जुड़ी समस्याएं देखते हैं, तो जागरूक रहें और अपनी राय साझा करें। इस खबर को शेयर करें ताकि अधिक से अधिक लोग इस प्रयास का हिस्सा बन सकें और समाज में सकारात्मक बदलाव आए।

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