
#सिमडेगा #शिक्षकदिवस : सम्मान, प्रेरणा और संस्कार से भरा समारोह
- राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय कोम्बाकेरा में शिक्षक दिवस धूमधाम से मनाया गया।
- शाहपुर पंचायत की मुखिया अंकिता केरकेटा ने सभी शिक्षकों को अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया।
- उन्होंने कहा कि शिक्षक भगवान से कम नहीं और जीवन के सबसे बड़े मार्गदर्शक होते हैं।
- विद्यालय के प्रधानाध्यापक विजयंत कुमार गुप्ता ने शिक्षकों की भूमिका और डॉ. राधाकृष्णन की प्रेरणा पर विचार रखे।
- कार्यक्रम में भाजपा नेता मुनेश्वर तिर्की, भाजयुमो महामंत्री महेश सिंह, शिक्षक, छात्र और अभिभावक उपस्थित रहे।
सिमडेगा जिले के राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय कोम्बाकेरा में मंगलवार को शिक्षक दिवस का भव्य आयोजन हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शाहपुर पंचायत की मुखिया अंकिता केरकेटा शामिल हुईं। उन्होंने विद्यालय के सभी शिक्षकों को अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया और कहा कि शिक्षक हमारे जीवन के सच्चे मार्गदर्शक होते हैं।
शिक्षक ही जीवन की दिशा दिखाते हैं
मुखिया अंकिता केरकेटा ने अपने संबोधन में कहा कि शिक्षक केवल पढ़ाई ही नहीं कराते, बल्कि वे हमें सही रास्ता दिखाने, कठिन परिस्थितियों में संभालने और जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा भी देते हैं। उन्होंने कहा—
अंकिता केरकेटा: “शिक्षक हमारे लिए किसी भगवान से कम नहीं होते। उनका योगदान हमें जीवनभर आगे बढ़ने और समाज में अच्छा इंसान बनने की सीख देता है।”
डॉ. राधाकृष्णन की प्रेरणा
विद्यालय के प्रधानाध्यापक विजयंत कुमार गुप्ता ने अपने संबोधन में शिक्षक दिवस के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि 5 सितंबर को हम भारत के दूसरे राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को याद करते हैं। जब छात्रों ने उनका जन्मदिन मनाने की इच्छा जताई थी, तो उन्होंने इसे सभी शिक्षकों को सम्मान देने का दिन बनाने का सुझाव दिया। यही परंपरा आज भी हमें प्रेरणा देती है।
उन्होंने आगे कहा कि शिक्षक केवल पाठ्यक्रम ही नहीं सिखाते, बल्कि जीवन के सच्चे सबक भी बच्चों को समझाते हैं।
सम्मान और सहभागिता का माहौल
इस अवसर पर विद्यालय का वातावरण उल्लास और सम्मान से भरा रहा। मंच पर भाजपा नेता मुनेश्वर तिर्की, भाजयुमो के जिला महामंत्री महेश सिंह, शिक्षक खुलेश्वर साहू, सिल्बिया टोपनो, रजनी प्रतिमा सोरेंग, रेजिना सुजाता सोरेंग समेत सभी शिक्षक मौजूद थे।
छोटे-छोटे बच्चों ने भी अपनी प्रस्तुतियों से समारोह को खास बना दिया। वहीं अभिभावकगण भी बड़ी संख्या में उपस्थित होकर बच्चों और शिक्षकों का उत्साहवर्धन करते रहे।

न्यूज़ देखो: शिक्षक समाज की नींव, सम्मान ही सच्चा पुरस्कार
कोम्बाकेरा विद्यालय का यह आयोजन दिखाता है कि समाज में शिक्षक आज भी सबसे बड़े प्रेरणास्रोत हैं। जब विद्यार्थी और अभिभावक मिलकर उन्हें सम्मान देते हैं, तो शिक्षा का महत्व और अधिक गहरा हो जाता है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
शिक्षा ही सच्चा उत्सव
इस कार्यक्रम से स्पष्ट संदेश मिला कि समाज में बदलाव और विकास की कुंजी शिक्षा है, और शिक्षक ही इसके निर्माता हैं। अब समय है कि हम सब मिलकर अपने शिक्षकों का सम्मान करें और उनके बताए मार्ग पर चलें। अपनी राय कमेंट करें और इस खबर को साझा करें, ताकि शिक्षा और संस्कार का यह संदेश हर घर तक पहुंचे।