
#मनिका #शैक्षिक_भ्रमण : भारत सरकार की एपिसी योजना के तहत छात्र-छात्राओं को पलामू, बेतला सहित विभिन्न स्थलों का शैक्षिक भ्रमण कराया गया।
लातेहार जिले के मनिका प्रखंड में स्थित राजकीय कृत्य प्लस टू उच्च विद्यालय के छात्र-छात्राओं के लिए बुधवार को शैक्षिक भ्रमण का आयोजन किया गया। भारत सरकार की एपिसी योजना के अंतर्गत आयोजित इस भ्रमण का उद्देश्य विद्यार्थियों को व्यवहारिक और ज्ञानवर्धक अनुभव प्रदान करना रहा। सुरक्षित वाहनों के माध्यम से बच्चों को ऐतिहासिक, प्राकृतिक और शैक्षणिक स्थलों का अवलोकन कराया गया।
- एपिसी योजना के तहत कराया गया शैक्षिक भ्रमण।
- नौवीं कक्षा के छात्र-छात्राओं ने लिया भाग।
- प्रधानाध्यापक डॉ. मृगेंद्र नारायण सिंह के नेतृत्व में आयोजन।
- पलामू किला, बेतला नेशनल पार्क, केचकी संगम का भ्रमण।
- डीएवी इंजीनियरिंग कॉलेज और गोवंश सर्वधन केंद्र का अवलोकन।
- बच्चों में दिखा उत्साह और रोमांच।
लातेहार जिले के मनिका प्रखंड स्थित राजकीय कृत्य प्लस टू उच्च विद्यालय के नौवीं कक्षा में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को विद्यालय की ओर से शैक्षिक भ्रमण कराया गया। यह भ्रमण भारत सरकार की एपिसी योजना के अंतर्गत आयोजित किया गया, जिसका मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को पुस्तकीय ज्ञान के साथ-साथ व्यवहारिक अनुभव प्रदान करना था।
प्रधानाध्यापक के नेतृत्व में हुआ भ्रमण
इस शैक्षिक भ्रमण का नेतृत्व विद्यालय के प्रधानाध्यापक डॉ. मृगेंद्र नारायण सिंह ने किया। उन्होंने बताया कि सुरक्षित वाहनों के माध्यम से सभी छात्र-छात्राओं को विद्यालय से विभिन्न स्थलों तक ले जाया गया, जिससे बच्चों की सुरक्षा और अनुशासन सुनिश्चित किया जा सके।
ऐतिहासिक और प्राकृतिक स्थलों का अवलोकन
भ्रमण के दौरान विद्यार्थियों को पलामू किला, बेतला नेशनल पार्क, केचकी संगम, डीएवी इंजीनियरिंग कॉलेज तथा परंपरागत गोवंश सर्वधन केंद्र का भ्रमण कराया गया। इन स्थलों पर जाकर बच्चों ने इतिहास, प्रकृति, तकनीकी शिक्षा और ग्रामीण अर्थव्यवस्था से जुड़ी जानकारियों को प्रत्यक्ष रूप से समझा।
खुली आंखों से देखा किताबों का ज्ञान
प्रधानाध्यापक डॉ. मृगेंद्र नारायण सिंह ने बताया कि छात्र-छात्राओं ने किताबों में पढ़े गए जीव-जंतु, ऐतिहासिक धरोहर और प्राकृतिक दृश्य को जब अपनी खुली आंखों से देखा, तो वे अत्यंत रोमांचित हो उठे।
डॉ. मृगेंद्र नारायण सिंह ने कहा: “इस तरह के शैक्षिक भ्रमण से बच्चों की शैक्षिक क्षमता का विकास होता है और उन्हें व्यवहारिक ज्ञान प्राप्त होता है, जो उनके सर्वांगीण विकास के लिए बेहद जरूरी है।”
बच्चों में दिखा जबरदस्त उत्साह
भ्रमण के दौरान छात्र-छात्राओं में काफी उत्साह देखने को मिला। सभी बच्चों ने बढ़-चढ़कर प्रत्येक स्थल का निरीक्षण किया और सवाल-जवाब के माध्यम से अपनी जिज्ञासाओं को शांत किया। बच्चों ने प्राकृतिक सौंदर्य, ऐतिहासिक धरोहरों और शैक्षणिक संस्थानों को देखकर अपने अनुभव साझा किए।
शिक्षकों और कर्मियों की रही सक्रिय भागीदारी
इस शैक्षिक भ्रमण में विद्यालय के सभी शिक्षक-शिक्षिकाएं एवं अन्य कर्मी भी शामिल रहे। उन्होंने बच्चों को हर स्थल की जानकारी दी और भ्रमण कार्यक्रम को सफल बनाने में सक्रिय भूमिका निभाई। शिक्षकों ने भी इस आयोजन को बच्चों के लिए अत्यंत लाभकारी बताया।
सर्वांगीण विकास के लिए जरूरी ऐसे आयोजन
विद्यालय प्रबंधन का मानना है कि केवल कक्षा-कक्ष की पढ़ाई से ही नहीं, बल्कि ऐसे शैक्षिक भ्रमणों से भी बच्चों का बौद्धिक, सामाजिक और मानसिक विकास होता है। इससे बच्चों में सीखने की रुचि बढ़ती है और वे विषयों को गहराई से समझ पाते हैं।
न्यूज़ देखो: अनुभव से ही बनता है सशक्त विद्यार्थी
शैक्षिक भ्रमण बच्चों को किताबी दुनिया से बाहर निकालकर वास्तविक जीवन से जोड़ते हैं। राजकीय कृत्य प्लस टू उच्च विद्यालय मनिका की यह पहल शिक्षा को व्यवहारिक बनाने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है। ऐसे आयोजनों से शिक्षा अधिक रोचक और प्रभावी बनती है। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
पढ़ाई के साथ अनुभव भी है जरूरी
अगर बच्चों को सीखने के लिए अवसर दिए जाएं, तो उनका आत्मविश्वास और ज्ञान दोनों बढ़ता है। शैक्षिक भ्रमण जैसे आयोजन हर विद्यालय में नियमित होने चाहिए। इस खबर पर अपनी राय साझा करें, इसे आगे बढ़ाएं और शिक्षा से जुड़ी ऐसी सकारात्मक पहलों को समर्थन दें।





