#गढ़वा #सुब्रतोमुखर्जी कप — खेल में भी है उज्ज्वल भविष्य, रंभा चौबे ने खिलाड़ियों को किया सम्मानित
- उत्क्रमित उच्च विद्यालय बाना ने प्लस टू उवि मेराल को 1-0 से हराया
- फाइनल मैच मेराल विद्यालय मैदान में खेला गया
- मुख्य अतिथि रंभा चौबे ने दी विजेता व उपविजेता टीमों को बधाई
- खिलाड़ियों को अनुशासन और परिश्रम से आगे बढ़ने की नसीहत
- पुरस्कार वितरण समारोह में शिक्षा विभाग के अधिकारी भी रहे मौजूद
मेराल में हुआ सुब्रतो कप फाइनल, बना की टीम बनी चैंपियन
गढ़वा जिले के मेराल प्रखंड स्थित प्लस टू उच्च विद्यालय मेराल के मैदान में प्रखंड स्तरीय सुब्रतो मुखर्जी कप फुटबॉल टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला खेला गया। रोमांचक मैच में उत्क्रमित उच्च विद्यालय बाना की टीम ने प्लस टू उच्च विद्यालय मेराल को 1-0 से हराकर खिताब अपने नाम किया।
मैच में दोनों टीमें शुरू से ही आक्रामक खेल रहीं थीं, लेकिन बाना की टीम ने बढ़त लेने के बाद उसे अंत तक बनाए रखा और विजेता घोषित की गई।
पुरस्कार वितरण में शिक्षा पदाधिकारी ने किया प्रोत्साहन
मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित क्षेत्र शिक्षा पदाधिकारी रंभा चौबे ने विजेता और उपविजेता टीमों के खिलाड़ियों को पुरस्कार वितरण किया और खेल भावना को बढ़ावा देने का संदेश दिया।
रंभा चौबे ने कहा: “पढ़ाई के साथ-साथ खेल के क्षेत्र में भी करियर की असीम संभावनाएं हैं। अगर खिलाड़ी लगन और अनुशासन के साथ मेहनत करें तो उन्हें सफलता जरूर मिलेगी।”
उन्होंने यह भी कहा कि खेल हार-जीत का नाम है, हारने वाली टीम को निराश नहीं होना चाहिए, बल्कि कड़ी मेहनत कर अगली बार बेहतर प्रदर्शन करने का प्रयास करना चाहिए।
सम्मान समारोह में दिखा उत्साह और प्रेरणा
इस अवसर पर उपस्थित अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी खिलाड़ियों को संबोधित किया और उन्हें आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि खेल से न सिर्फ शरीर का विकास होता है, बल्कि आत्मविश्वास भी बढ़ता है।
समारोह में प्रमुख रूप से बीपीओ पूनम कुमारी, बीआरपी संभा कुमारी, सीआरपी मंजू कुमारी, प्राचार्य लालता पटेल, मो. आसिफ हुसैन, मनोज चौधरी, सुशील तिवारी, खेल शिक्षक अखिलेश कुमार, टीम मैनेजर बबन कुमार दास, श्रवण कुमार, कोच अजय कुमार ठाकुर, संजय उरांव, अविनाश कुमार, अनीश अंसारी समेत कई लोग उपस्थित रहे।
न्यूज़ देखो: ग्रामीण प्रतिभाओं को चाहिए मंच और मार्गदर्शन
सुब्रतो कप जैसे टूर्नामेंट ग्रामीण क्षेत्रों के खेल प्रतिभाओं को सामने लाने का सुनहरा अवसर प्रदान करते हैं। ऐसे आयोजनों के माध्यम से छात्रों को न सिर्फ प्रतिस्पर्धा का अनुभव मिलता है, बल्कि सामूहिकता, अनुशासन और आत्मबल जैसे मूल्यों का भी विकास होता है। ‘न्यूज़ देखो’ यह मांग करता है कि जिला एवं राज्य स्तर पर इन खिलाड़ियों को अधिक से अधिक अवसर और संसाधन उपलब्ध कराए जाएं।
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खेल को बनाएं जीवन का हिस्सा
हर युवा को चाहिए कि वह पढ़ाई के साथ-साथ खेल को भी गंभीरता से अपनाएं। खेल न केवल शरीर को स्वस्थ रखता है बल्कि आत्मविश्वास और नेतृत्व की भावना भी विकसित करता है।
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