
#लचरागढ़ #कम्प्यूटर_शिक्षा : सक्सेस पॉइंट कम्प्यूटर प्रशिक्षण संस्थान में आयोजित मॉड्यूल परीक्षा में 125 विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया—पूरे केंद्र पर अनुशासन और सुचारु व्यवस्था की मिसाल देखने को मिली।
- शनिवार को सक्सेस पॉइंट कम्प्यूटर प्रशिक्षण संस्थान में मॉड्यूल परीक्षा का सफल आयोजन।
- कुल 125 छात्र–छात्राओं ने विभिन्न मॉड्यूल की परीक्षाओं में भाग लिया।
- परीक्षा संचालन की जिम्मेदारी निदेशक कुंदन कुमार, इंस्ट्रक्टर पिंकी कुमारी और फिल्ड कोऑर्डिनेटर रूपेश पंडा द्वारा निभाई गई।
- पूरे परीक्षा केंद्र पर शांतिपूर्ण, व्यवस्थित और अनुशासित वातावरण रहा।
- विद्यार्थियों को तकनीकी सहयोग, मार्गदर्शन और समय प्रबंधन की विशेष सुविधा।
- परिणाम जल्द घोषित किए जाएंगे और सफल प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र प्रदान किए जाएंगे।
लचरागढ़ स्थित सक्सेस पॉइंट कम्प्यूटर प्रशिक्षण संस्थान में शनिवार को आयोजित मॉड्यूल परीक्षा बड़े ही शांतिपूर्ण और सुव्यवस्थित वातावरण में सम्पन्न हुई। सुबह से ही छात्रों की उपस्थिति उत्साहजनक थी, और 125 विद्यार्थी अलग-अलग कम्प्यूटर मॉड्यूल की परीक्षा देने पहुंचे।
संस्थान द्वारा की गई व्यवस्थाएं इतनी सुचारु थीं कि पूरे परीक्षा समय में किसी भी प्रकार की अव्यवस्था या समस्या की सूचना नहीं मिली। परीक्षा संचालन में शामिल टीम ने छात्रों को आवश्यक मार्गदर्शन, तकनीकी सहायता और स्पष्ट निर्देश देकर प्रक्रिया को आसान बनाया।
संस्थान में परीक्षा दिवस: अनुशासन और उत्साह का संगम
परीक्षा दिवस की सुबह से ही संस्थान परिसर में चहल-पहल दिखाई दी।
विद्यार्थी निर्धारित समय से पहले परीक्षा केंद्र पहुँचने लगे, जिससे आयोजन की गंभीरता और उत्साह दोनों साफ झलक रहे थे।
विभिन्न कम्प्यूटर कोर्सेज जैसे बेसिक मॉड्यूल, टाइपिंग, माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस, डिजिटल लिटरेसी, प्रोग्रामिंग फाउंडेशन आदि की परीक्षाएँ निर्धारित समयानुसार सफलतापूर्वक सम्पन्न कराई गईं।
परीक्षा के दौरान संस्थान प्रबंधन और स्टाफ ने कक्षों का निरीक्षण करते हुए विद्यार्थियों को उचित दिशा-निर्देश दिए।
केंद्र पर बैठने की व्यवस्था से लेकर तकनीकी संसाधनों की उपलब्धता तक हर पहलू की सावधानीपूर्वक निगरानी की गई।
सफल आयोजन में टीम की भूमिका: नेतृत्व और समन्वय
इस मॉड्यूल परीक्षा के सफल संचालन में संस्थान के तीन प्रमुख सदस्यों का महत्वपूर्ण योगदान रहा—
निदेशक कुंदन कुमार,
इंस्ट्रक्टर पिंकी कुमारी,
तथा फिल्ड कोऑर्डिनेटर रूपेश पंडा।
तीनों ने मिलकर पूरे आयोजन का प्रबंधन संभाला, परीक्षा के हर चरण को समयबद्ध और अनुशासित बनाए रखा।
निदेशक कुंदन कुमार ने कहा: “हमारा उद्देश्य विद्यार्थियों को सर्वोत्तम शिक्षण वातावरण और निष्पक्ष परीक्षा प्रक्रिया उपलब्ध कराना है। उनकी सफलता ही हमारा सबसे बड़ा परिणाम है।”
परीक्षा केंद्र पर निगरानी, प्रश्नपत्र वितरण, उपस्थिति सत्यापन, तकनीकी सहयोग और सुरक्षा व्यवस्था—हर जिम्मेदारी को टीम ने अत्यंत तत्परता के साथ निभाया।
विद्यार्थियों को मिला मार्गदर्शन और सुविधाएँ
परीक्षा के दौरान विद्यार्थियों को
- तकनीकी सहायता,
- कम्प्यूटर सिस्टम संचालन में सहयोग,
- समय प्रबंधन के सुझाव,
- और परीक्षा प्रक्रिया से संबंधित मार्गदर्शन
नियमित रूप से प्रदान किया गया।
संस्थान प्रबंधन का कहना है कि इस तरह की परीक्षाएँ न केवल विद्यार्थियों की तकनीकी दक्षता का मूल्यांकन करती हैं, बल्कि उन्हें पेशेवर माहौल में काम करने की आदत भी विकसित करती हैं।
परिणाम और प्रमाणपत्र वितरण जल्द
परीक्षा सम्पन्न होने के बाद संस्थान प्रबंधन ने बताया कि मॉड्यूल परीक्षा का परिणाम जल्द घोषित किया जाएगा।
उत्तीर्ण उम्मीदवारों को आधिकारिक प्रमाणपत्र भी दिया जाएगा, जो भविष्य में नौकरी, ट्रेनिंग प्रोग्राम और आगे की पढ़ाई में उपयोगी साबित होगा।
कम्प्यूटर शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण प्रदान करने के उद्देश्य से संस्थान लगातार प्रयासरत है, और स्थानीय युवाओं को डिजिटल युग के लिए तैयार कर रहा है।
स्थानीय क्षेत्र में गुणवत्ता आधारित कम्प्यूटर शिक्षा का केंद्र
लचरागढ़ क्षेत्र में कम्प्यूटर प्रशिक्षण के विश्वसनीय संस्थान के रूप में सक्सेस पॉइंट ने अपनी अलग पहचान बनाई है।
यहां गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, अनुभवी प्रशिक्षक और डिजिटल कौशल के विकास पर विशेष ध्यान दिया जाता है।
इसी कारण स्थानीय युवा इस संस्थान को बेहद विश्वसनीय और उपयोगी मानते हैं।
संस्थान द्वारा समय-समय पर आयोजित परीक्षाएँ, प्रैक्टिकल ट्रेनिंग और वर्कशॉप छात्रों को रोजगार और कौशल विकास के लिए उपयुक्त वातावरण प्रदान करती हैं।
न्यूज़ देखो: शिक्षा और अनुशासन का संगम बना लचरागढ़ का यह संस्थान
इस परीक्षा आयोजन ने यह साबित किया है कि जब संस्थान प्रबंधन, प्रशिक्षक और छात्र—तीनों एकजुट होकर काम करते हैं तो शिक्षा के परिणाम स्वतः बेहतर हो जाते हैं।
लचरागढ़ जैसे क्षेत्र में कम्प्यूटर शिक्षा को सुलभ और गुणवत्तापूर्ण बनाना सराहनीय कदम है, जो डिजिटल भारत की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान देता है।
इस तरह की परीक्षाएँ विद्यार्थियों में आत्मविश्वास, प्रतिस्पर्धा और कौशल वृद्धि के अवसर उत्पन्न करती हैं।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
डिजिटल शिक्षा से बदलती जिंदगी — अब युवाओं की जिम्मेदारी है आगे बढ़ना
तकनीक आज हर क्षेत्र की रीढ़ बन चुकी है। ऐसे में कम्प्यूटर शिक्षा केवल पढ़ाई नहीं, बल्कि करियर निर्माण का जरूरी हिस्सा बन गई है।
युवा वर्ग अगर डिजिटल कौशल में निपुण होगा, तो रोजगार के नए अवसर और आत्मनिर्भरता दोनों उसके पास होंगे।





