
#सिमडेगा #आदिकर्मयोगी : जनजातीय समाज के विकास और परिवर्तन की दिशा में सार्थक पहल
- आदि कर्मयोगी अभियान के तहत 3 दिवसीय जिला स्तरीय प्रशिक्षण का आयोजन 28 से 30 अगस्त तक किया गया।
- सिमडेगा उपायुक्त कंचन सिंह मुख्य अतिथि के रूप में समापन कार्यक्रम में शामिल हुईं।
- प्रशिक्षण का उद्देश्य जनजातीय परिवारों तक योजनाओं को पारदर्शी और प्रभावी ढंग से पहुंचाना रहा।
- जिले के 5 विभागों से 50 अधिकारी-कर्मचारी इस कार्यक्रम में शामिल हुए।
- 292 गांवों को योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए चयनित किया गया है।
सिमडेगा के आशा होटल में तीन दिवसीय आदि कर्मयोगी अभियान का जिला स्तरीय प्रशिक्षण शुक्रवार को सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। यह कार्यक्रम भारत सरकार के जनजातीय कार्य मंत्रालय एवं झारखंड शासन के जनजातीय कार्य विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया था। प्रशिक्षण के समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उपायुक्त श्रीमती कंचन सिंह शामिल हुईं।
प्रशिक्षण का उद्देश्य और महत्व
इस प्रशिक्षण का मुख्य मकसद अधिकारी, कर्मचारी, गैर-सरकारी संगठन एवं सामुदायिक संगठनों को सेवा, समर्पण और संकल्प की भावना के साथ तैयार करना था। कार्यक्रम का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि शासन की योजनाओं का लाभ पात्र जनजातीय परिवारों तक पारदर्शिता और सरलता से पहुंचे। इस अभियान को “रेस्पॉन्सिव गवर्नेंस प्रोग्राम” के तहत संचालित किया जा रहा है।
मास्टर ट्रेनरों की भूमिका
पहले दिन जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनरों ने ब्लॉक स्तर के मास्टर ट्रेनरों को व्यक्तित्व विकास, प्रशिक्षण सत्र की विधि और प्रभावी क्रियान्वयन की रणनीतियों पर मार्गदर्शन दिया। आगामी चरण में इन्हीं प्रशिक्षित मास्टर ट्रेनरों की मदद से ब्लॉक और पंचायत स्तर पर कार्यशालाओं और प्रशिक्षणों का आयोजन किया जाएगा।
उपायुक्त ने किया प्रेरित
समापन अवसर पर उपायुक्त कंचन सिंह ने सभी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया और कहा:
“आदि कर्मयोगी अभियान का उद्देश्य अंतिम पंक्ति तक योजनाओं को पहुंचाना है। यह तभी सफल होगा जब हर कर्मयोगी ईमानदारी और कर्मठता के साथ अपनी भूमिका निभाए।”
उन्होंने सभी से सेवा भावना और समर्पण को सर्वोपरि रखते हुए अभियान को सफल बनाने का आह्वान किया।
प्रतिभागियों का अनुभव
कई प्रतिभागियों ने कहा कि यह प्रशिक्षण उनके लिए पहली बार का अनूठा अनुभव था। इससे उन्हें अपने कर्तव्यों को और बेहतर ढंग से निभाने की प्रेरणा मिली।
धन्यवाद और समापन
समारोह के अंत में जिला कल्याण पदाधिकारी ने धन्यवाद ज्ञापन किया और प्रतिभागियों से अपील की कि वे इस प्रशिक्षण से मिले ज्ञान और अनुभव को व्यवहार में लाकर जनजातीय समाज के उत्थान में सहयोगी बनें।



न्यूज़ देखो: जनजातीय विकास की दिशा में मजबूत कदम
आदि कर्मयोगी अभियान सिर्फ एक प्रशिक्षण नहीं बल्कि सिस्टम को अधिक जिम्मेदार और उत्तरदायी बनाने की पहल है। यह अभियान साबित करता है कि योजनाएं तभी सफल होती हैं जब जमीन से जुड़े लोग प्रशिक्षण और सही मार्गदर्शन के साथ कार्य करें।
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सेवा और समर्पण से बदलेंगी तस्वीरें
सिमडेगा में संपन्न यह प्रशिक्षण इस बात का संदेश देता है कि निष्ठा और पारदर्शिता से ही जनजातीय समाज का वास्तविक उत्थान संभव है। अब समय है कि हम सभी इस परिवर्तन में योगदान दें। अपनी राय कॉमेंट करें और इस खबर को दोस्तों के साथ शेयर करें ताकि जागरूकता फैले।