
#गढ़वा #नि:शुल्कमोतियाबिंदऑपरेशन : नेत्रहीनता से जूझ रहे गरीबों को मिली रोशनी की नई उम्मीद—राधिका नेत्रालय की सेवा सराहनीय
- चिरोजिया मोड़ स्थित राधिका नेत्रालय में 33 मोतियाबिंद मरीजों का मुफ्त ऑपरेशन किया गया
- वर्ष 2025-26 में अब तक 166 गरीब मरीजों का सफल ऑपरेशन हो चुका है
- ऑपरेशन के बाद मरीजों को चश्मा व दवाएं भी मुफ्त दी जाती हैं
- मुफ्त इलाज के लिए आधार और राशन कार्ड जरूरी किया गया है
- नेत्रालय गरीबों के लिए लगातार चला रहा है नि:शुल्क इलाज अभियान
गरीबों को मिल रही आंखों की रोशनी, राधिका नेत्रालय की पहल
गढ़वा, चिरोजिया मोड़ – जिले के चिरोजिया मोड़ स्थित राधिका नेत्रालय में 33 मोतियाबिंद पीड़ित मरीजों का नि:शुल्क ऑपरेशन कर उन्हें आंखों की रोशनी लौटाने का सराहनीय कार्य किया गया। इस अवसर पर अस्पताल के निदेशक डॉ. सुशील कुमार ने बताया कि यह अभियान गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए समर्पित है, जो महंगे इलाज के चलते अंधकार में जीवन जीने को मजबूर होते हैं।
डॉ. सुशील कुमार ने कहा: “हमारा प्रयास है कि किसी भी जरूरतमंद को रोशनी से वंचित न रहना पड़े। इसलिए मोतियाबिंद पीड़ितों का इलाज पूरी तरह से मुफ्त किया जा रहा है।”
इलाज प्रक्रिया और पंजीकरण में पारदर्शिता
नेत्रालय में मरीजों को पहले व्यापक जांच से गुजारा जाता है। यदि उनमें मोतियाबिंद की पुष्टि होती है, तो तुरंत उनका पंजीकरण किया जाता है और नि:शुल्क ऑपरेशन की तारीख तय की जाती है। ऑपरेशन के उपरांत मरीजों को मुफ्त चश्मा और आवश्यक दवाइयां दी जाती हैं, जिससे उन्हें पुनः दृष्टि का लाभ मिल सके।
डॉ. सुशील ने यह भी स्पष्ट किया कि इस नि:शुल्क सुविधा का लाभ उठाने के लिए आधार कार्ड और राशन कार्ड जरूरी हैं। इससे यह सुनिश्चित किया जाता है कि सिर्फ वास्तविक जरूरतमंद ही योजना का लाभ लें।
एक वर्ष में 166 मरीजों को मिली रोशनी
वर्ष 2025-26 के दौरान अब तक कुल 166 मोतियाबिंद मरीजों का सफल ऑपरेशन किया जा चुका है। यह आंकड़ा दिखाता है कि राधिका नेत्रालय ने न सिर्फ आंखों की रोशनी दी, बल्कि सैकड़ों परिवारों को नया जीवन भी प्रदान किया है। यह समाज सेवा की दिशा में एक उदाहरणीय प्रयास है।
स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता विजय साह ने कहा: “राधिका नेत्रालय गरीबों के लिए वरदान साबित हो रहा है। इस तरह की सेवाएं ही समाज में बदलाव लाती हैं।”

न्यूज़ देखो: स्वास्थ्य सेवा में सच्ची समाजसेवा की मिसाल
राधिका नेत्रालय ने यह सिद्ध किया है कि अगर इच्छाशक्ति और सेवा-भावना हो, तो गरीबों के लिए भी गुणवत्तापूर्ण इलाज संभव है। न्यूज़ देखो इस सेवा भावना की सराहना करता है और उम्मीद करता है कि अन्य संस्थाएं भी इससे प्रेरणा लेंगी।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
समाज के लिए रोशनी बनें, सेवा में जुड़ें
हर नागरिक अगर अपने स्तर से कुछ करने की ठाने, तो हमारे समाज में कोई अंधकार में नहीं रहेगा। राधिका नेत्रालय जैसी संस्थाएं हमें बताती हैं कि सच्ची सेवा आंखों से नहीं, दिल से देखी जाती है।
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