
#केरसई #स्वास्थ्य_सेवा : आयुष विभाग के निर्देश पर आयोजित कैम्प में 108 वयोवृद्धों की जांच व निःशुल्क दवा वितरण किया गया।
केरसई प्रखंड के किनकेल पंचायत अंतर्गत कराईगुड़ा डिपाटोली में शुक्रवार को वयोवृद्ध स्वस्थ कैम्प का आयोजन किया गया। यह कैम्प जिला आयुष चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. सुभद्रा कुमारी के निर्देशानुसार संपन्न हुआ। कैम्प में आयुष सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी डॉ. आशीष उरांव के नेतृत्व में बुजुर्गों की स्वास्थ्य जांच कर निःशुल्क दवाएं वितरित की गईं। आयोजन का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र में वयोवृद्धों को आयुष पद्धति से स्वास्थ्य लाभ पहुंचाना रहा।
- किनकेल पंचायत के कराईगुड़ा डिपाटोली में वयोवृद्ध स्वस्थ कैम्प का आयोजन।
- डॉ. सुभद्रा कुमारी के निर्देशानुसार आयुष विभाग द्वारा कार्यक्रम संपन्न।
- डॉ. आशीष उरांव के नेतृत्व में 108 मरीजों की स्वास्थ्य जांच।
- लाभुकों को निःशुल्क आयुष दवाओं का वितरण।
- योग, प्राणायाम व आहार-विहार के प्रति ग्रामीणों को किया गया जागरूक।
केरसई प्रखंड के सुदूर ग्रामीण क्षेत्र कराईगुड़ा डिपाटोली में आयोजित वयोवृद्ध स्वस्थ कैम्प स्थानीय लोगों के लिए राहत लेकर आया। शुक्रवार को आयोजित इस कैम्प में बड़ी संख्या में बुजुर्गों ने भाग लिया और अपनी स्वास्थ्य जांच कराई। आयुष विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर वयोवृद्धों को स्वास्थ्य संबंधी परामर्श दिया और आवश्यक दवाएं उपलब्ध कराईं। ग्रामीणों ने इस पहल को उपयोगी बताते हुए भविष्य में ऐसे और कैम्प आयोजित करने की मांग की।
आयुष विभाग के निर्देश पर हुआ आयोजन
इस स्वास्थ्य कैम्प का आयोजन जिला आयुष चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. सुभद्रा कुमारी के निर्देशानुसार किया गया। आयुष विभाग का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में वयोवृद्धों को वैकल्पिक एवं प्राकृतिक चिकित्सा पद्धतियों से जोड़ना है, ताकि वे बिना अधिक खर्च के स्वस्थ जीवन जी सकें। कैम्प के माध्यम से बुजुर्गों को यह संदेश दिया गया कि नियमित दिनचर्या और आयुष पद्धति अपनाकर कई बीमारियों से बचा जा सकता है।
108 वयोवृद्धों की हुई स्वास्थ्य जांच
आयुष सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी डॉ. आशीष उरांव के नेतृत्व में आयोजित इस कैम्प में कुल 108 मरीजों की स्वास्थ्य जांच की गई। जांच के बाद आवश्यकतानुसार उन्हें आयुर्वेदिक एवं होम्योपैथिक दवाएं निःशुल्क दी गईं। डॉ. उरांव ने वयोवृद्धों को उनकी स्वास्थ्य समस्याओं के अनुसार परामर्श भी दिया।
डॉ. आशीष उरांव ने कहा: “आयुष पद्धति जैसे आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक उपचार के साथ योग, आसन, प्राणायाम और संतुलित आहार-विहार के नियमित अभ्यास से कई रोगों से बचाव संभव है।”
योग और प्राणायाम के प्रति किया गया जागरूक
कैम्प के दौरान योग शिक्षक घनश्याम जी ने उपस्थित लोगों को योग पुस्तिका वितरित की। उन्होंने बुजुर्गों को योग, आसन और प्राणायाम की विधि समझाते हुए इसके लाभों की जानकारी दी। योग शिक्षक ने बताया कि नियमित योग अभ्यास से शरीर के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य भी बेहतर होता है, जो वयोवृद्धों के लिए अत्यंत आवश्यक है।
इनका रहा महत्वपूर्ण योगदान
इस वयोवृद्ध स्वस्थ कैम्प के सफल आयोजन में योग शिक्षक देवनारायण जी, अंजनी जी, सहिया साथी जसवन्ती इन्दवार, उर्मिला देवी, आशामनी डुंगडुंग एवं निर्मला जी ने सक्रिय भूमिका निभाई। इन सभी के सहयोग से कैम्प का संचालन सुचारू रूप से किया जा सका और लाभुकों को समय पर सेवाएं उपलब्ध कराई गईं।
ग्रामीणों में दिखा उत्साह
कैम्प में शामिल वयोवृद्धों एवं ग्रामीणों में खासा उत्साह देखा गया। लोगों ने बताया कि गांव स्तर पर इस तरह के स्वास्थ्य कैम्प से उन्हें समय और पैसे दोनों की बचत होती है। कई बुजुर्गों ने पहली बार आयुष पद्धति से उपचार लेने का अनुभव साझा करते हुए इसे लाभकारी बताया।
न्यूज़ देखो: ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं की मजबूत पहल
यह आयोजन दर्शाता है कि आयुष विभाग ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त बनाने की दिशा में सक्रिय है। वयोवृद्धों के लिए ऐसे कैम्प न केवल इलाज उपलब्ध कराते हैं, बल्कि उन्हें स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित भी करते हैं। जरूरत है कि इस तरह की पहल को नियमित रूप से आयोजित किया जाए, ताकि अधिक से अधिक लोग लाभान्वित हो सकें। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
स्वस्थ बुजुर्ग, सशक्त समाज की ओर एक कदम
वयोवृद्ध हमारे समाज की अमूल्य धरोहर हैं और उनका स्वस्थ रहना पूरे समाज की मजबूती का संकेत है। आयुष पद्धति, योग और संतुलित जीवनशैली को अपनाकर हम बुजुर्गों के जीवन को बेहतर बना सकते हैं।





