
#रांची #महिला_स्वास्थ्य : तमाड़ पीएम कस्तूरबा गांधी विद्यालय में किशोरियों और महिलाओं को स्तन व सर्वाइकल कैंसर के प्रति जागरूक किया गया
- तमाड़ प्रखंड के पीएम श्री कस्तूरबा गांधी विद्यालय में WCSF Foundation की पहल पर स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम आयोजित।
- कार्यक्रम का नेतृत्व प्रखंड समन्वयक गंगा पुरन ने किया।
- राज्य समन्वयक प्रियंका कुमारी ने छात्राओं को स्तन और सर्वाइकल कैंसर के शुरुआती लक्षण, समय पर जांच और स्व-निरीक्षण के महत्व की जानकारी दी।
- छात्राओं को स्वच्छता, मासिक धर्म प्रबंधन, संतुलित आहार और नियमित व्यायाम के महत्व के बारे में जागरूक किया गया।
- कार्यक्रम में छात्राओं ने विशेषज्ञों से प्रश्न पूछकर स्वास्थ्य संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त की।
रांची जिले के तमाड़ प्रखंड स्थित पीएम श्री कस्तूरबा गांधी विद्यालय में सोमवार को WCSF Foundation की पहल पर स्तन और सर्वाइकल कैंसर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अभियान का नेतृत्व प्रखंड समन्वयक गंगा पुरन ने किया। शिविर का मुख्य उद्देश्य किशोरियों और महिलाओं को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं, विशेषकर स्तन और सर्वाइकल कैंसर के शुरुआती संकेतों और समय पर जांच की महत्ता से अवगत कराना था।
कार्यक्रम में राज्य समन्वयक प्रियंका कुमारी उपस्थित रहीं, जिन्होंने छात्राओं को स्वास्थ्य समस्याओं की पहचान, शुरुआती लक्षण और नियमित जांच की प्रक्रिया समझाई। उन्होंने बताया कि कैसे छोटी-सी स्वास्थ्य समस्या की अनदेखी भविष्य में गंभीर रोगों का कारण बन सकती है। विशेषकर सर्वाइकल कैंसर के शुरुआती लक्षणों, कारणों और समय पर जांच के महत्व को उन्होंने सरल भाषा में समझाया। इसके साथ ही स्तन कैंसर के प्रारंभिक संकेतों की पहचान और मासिक रूप से स्वयं जाँच (Self Examination) करने की विधि भी छात्राओं को सिखाई गई।
स्वच्छता, पोषण और शारीरिक गतिविधियों का महत्व
प्रियंका कुमारी ने छात्राओं को स्वच्छता और मासिक धर्म प्रबंधन, संतुलित पोषण, व्यायाम और शारीरिक गतिविधियों के महत्व के बारे में भी विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि सही आहार, नियमित व्यायाम और व्यक्तिगत स्वच्छता न केवल बीमारियों से बचाव करते हैं बल्कि संपूर्ण स्वास्थ्य को मजबूत बनाते हैं।
प्रियंका कुमारी ने कहा: “समय पर स्वास्थ्य जांच और सही जानकारी ही जीवन को गंभीर रोगों से बचाने का सबसे बड़ा हथियार है।”
कार्यक्रम के दौरान छात्राओं ने उत्साह और जिज्ञासा के साथ विशेषज्ञों से सवाल पूछे और स्वास्थ्य से जुड़े कई महत्वपूर्ण विषयों पर जानकारी प्राप्त की। कार्यक्रम के अंत में उन्हें संदेश दिया गया कि यह ज्ञान केवल उनके लिए नहीं बल्कि इसे अपने परिवार और समाज की अन्य महिलाओं तक भी पहुँचाना आवश्यक है।
WCSF Foundation की पहल और ग्रामीण स्वास्थ्य सशक्तिकरण
इस जागरूकता कार्यक्रम के माध्यम से डब्ल्यूसीएसएफ चैरिटी स्पिरिट फाउंडेशन (WCSF Foundation) ने स्थानीय किशोरियों और महिलाओं तक स्वास्थ्य संदेश पहुँचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यह पहल दर्शाती है कि सही जानकारी, समय पर जांच और जागरूकता के माध्यम से गंभीर बीमारियों को रोका जा सकता है और स्थानीय स्तर पर महिला स्वास्थ्य सशक्तिकरण को बढ़ावा दिया जा सकता है।

न्यूज़ देखो: ग्रामीण महिलाओं के स्वास्थ्य सशक्तिकरण में WCSF Foundation का योगदान
यह कार्यक्रम दिखाता है कि स्वास्थ्य जागरूकता केवल शहरों तक सीमित नहीं रह सकती। ग्रामीण क्षेत्र में किशोरियों और महिलाओं को स्वास्थ्य शिक्षा देना, उनके लिए समय पर जांच और स्व-निरीक्षण की जानकारी प्रदान करना, उनकी जीवन गुणवत्ता को बेहतर बनाने में निर्णायक साबित होता है। WCSF Foundation जैसी संस्थाएं इस दिशा में अहम भूमिका निभा रही हैं।
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जागरूक बनें, स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें
स्वास्थ्य केवल व्यक्तिगत जिम्मेदारी नहीं बल्कि सामाजिक जिम्मेदारी भी है। अपने आसपास के लोगों, विशेषकर महिलाओं और किशोरियों को स्वास्थ्य संबंधी जानकारी साझा करें। नियमित जांच और सही पोषण अपनाएं, ताकि गंभीर बीमारियों से सुरक्षित रहा जा सके। अपनी राय कमेंट करें, इस खबर को शेयर करें और ग्रामीण स्वास्थ्य जागरूकता फैलाने में योगदान दें।





