
मानव-वन्यजीव संघर्ष कम करने और संरक्षण की दिशा में सराहनीय पहल
गारु (लातेहार), सोमवार — गारु प्रखंड के बारेसाढ़ पंचायत अंतर्गत परेवाटांड़ टोला में सोमवार सुबह लगभग 5 बजे एक विशालकाय अजगर के देखे जाने से हड़कंप मच गया। अर्जुन सिंह के घर के पीछे पुवाल के ढेर में लगभग 12 फीट लंबा, 18 किलोग्राम वजनी और घरेलू कंडी जितना मोटा भारतीय अजगर (Indian Rock Python) छिपा हुआ था।
इसकी सूचना मिलते ही फॉरेस्टर परमजीत तिवारी के नेतृत्व में वन विभाग की रेस्क्यू टीम तत्काल मौके पर पहुंची। टीम में वाइल्डलाइफर शेरा गुप्ता, ट्रैकर अमन कुमार, क्यूआरटी सदस्य मुखराज यादव, लक्ष्मण यादव और स्थानीय ग्रामीण आकाश कुमार शामिल थे। लगभग 30 मिनट के प्रयास और सावधानीपूर्वक योजना के बाद टीम ने अजगर को बिना किसी नुकसान के सुरक्षित पकड़ लिया।
इसके बाद उसे उसके प्राकृतिक आवास कुम्हरमारा जंगल में ले जाकर रिहा कर दिया गया। यह क्षेत्र वन्य जीवों के लिए सुरक्षित माना जाता है।
फॉरेस्टर परमजीत तिवारी ने जानकारी दी कि पकड़ा गया सांप “इंडियन रॉक पाइथन” प्रजाति का है, जो कि वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 के तहत संरक्षित है। उन्होंने बताया कि बरसात के मौसम में सांप और अन्य जंगली जीव अपने प्राकृतिक आवासों से निकलकर मानव बस्तियों की ओर आ जाते हैं, जिससे मानव-वन्यजीव संघर्ष की स्थिति बन जाती है।
उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि ऐसे मामलों में घबराने के बजाय तुरंत वन विभाग को सूचित करें ताकि किसी प्रकार की जान-माल की क्षति से बचा जा सके।
यह रेस्क्यू अभियान वन विभाग और स्थानीय लोगों की सजगता व जागरूकता का उत्कृष्ट उदाहरण है, जो पर्यावरण संरक्षण की दिशा में प्रेरक कदम है।