
#गिरिडीह #प्रवासी_सहायता : सूरत में अचानक निधन हुए राजेंद्र साव के शव को उनके परिवार तक पहुँचाने में झारखंड समाज सेवा ट्रस्ट ने आर्थिक और प्रशासनिक सहयोग प्रदान किया।
- राजेंद्र साव, 41 वर्ष, निवासी ग्राम हाथगढ़, भेलवाघाटी थाना क्षेत्र, सूरत में आकस्मिक निधन।
- निधन से पूर्व मृतक एक दिन से अस्वस्थ थे और उन्हें स्मिमेर मेडिकल कॉलेज ले जाया गया।
- झारखंड समाज सेवा ट्रस्ट ने परिजनों को ढांढस बंधाया और शव गांव भेजने में आर्थिक एवं अन्य सहायता उपलब्ध कराई।
- ट्रस्ट ने बिना सरकारी सहायता के प्रवासी झारखंडियों की मदद लगातार जारी रखी।
- पिछले कुछ महीनों में सूरत में झारखंडी प्रवासियों की मौतों का मामला गंभीर चिंता का विषय बना हुआ है।
गिरिडीह। भेलवाघाटी थाना क्षेत्र के ग्राम हाथगढ़ निवासी 41 वर्षीय राजेंद्र साव का सूरत स्थित नीलम नगर में आकस्मिक निधन हो गया। मृतक पिछले एक दिन से अस्वस्थ थे। गुरुवार सुबह परिजनों ने जब देखा कि उनमें कोई हलचल नहीं है, तो उन्हें तुरंत स्मिमेर मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
घटना की जानकारी मिलते ही परिजनों ने झारखंड समाज सेवा ट्रस्ट को सूचित किया। ट्रस्ट के अधिकारी तुरंत अस्पताल पहुँचे और परिजनों को ढांढस बंधाते हुए शव को गाँव भेजने हेतु आर्थिक एवं प्रशासनिक सहायता उपलब्ध कराई। ट्रस्ट के प्रयासों से पार्थिव शरीर को गांव भेज दिया गया है, और अनुमान है कि बुधवार शाम या गुरुवार तक शव अपने गांव पहुँच जाएगा।
उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ महीनों में सूरत में झारखंडी प्रवासियों की लगातार मौतें हो रही हैं, जो गंभीर चिंता का विषय बनी हुई हैं। इसके बावजूद, झारखंड समाज सेवा ट्रस्ट बिना किसी सरकारी आर्थिक सहायता के निस्वार्थ भाव से प्रवासी झारखंडियों की सहायता करता आ रहा है। इस कार्य के लिए प्रवासी समुदाय में ट्रस्ट की जागरूकता और तत्परता की व्यापक सराहना हो रही है।
झारखंड समाज सेवा ट्रस्ट के अधिकारी ने कहा: “हमारी प्राथमिकता प्रवासी झारखंडियों को किसी भी स्थिति में सहायता पहुँचाना है। आर्थिक या प्रशासनिक संकट में भी उनका समर्थन करना हमारा दायित्व है।”
न्यूज़ देखो: प्रवासी झारखंडियों की सुरक्षा में ट्रस्ट की महत्वपूर्ण भूमिका
यह घटना दर्शाती है कि गैर-सरकारी संगठनों की तत्परता और सक्रियता प्रवासी समुदाय के लिए कितनी महत्वपूर्ण है। झारखंड समाज सेवा ट्रस्ट ने बिना किसी सरकारी सहायता के लोगों की मदद कर समाज में मानवता और सामाजिक जिम्मेदारी का उदाहरण पेश किया।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सक्रिय नागरिक बनें और समाज में बदलाव लाएँ
प्रवासी समुदाय के प्रति जागरूक रहें और उनकी मदद के लिए पहल करें। किसी भी आपात स्थिति में निस्वार्थ सहायता करना समाज को मजबूत और सुरक्षित बनाता है। अपनी राय कमेंट करें, इस खबर को साझा करें और सामाजिक जिम्मेदारी की भावना फैलाएँ।





