
#बंशीधर_नगर #JPSC : संसाधनों की कमी पर मेहनत भारी — तेजस्वी ने 23वीं रैंक पाकर लिखी नई इबारत
- गढ़वा जिले के तेजस्वी जायसवाल ने JPSC में 23वीं रैंक हासिल की।
- चयन झारखंड प्रशासनिक सेवा के लिए हुआ।
- पिता वीरेंद्र जायसवाल साधारण नौकरी कर परिवार चलाते हैं।
- छोटे भाई पृथ्वी जायसवाल, नेवी में कार्यरत, ने दिया बड़ा सहयोग।
- यह तेजस्वी का दूसरा प्रयास था, पहले में असफल रहे थे।
श्री बंशीधर नगर के तेजस्वी जायसवाल ने झारखंड लोक सेवा आयोग (JPSC) की परीक्षा में 23वीं रैंक हासिल कर पूरे क्षेत्र का नाम रोशन किया है। उनका चयन झारखंड प्रशासनिक सेवा के लिए हुआ है। तेजस्वी का यह सफर साधारण नहीं रहा, क्योंकि वे एक साधारण आर्थिक पृष्ठभूमि से आते हैं, लेकिन उनके सपनों ने संसाधनों की कमी को कभी बाधा नहीं बनने दिया।
परिवार का संघर्ष और बेटे का जज्बा
तेजस्वी के पिता वीरेंद्र जायसवाल श्री बंशीधर नगर बाजार में एक दुकान में मुनीम के रूप में काम करते हैं और उन्होंने कठिन परिश्रम से परिवार को संभाला। आर्थिक तंगी के बावजूद बच्चों की शिक्षा पर समझौता नहीं किया। तेजस्वी ने बताया कि सफलता का सबसे बड़ा श्रेय उनके छोटे भाई पृथ्वी जायसवाल को जाता है, जो 2018 से भारतीय नौसेना में मैकेनिकल इंजीनियर के पद पर विशाखापत्तनम में कार्यरत हैं। भाई ने न सिर्फ आर्थिक मदद की बल्कि हर कदम पर प्रोत्साहन और मार्गदर्शन भी दिया।
तेजस्वी जायसवाल ने कहा: “सपनों को पूरा करने के लिए धैर्य और निरंतर मेहनत जरूरी है। असफलता से घबराएं नहीं।”
असफलता से सफलता तक का सफर
यह तेजस्वी का दूसरा प्रयास था। पहले प्रयास में वे प्रारंभिक परीक्षा भी पास नहीं कर सके थे। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी, गलतियों से सीखा और दोगुनी मेहनत की। उनका कहना है कि घर पर रहकर सेल्फ स्टडी और अनुशासन ने उन्हें यह सफलता दिलाई।
क्षेत्र में उत्सव जैसा माहौल
तेजस्वी की सफलता की खबर से गढ़वा और आसपास के इलाकों में खुशी की लहर दौड़ गई है। बड़ी संख्या में लोग उनके घर पहुंचकर बधाई दे रहे हैं। माता-पिता की आंखों में खुशी के आंसू और गर्व झलक रहा है।

न्यूज़ देखो: संघर्ष से मिली सफलता का जज्बा
तेजस्वी की सफलता साबित करती है कि सीमित संसाधनों के बावजूद बड़ी उपलब्धि हासिल करना संभव है, बशर्ते हौसला और मेहनत साथ हो। ऐसे उदाहरण समाज के युवाओं को उम्मीद और प्रेरणा देते हैं।
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सपनों को सच करने का हौसला रखें
तेजस्वी की कहानी हम सभी को यह सिखाती है कि कभी हार मत मानिए। इस खबर को शेयर करें, अपने विचार कमेंट में बताएं, और ऐसे युवाओं को प्रेरित करें जो सपनों को हकीकत में बदलना चाहते हैं।