#गुमला #प्रशासनिक_कार्रवाई : आवास योजना, आंगनवाड़ी व मनरेगा कार्यों की जमीनी हकीकत की जांच — अधूरे कार्यों पर जताई चिंता
- एसडीओ पूर्णिमा कुमारी ने करनी पंचायत में कई योजनाओं का औचक निरीक्षण किया।
- आवास योजना के अधूरे मकानों पर फटकार लगाते हुए समयसीमा में पूरा करने का निर्देश।
- मनरेगा के तहत बने कुएं की गुणवत्ता, लागत और समयबद्धता की स्थल पर जांच।
- आंगनवाड़ी केंद्रों में पोषण आहार, टीकाकरण और उपस्थिति पंजी की समीक्षा।
- अधिकारियों को पारदर्शी क्रियान्वयन और लाभुकों को समय पर लाभ देने की हिदायत।
गुमला जिले के डुमरी प्रखंड अंतर्गत करनी पंचायत में आज एसडीओ पूर्णिमा कुमारी ने प्रधानमंत्री आवास योजना, आंगनवाड़ी सेवाओं और मनरेगा योजनाओं का बारीकी से निरीक्षण किया। इस दौरान अधूरे कार्यों और अनियमितताओं पर उन्होंने सख्त रुख अपनाया और संबंधित अधिकारियों को तुरंत सुधार करने के निर्देश दिए।
औचक निरीक्षण में सामने आई खामियां
एसडीओ पूर्णिमा कुमारी सुबह से ही करनी पंचायत के दौरे पर रहीं। उन्होंने पंचायत भवन में आयोजित समीक्षा बैठक में सभी विभागीय पदाधिकारियों से योजनाओं की प्रगति रिपोर्ट मांगी। विशेष रूप से मनरेगा के तहत चल रहे कार्यों की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि प्रत्येक कार्य में गुणवत्ता और पारदर्शिता अनिवार्य होनी चाहिए।
मनरेगा के कुएं का किया स्थल निरीक्षण
निरीक्षण के दौरान एसडीओ ने मनरेगा योजना के तहत खुदे एक कुएं का स्थल पर जाकर बारीकी से परीक्षण किया। उन्होंने निर्माण कार्य की गुणवत्ता, मजदूरों की संख्या, लागत और कार्य की प्रगति के बारे में विस्तृत जानकारी ली। एसडीओ ने साफ निर्देश दिया कि निर्माण कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी और कार्य पूरा होने के बाद इसका लाभ वास्तविक जरूरतमंदों तक पहुंचे।
अधूरे आवासों पर फटकार
निरीक्षण में कई ऐसे लाभुक सामने आए जिनके आवास अभी अधूरे थे। इस पर एसडीओ ने नाराजगी जताते हुए कहा कि पात्र लोगों को समय पर मकान का लाभ मिलना चाहिए। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को आदेश दिया कि निर्माण कार्य तत्काल गति से पूरा कराया जाए।
आंगनवाड़ी केंद्रों की व्यवस्था पर जोर
एसडीओ पूर्णिमा कुमारी ने आंगनवाड़ी केंद्रों का भी निरीक्षण किया। यहां उन्होंने बच्चों को मिलने वाले पोषण आहार की गुणवत्ता, टीकाकरण की स्थिति, स्वच्छता व्यवस्था और उपस्थिति पंजी की जांच की। उन्होंने सेविकाओं को निर्देश दिया कि बच्चों की देखभाल में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए और सभी रिकॉर्ड समय पर अपडेट किए जाएं।



न्यूज़ देखो: जिम्मेदार प्रशासनिक निगरानी का उदाहरण
एसडीओ पूर्णिमा कुमारी का यह निरीक्षण स्पष्ट करता है कि योजनाओं के जमीनी क्रियान्वयन पर पैनी नजर जरूरी है। जब अधिकारी खुद मौके पर जाकर वास्तविक स्थिति देखते हैं, तभी सरकारी योजनाओं का सही लाभ जनता तक पहुंच सकता है।
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सजग नागरिकता से होगा विकास
स्थानीय योजनाओं की सफलता में आम लोगों की भागीदारी बेहद महत्वपूर्ण है। यदि नागरिक अपने क्षेत्र की समस्याओं और प्रगति पर सतर्क रहेंगे, तो विकास की रफ्तार और तेज होगी। इस खबर को अपने मित्रों और परिवार के साथ साझा करें और जागरूकता बढ़ाएं।