स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप से शादाब के पार्थिव शरीर को स्वदेश लाने की उम्मीद

मामला क्या है?

मेदिनीनगर (पलामू) निवासी शादाब की दुखद मृत्यु के बाद उनका पार्थिव शरीर स्वदेश लाने में देरी हो रही थी। इस वजह से उनका परिवार अत्यंत व्यथित था। जब यह मामला स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी के संज्ञान में आया, तो उन्होंने इसे गंभीरता से लेते हुए तत्काल कार्रवाई की।

“शादाब की मृत्यु से पूरा परिवार शोक में था और उन्हें स्वदेश लाने में हो रही देरी ने उनकी पीड़ा और बढ़ा दी थी।”

परिवार की परेशानी को समझते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने विदेश मंत्रालय और सऊदी प्रशासन से त्वरित संपर्क साधा।

स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री की पहल

17 फरवरी को पीड़ित परिवार की मुलाक़ात स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी से करवाई गई। उन्होंने व्यक्तिगत रुचि लेते हुए विदेश मंत्रालय और सऊदी प्रशासन से संपर्क किया। उनकी पहल के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से भी परिवार की मुलाक़ात करवाई गई।

“मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस मामले को गंभीरता से लिया और तुरंत मृतक का डेथ सर्टिफिकेट मंगवाने के निर्देश दिए।”

इसके साथ ही स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने भी विशेष अनुरोध कर इस प्रक्रिया को तेज़ी से पूरा करने की अपील की।

जल्द पार्थिव शरीर लाने की उम्मीद

सरकार की संवेदनशीलता और त्वरित प्रयासों से अब यह उम्मीद है कि शादाब का पार्थिव शरीर जल्द स्वदेश आएगा। इससे उनके परिवार को मानसिक शांति मिलेगी और वे अपने बेटे को अंतिम विदाई दे सकेंगे।

“यह सरकार की संवेदनशीलता और प्रशासनिक तत्परता का परिणाम है कि मामले में इतनी जल्दी कार्रवाई हो रही है।”

‘न्यूज़ देखो’ की अपील

इस तरह के मामलों में प्रशासन की त्वरित कार्रवाई जरूरी होती है। पलामू समेत पूरे झारखंड की अहम खबरों के लिए जुड़े रहें ‘न्यूज़ देखो’ के साथ। हम इस मामले की पूरी रिपोर्टिंग करते रहेंगे और हर अपडेट आप तक पहुंचाते रहेंगे। क्योंकि हर खबर पर रहेगी हमारी नजर..

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