घटना के मुख्य बिंदु:
- गिरिडीह के हुट्टी बाजार निवासी पिंटू कुमार का श’व अस्पताल ने 40,485 रुपये के भुगतान के बाद सौंपने की मांग की।
- स्वास्थ्य मंत्री इरफ़ान अंसारी ने तत्काल हस्तक्षेप कर श’व को निःशुल्क सौंपने का आदेश दिया।
- मंत्री ने पहले ही अस्पतालों को श’व निःशुल्क सौंपने का निर्देश जारी किया था।
- मंत्री के इस कदम की जनता और परिजनों ने सराहना की।
गिरिडीह: गिरिडीह के हुट्टी बाजार निवासी 32 वर्षीय पिंटू कुमार के श’व को उनके परिजनों को सौंपने के लिए अस्पताल द्वारा 40,485 रुपये का बिल मांगा गया। हालांकि, स्वास्थ्य मंत्री इरफ़ान अंसारी ने जनसेवा की मिसाल पेश करते हुए इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप किया और अस्पताल प्रशासन से संपर्क कर श’व को बिना किसी शुल्क के परिजनों को सौंपने का आदेश दिया।
मंत्री ने दिखाई संवेदनशीलता
मंत्री ने इस घटना पर नाराजगी जताते हुए कहा कि उन्होंने पहले ही सभी अस्पतालों को श’व निःशुल्क सौंपने का निर्देश दिया था। उनके हस्तक्षेप के बाद पिंटू कुमार का श’व उनके परिजनों को सौंप दिया गया।
“यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम जरूरतमंदों की मदद करें। अस्पतालों को संवेदनशील होकर काम करना चाहिए।” – इरफ़ान अंसारी, स्वास्थ्य मंत्री, झारखंड
जनता और परिजनों की प्रतिक्रिया
मंत्री के इस कदम की जनता ने धर्म और जाति से ऊपर उठकर प्रशंसा की। परिजनों ने भी उनके संवेदनशील प्रयासों के लिए आभार व्यक्त किया। इस घटना ने प्रशासनिक तंत्र में मंत्री की प्रतिबद्धता को दर्शाया।
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