स्वास्थ्य मंत्री के औचक निरीक्षण में खुली RIMS के स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की पोल

अव्यवस्था के प्रमुख बिंदु:

डॉक्टरों की समय पर उपस्थिति नहीं।

जरूरी दवाओं की अनुपलब्धता।

आपातकालीन वार्ड में सुधार की आवश्यकता।

ऑपरेशन थिएटर बंद और उपयोग में नहीं।

पेइंग वार्ड और अन्य वार्ड जर्जर स्थिति में।

लिफ्ट और आधारभूत संरचना में खामियां।

अल्ट्रासाउंड जांच में देरी।

नियमित सफाई और रखरखाव में लापरवाही।

10 साल पुराने चिकित्सा उपकरणों को बदलने की जरूरत।

रांची: स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने पदभार ग्रहण करने के बाद पहली बार रिम्स का निरीक्षण किया। इमरजेंसी से लेकर वार्ड तक की स्थिति का जायजा लिया और कई सुधारात्मक निर्देश दिए। उनके साथ कांके के विधायक सुरेश बैठा और स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव अजय कुमार सिंह भी मौजूद थे।

इमरजेंसी वार्ड में निरीक्षण

मंत्री ने इमरजेंसी वार्ड का दौरा कर ऑपरेशन थिएटर को हटाकर इमरजेंसी बेड का विस्तार करने का निर्देश दिया। बंद ऑपरेशन थिएटर को वार्ड में तब्दील कर बेड की संख्या 50 से बढ़ाकर 80 करने की योजना बनाई गई। इसके साथ ऑक्सीजन प्वाइंट और मॉनिटरिंग सिस्टम को अपग्रेड करने के निर्देश दिए।

मरीज की शिकायत पर कार्रवाई

चर्म रोग वार्ड में इलाजरत मरीज की पत्नी ने मंत्री को बताया कि डॉक्टर समय पर नहीं आते और दवाएं बाहर से खरीदनी पड़ती हैं। इस पर मंत्री ने नाराजगी जताते हुए तत्काल सुधार के निर्देश दिए।

डॉ. इरफान अंसारी ने कहा, “मरीजों को किसी भी प्रकार की असुविधा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। व्यवस्था में सुधार लाने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे।”

निरीक्षण से पहले रिम्स में सफाई अभियान

मंत्री के दौरे से पहले इमरजेंसी वार्ड में बेड की चादरें बदली गईं और डॉक्टरों की उपस्थिति सुनिश्चित की गई। निरीक्षण के दौरान मरीजों ने कहा कि मंत्री के आने से व्यवस्थाएं बेहतर हुई हैं।

अन्य निर्देश

प्रधान सचिव का बयान

स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव अजय कुमार सिंह ने कहा कि गंभीर रोगियों को रिम्स से जिला अस्पताल में शिफ्ट किया जाएगा। इसके लिए एंबुलेंस की व्यवस्था की जाएगी, ताकि रिम्स पर दबाव कम हो सके।

इस प्रकार, स्वास्थ्य मंत्री के निरीक्षण से व्यवस्थाओं में सुधार की उम्मीद की जा रही है। अधिक जानकारी और खबरों के लिए जुड़े रहें ‘News देखो’ के साथ।

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