अकस्मात निधन से शोक में डूबा शिक्षक समाज, कर्मदेव राम के परिजनों को सहयोग देने पहुँचे सहायक अध्यापक

#कांडी #शिक्षक_सहायता – नव प्रावि भरतपहाड़ी में पदस्थापित प्रधान सहायक अध्यापक की मृत्यु के बाद कांडी में सहयोग और न्याय की उठी आवाज़

खुटहेरिया के दिवंगत शिक्षक के घर पहुंचकर दी गई संवेदना और सहायता

गढ़वा जिले के कांडी प्रखण्ड अंतर्गत खुटहेरिया पंचायत स्थित भरतपहाड़ी गांव में रविवार को शिक्षक समुदाय ने दिवंगत प्रधान सहायक अध्यापक कर्मदेव राम के परिजनों से मिलकर आर्थिक सहायता प्रदान की।
कर्मदेव राम की 15 मई को इलाज के दौरान वाराणसी के एक अस्पताल में मृत्यु हो गई थी। इस खबर से पूरे प्रखण्ड के शिक्षक समुदाय में शोक की लहर दौड़ गई थी।

शिक्षकों की एकजुटता और सहायता भावना बनी मिसाल

इस दुःखद अवसर पर प्रखण्ड के दर्जनों सहायक अध्यापक भरतपहाड़ी गांव में दिवंगत शिक्षक के पैतृक निवास पहुंचे और उनके पुत्र राकेश रंजन व मुकेश रंजन को सहायता राशि प्रदान की।
शिक्षकों ने परिजनों से मिलकर कहा कि वे इस कठिन समय में धैर्य रखें और मजबूत बनें।

“प्रखण्ड का प्रत्येक सहायक शिक्षक आपके परिवार के साथ है,”
ऐसा संदेश देते हुए शिक्षकों ने भावुकता में यह भी कहा कि परिवार को अकेला नहीं छोड़ा जाएगा।

सरकार की उदासीनता पर भड़के शिक्षक, उठी अनुकंपा नौकरी की मांग

शिक्षकों ने मौके पर सरकार की संवेदनहीनता पर भी सवाल उठाया।
उनका कहना था कि सहायक अध्यापकों की आकस्मिक मौत के बाद सरकार की ओर से परिजनों को किसी प्रकार की राहत या सहायता राशि नहीं मिलती।

“सरकार सिर्फ वादे करती है, लेकिन ज़मीनी स्तर पर कोई व्यवस्था नहीं,”
शिक्षकों ने कहा कि सरकार को चाहिए कि ऐसे मामलों में परिजनों को आर्थिक सहायता देने के साथ-साथ एक सदस्य को अनुकंपा पर नौकरी प्रदान की जाए।

कई शिक्षक और ग्रामीण रहे उपस्थित, सामूहिक शोक व्यक्त

इस अवसर पर राजेश कुमार दुबे, अवध बिहारी यादव, सतीश कुमार पाण्डेय, हेमेंद्र राम, उदय राम, उदय कुमार गुप्ता, अरुण कुमार पाण्डेय, उमेश प्रसाद, राम रंजन, ललित कुमार सिंह, संतोष कुमार ठाकुर, ब्रजेश पाण्डेय, सुखदेव प्रजापति, प्रदीप कुमार, गोरख राम, संजय कुमार समेत कई सहायक अध्यापक और ग्रामीण मौजूद थे।
सभी ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए मौन रखकर श्रद्धांजलि दी।

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