गढ़वा में ‘टीम दौलत’ ने फिर रचा सेवा का इतिहास: एक दिन में तीन ज़िंदगियों को बचाया रक्तदान से

#गर्वगढ़वाका #टीमदौलत #रक्तदान – मानवता का परिचय बनी ‘टीम दिल का दौलत’, थैलीसीमिया पीड़िता और दो गर्भवती महिलाओं को समय पर मिला रक्त

ज़िंदगी बचाने में नहीं देखा धर्म, जात या समय

गढ़वा में समाजसेवा का पर्याय बन चुकी टीम दौलत ने आज फिर इंसानियत की नई मिसाल पेश की। एक ही दिन में तीन ज़रूरतमंद मरीजों को समय पर रक्त उपलब्ध कराकर उनकी जान बचा ली गई। इनमें दो गर्भवती महिलाएं और एक थैलीसीमिया पीड़ित बच्ची शामिल थीं।

ये तीन बने रियल हीरो

इन तीनों युवाओं ने अपनी व्यस्तता और निजी समस्याओं से ऊपर उठकर, समय पर अस्पताल पहुंचकर रक्तदान कर ज़िंदगियां बचाई। इस दौरान उनके साथ विशाल कुमार, शुभाष गोंड, अमित पाठक, नवनीत मिश्रा, रवि कुमार सहित टीम दौलत के कई सदस्य भी सक्रिय रूप से मौजूद रहे।

दौलत सोनी ने टीम का किया धन्यवाद

युवा समाजसेवी दौलत सोनी ने कहा:

“हमारी टीम का मकसद सिर्फ सेवा है, न जात-पात देखा जाता है, न स्थान — जो भी ज़रूरत में होता है, हम सब मिलकर उसकी सहायता के लिए खड़े हो जाते हैं।”

‘दिल का दौलत’ बना मदद का हॉटलाइन

टीम दिल का दौलत’ व्हाट्सएप ग्रुप अब सिर्फ सूचनाओं के आदान-प्रदान का मंच नहीं रहा, बल्कि गढ़वा और आसपास के लोगों के लिए आशा की किरण बन चुका है। हर दिन नए सदस्य इस सेवा भाव से जुड़ रहे हैं और समाज के लिए समर्पित कार्यों में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।

जनता ने जताया आभार

तीनों रक्तदाताओं को लेकर मरीजों के परिजनों और स्थानीय लोगों ने टीम दौलत के प्रति गहरा आभार जताया। लोगों का कहना था कि जब ज़रूरत होती है, टीम दौलत की गूंज पहले सुनाई देती है।

न्यूज़ देखो : गढ़वा में सेवा की चेतना का प्रतीक बनी टीम दौलत

‘न्यूज़ देखो’ न सिर्फ घटनाओं को दिखाता है, बल्कि समाज में सेवा के उजाले को भी उजागर करता है। टीम दौलत जैसी पहलें यह बताती हैं कि मानवता अब भी जिंदा है — बस ज़रूरत है एक सोच, एक प्रयास और एक दिशा की। जुड़े रहिए, हम आपके साथ हैं।

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