
#गढ़वा #रक्तदान : जन्मदिन पर पहली बार रक्तदान से लेकर दुर्लभ B- ब्लड तक टीम दौलत ने पेश की मिसाल
- छह मरीजों को अलग-अलग अस्पतालों में टीम दौलत ने रक्तदान कर जीवनदान दिया।
- अनुराग कश्यप ने जन्मदिन पर पहली बार रक्तदान कर थैलेसीमिया पीड़ित बच्ची की जान बचाई।
- कुमार संकल्प ने भी पहली बार रक्तदान कर एक डिलेवरी पेशेंट को जीवनदान दिया।
- आदित्य कश्यप ने छठी बार रक्तदान कर दुर्लभ B- ब्लड से महिला की जान बचाई।
- दौलत सोनी बोले – “यह सिर्फ रक्तदान नहीं, जीवनदान है और यही हमारी सबसे बड़ी उपलब्धि।”
गढ़वा। मानवता और सेवा का जज़्बा जब कर्म में बदलता है, तो समाज की तस्वीर बदल जाती है। इसी प्रेरणा को शुक्रवार को टीम दौलत ने साकार किया, जब गढ़वा और डालटेनगंज के विभिन्न अस्पतालों में उनके रक्तवीरों ने छह ज़रूरतमंद मरीजों को रक्तदान कर जीवनदान दिया।
जीवनदान देने वाले नायक
इस सेवा सूची में शामिल रहे – शुभम देव (B+), अनुराग कश्यप (B+), आदित्य कश्यप (B-), कुमार संकल्प (A+), विकेश सिंह (A+), और सतीश सिंह (O+)। सभी रक्तवीर गढ़वा की उस सेवा परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं, जिसका ध्वजवाहक युवा समाजसेवी और टीम दौलत के संयोजक दौलत सोनी बने हुए हैं।
जन्मदिन का सबसे अनमोल तोहफ़ा
दिन का सबसे प्रेरक क्षण तब आया, जब अनुराग कश्यप ने अपने जन्मदिन को खास बनाते हुए पहली बार रक्तदान किया और एक थैलेसीमिया पीड़ित बच्ची की जान बचाई। इसी तरह कुमार संकल्प ने भी पहली बार रक्तदान कर एक डिलेवरी पेशेंट महिला को नया जीवन दिया। दोनों ने कहा कि वे टीम दौलत की सेवा भावना से प्रेरित होकर इस अभियान से जुड़े।
दुर्लभ रक्त समूह की चुनौती और जीत
डालटेनगंज सदर अस्पताल में भर्ती एक महिला को दुर्लभ B- नेगेटिव रक्त की तत्काल ज़रूरत थी। यह महिला रामलला मंदिर की सेवा करने वाली दादी की बहू थीं। पहले राजू चंद्रवंशी ने रक्त देने की इच्छा जताई, लेकिन दवा सेवन के कारण उन्हें रोका गया। ऐसे समय आदित्य कश्यप ने आगे बढ़कर छठी बार रक्तदान किया और महिला की जान बचाई। यह क्षण न केवल राहत भरा बल्कि टीम दौलत के लिए गर्व का भी विषय बना।
हर कदम पर सक्रिय रही टीम दौलत
इस सेवा अभियान में दौलत सोनी, पंचम सोनी, अरविंद पटवा, राजू चंद्रवंशी, राकेश चंद्रा, बलवंत सोनी, शशि भूषण मेहता, रेहान राजा, राकेश कुमार, नूर आलम, पंकज चौबे, पवन सोनी समेत कई साथी सक्रिय रहे और हर पल सहयोग देते रहे।
दौलत सोनी का भावुक संदेश
दौलत सोनी ने कहा:
“आज टीम दौलत के रक्तवीर गढ़वा की असली पहचान बन गए हैं। यह सिर्फ रक्तदान नहीं, जीवनदान है और यही हमारी सबसे बड़ी उपलब्धि है।”
समाज की नजर में जीवंत प्रेरणा
स्थानीय लोग मानते हैं कि जब भी मुश्किल घड़ी आती है, टीम दौलत किसी देवदूत की तरह मददगार बन खड़ी हो जाती है। इस बार हुए छह रक्तदान न केवल मरीजों के जीवन में नई रोशनी लेकर आए हैं, बल्कि पूरे समाज के लिए जीवंत प्रेरणा भी बन गए हैं।






न्यूज़ देखो: सेवा की पहचान बनी टीम दौलत
टीम दौलत की यह पहल दिखाती है कि संगठित होकर युवाओं की शक्ति समाज में कितनी बड़ी सकारात्मक ऊर्जा ला सकती है। यह सिर्फ ज़रूरतमंदों के लिए नहीं, बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए उम्मीद और भरोसे का संदेश है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
रक्तदान है सबसे बड़ा उपहार
अब समय है कि हम सब मिलकर रक्तदान को जनआंदोलन बनाएं। हर इंसान में यह जिम्मेदारी जगानी होगी कि उसकी नसों का खून किसी और की सांसों में जिंदगी बन सकता है। अपनी राय कॉमेंट करें और इस खबर को शेयर करें ताकि और लोग भी इस मुहिम से जुड़ सकें।