#लातेहार #अपराध : बरवाडीह के प्राचीन शिव मंदिर में दानपेटी तोड़कर दस हजार की चोरी, इलाके में दहशत
- बरवाडीह के प्रसिद्ध पहाड़ी शिव मंदिर की दानपेटी से हुई चोरी।
- चोरों ने दानपेटी काटकर करीब 10 हजार रुपये ले उड़े।
- मंदिर समिति ने दी सूचना, बरवाडीह पुलिस कर रही जांच।
- हाल के दिनों में लगातार चोरी की घटनाएं बढ़ी।
- पिछले सप्ताह एक ही दिन चार घरों में हुई थी चोरी।
बरवाडीह के प्राचीन और प्रसिद्ध पहाड़ी शिव मंदिर परिसर में गुरुवार की देर रात अज्ञात चोरों ने दानपेटी को काटकर करीब दस हजार रुपये की नकदी चोरी कर ली। सुबह घटना की जानकारी होने पर मंदिर समिति ने इसकी सूचना बरवाडीह थाना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और पूरे मामले की जांच-पड़ताल शुरू कर दी।
धार्मिक स्थल पर चोरी से श्रद्धालुओं में आक्रोश
शिव मंदिर बरवाडीह क्षेत्र का बेहद लोकप्रिय और ऐतिहासिक धार्मिक स्थल है, जहां रोजाना बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन और पूजा के लिए पहुंचते हैं। मंदिर की दानपेटी श्रद्धालुओं की आस्था और विश्वास का प्रतीक मानी जाती है। ऐसे में दानपेटी से चोरी की घटना से स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं में आक्रोश और निराशा देखने को मिल रही है।
पुलिस की जांच और लगातार बढ़ती घटनाएं
बरवाडीह थाना पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया है और चोरों की तलाश तेज कर दी है। पुलिस आसपास के क्षेत्रों में पूछताछ कर रही है और CCTV फुटेज खंगालने का प्रयास कर रही है। हालांकि इलाके में चोरी की घटनाओं का सिलसिला थम नहीं रहा है। हाल ही में एक ही दिन चार घरों में चोरी की वारदात होने से लोग दहशत में हैं।
स्थानीय लोगों की चिंता और मांग
लोगों का कहना है कि बरवाडीह में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं और पुलिस गश्त को और मजबूत करने की आवश्यकता है। ग्रामीणों और श्रद्धालुओं ने मांग की है कि पुलिस रात के समय चौकसी बढ़ाए और ऐसे मामलों में दोषियों को जल्द गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई करे।
न्यूज़ देखो: आस्था पर चोट और सुरक्षा की चुनौती
मंदिर की दानपेटी से चोरी सिर्फ पैसों की हानि नहीं बल्कि श्रद्धालुओं की आस्था पर चोट है। लगातार हो रही चोरी की घटनाएं पुलिस-प्रशासन की जिम्मेदारी पर सवाल खड़ा करती हैं। जनता की सुरक्षा और धार्मिक स्थलों की पवित्रता को बनाए रखना सबसे बड़ी प्राथमिकता होनी चाहिए।
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श्रद्धा की रक्षा सबकी जिम्मेदारी
अब समय है कि हम सब न केवल प्रशासन पर निर्भर रहें बल्कि सामूहिक सतर्कता भी बढ़ाएं। गांव-शहर में चौकसी समितियां और आपसी सहयोग से चोरों पर अंकुश लगाया जा सकता है। अपनी राय कमेंट करें और इस खबर को साझा करें ताकि जागरूकता फैले और समाज सुरक्षित बने।