
#बासुकीनाथ #श्रावणी_मेला : भारी बारिश में हादसा—कांवरिया रूट पर टेंट गिरने से महिला श्रद्धालुओं समेत सात घायल
- तेज हवा और मूसलाधार बारिश के कारण टेंट गिरा, हादसा कांवरिया रूट लाइन पर हुआ
- सात श्रद्धालु घायल, जिनमें महिलाएं भी शामिल — सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया
- डॉ. इरफान अंसारी ने सिविल सर्जन को दिए निर्देश, इलाज में कोई कोताही नहीं बरतने को कहा
- दुमका उपायुक्त ने पुष्टि की — सभी श्रद्धालु सुरक्षित, पांच श्रद्धालु घर लौट चुके हैं
- श्रावणी मेला व्यवस्था पर उठे सवाल, सुरक्षा इंतजामों की समीक्षा की मांग तेज
बासुकीनाथ (दुमका): श्रावणी मेले के दौरान मंगलवार सुबह तेज हवा और मूसलाधार बारिश के चलते कांवरिया रूट लाइन पर लगा एक बड़ा टेंट अचानक गिर गया, जिससे कम से कम सात श्रद्धालु घायल हो गए। चश्मदीदों ने बताया कि टेंट की स्थिति पहले से ही कमजोर थी और लगातार हो रही बारिश के चलते उसकी पकड़ ढीली पड़ गई। इसी बीच अचानक आई तेज हवा के झोंकों से वह भरभराकर गिर पड़ा।
घायलों की स्थिति और उपचार
हादसे के तुरंत बाद प्रशासन और बचाव दल मौके पर पहुंचा। घायल श्रद्धालुओं को एंबुलेंस से त्वरित रूप से नजदीकी अस्पताल भेजा गया, जहां डॉक्टरों की विशेष निगरानी में इलाज चल रहा है। अस्पताल सूत्रों के अनुसार, सभी घायल खतरे से बाहर हैं और ज़्यादातर को मामूली चोटें आई हैं। घायलों में महिलाएं और बुजुर्ग श्रद्धालु भी शामिल हैं।
डॉ. इरफान अंसारी की प्रतिक्रिया
घटना की जानकारी मिलते ही झारखंड कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने ट्वीट कर सख्त रुख अपनाया। उन्होंने कहा:
डॉ. इरफान अंसारी ने कहा: “सिविल सर्जन दुमका से संपर्क में हूँ। देवतुल्य काँवरिया की समुचित इलाज के लिए आवश्यक निर्देश दिया है। उनके उपचार में किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। भगवान भोलेनाथ की कृपा से जल्द स्वस्थ होंगे — यही प्रार्थना है।”
दुमका डीसी ने दी स्थिति की जानकारी
दुमका उपायुक्त ने भी प्रेस को जानकारी देते हुए कहा:
उपायुक्त दुमका ने बताया: “लगातार हो रही भारी बारिश के कारण रूट लाइन शेड का एक हिस्सा गिर गया, जिससे 6 श्रद्धालु आंशिक रूप से घायल हुए। सभी को अविलंब प्राथमिक उपचार दिया गया। वर्तमान में सभी श्रद्धालु स्वस्थ हैं। प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराए गए वाहन से 5 श्रद्धालु अपने घर लौट चुके हैं।”
मेले की व्यवस्था पर उठे सवाल
इस हादसे ने एक बार फिर श्रावणी मेला की तैयारी और व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं। हर साल लाखों श्रद्धालु बासुकीनाथ धाम पहुंचते हैं, ऐसे में टेंट और अस्थायी संरचनाओं की मजबूती और सुरक्षा को लेकर सख्त निगरानी जरूरी है। स्थानीय श्रद्धालुओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने प्रशासन से स्थायी समाधान और सतर्कता की मांग की है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।

न्यूज़ देखो: आस्था के संग सुरक्षा भी जरूरी
न्यूज़ देखो मानता है कि भक्ति और आस्था के महापर्व में श्रद्धालुओं की सुरक्षा से समझौता नहीं किया जा सकता। यह हादसा एक चेतावनी है कि बारिश और भीड़भाड़ के बीच प्रशासन को और सजग होकर काम करना होगा। हमारी अपील है कि हर अस्थायी ढांचे की समय-समय पर तकनीकी जांच हो, ताकि किसी भी दुर्घटना को रोका जा सके।
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सजग नागरिकता से बनेगा सुरक्षित समाज
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