झारखंड में सर्दी के मौसम के बीच बारिश ने जनजीवन को प्रभावित कर दिया है। बंगाल की खाड़ी में बने पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से प्रदेश के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो रही है। रांची स्थित मौसम विज्ञान केंद्र ने सोमवार को बताया कि गढ़वा, लातेहार, पलामू और चतरा जिलों में वज्रपात की संभावना है और इन क्षेत्रों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम का बदला मिजाज
साइक्लोनिक सर्कुलेशन के कारण प्रदेश के अधिकांश इलाकों में बारिश हो रही है। गढ़वा और पलामू जिलों में रविवार देर रात से लेकर सोमवार सुबह तक बारिश हुई।
- गढ़वा: हल्की बारिश दर्ज की गई।
- पलामू: सुबह 3 बजे से 5:15 बजे तक बारिश हुई।
- गुमला: सुबह 7 से 7:30 बजे तक बारिश हुई, जिसके बाद जलजमाव देखा गया।
आने वाले दिनों का पूर्वानुमान
मौसम विभाग के अनुसार:
- मंगलवार, 10 दिसंबर: झारखंड के अधिकांश हिस्सों में बादल छाए रहेंगे। अधिकतम तापमान 25 डिग्री और न्यूनतम तापमान 12 डिग्री के आसपास रहने की संभावना है। सुबह के समय हल्का कोहरा छाया रहेगा।
- 11 दिसंबर: मौसम साफ रहने की संभावना है, लेकिन ठंड में वृद्धि होगी।
बारिश का असर
सोमवार सुबह हुई बारिश के कारण प्रदेश में कई जगहों पर जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। खासकर ग्रामीण इलाकों में स्कूल जाने वाले बच्चों को भारी परेशानी हुई। कच्ची सड़कों की स्थिति खराब हो गई और जलजमाव की समस्या सामने आई।
वैज्ञानिकों का विश्लेषण
रांची मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ और साइक्लोनिक सर्कुलेशन के चलते यह बदलाव देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि बारिश के बाद तापमान में गिरावट आएगी और प्रदेश में कड़ाके की ठंड पड़ने की संभावना है।
नियमित अलर्ट और सावधानियां
मौसम विभाग ने नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की है, खासकर येलो अलर्ट जारी किए गए क्षेत्रों में। लोगों को वज्रपात और जलजमाव के दौरान सावधानी बरतने और आवश्यकतानुसार घरों में रहने की सलाह दी गई है।