
#ठेठईटांगर #क्रिसमस_गैदरिंग : ब्लॉक मैदान में जनप्रतिनिधियों और कलाकारों की सहभागिता से सामूहिक उत्सव संपन्न हुआ।
सिमडेगा जिले के ठेठईटांगर प्रखंड मुख्यालय स्थित ब्लॉक मैदान में 08वां क्रिसमस गैदरिंग हर्षोल्लास और सांस्कृतिक उत्साह के साथ आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ जनप्रतिनिधियों द्वारा संयुक्त रूप से रिबन काटकर किया गया। स्थानीय कलाकारों, बच्चों की झांकियों और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने आयोजन को विशेष बनाया। बड़ी संख्या में लोगों की उपस्थिति ने आपसी भाईचारे और शांति के संदेश को सशक्त रूप दिया।
- ब्लॉक मैदान ठेठईटांगर में 08वां क्रिसमस गैदरिंग आयोजित।
- कोलेबिरा विधायक नमन विक्सल कोनगाड़ी सहित कई जनप्रतिनिधि रहे उपस्थित।
- नन्हे बच्चों की झांकियों ने प्रभु यीशु के जीवन को जीवंत किया।
- मंदार नृत्य और सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने दर्शकों को मोहा।
- गायक पवन रॉय और गायिका सुमन गुप्ता की प्रस्तुति रही आकर्षण।
- ऑल चर्च कमेटी की सक्रिय भूमिका से आयोजन सफल।
सिमडेगा जिले के ठेठईटांगर प्रखंड में आयोजित 08वां क्रिसमस गैदरिंग इस वर्ष सामाजिक समरसता, सांस्कृतिक विविधता और धार्मिक सौहार्द का प्रतीक बनकर उभरा। ब्लॉक मैदान में आयोजित इस सामूहिक आयोजन में क्षेत्र के हजारों लोग शामिल हुए और क्रिसमस के पावन संदेश को साझा किया। कार्यक्रम पूरे दिन विविध गतिविधियों के साथ उत्साहपूर्वक चला।
कार्यक्रम का शुभारंभ और मुख्य अतिथियों की उपस्थिति
क्रिसमस गैदरिंग का शुभारंभ मुख्य अतिथियों द्वारा संयुक्त रूप से रिबन काटकर किया गया। इस अवसर पर कोलेबिरा विधायक श्री नमन विक्सल कोनगाड़ी, सिमडेगा विधायक श्री भूषण बाड़ा, जिला परिषद सदस्य श्रीमती जोसीमा खाखा, झामुमो जिला अध्यक्ष श्री अनिल कांडूलना, ठेठईटांगर प्रमुख श्री विपिन पंकज मिंज, सांसद प्रतिनिधि श्री अमित डुंगडुंग, समाजसेवी श्री दीपक लकड़ा एवं विधायक प्रतिनिधि श्री रावेल लकड़ा विशेष रूप से उपस्थित रहे। सभी अतिथियों ने आयोजन की सराहना करते हुए इसे सामाजिक एकता का मंच बताया।
दिनकालीन कार्यक्रम में लोकसंस्कृति की झलक
दिन के कार्यक्रम में स्थानीय कलाकारों द्वारा प्रस्तुत मंदार नृत्य ने दर्शकों को झूमने पर विवश कर दिया। पारंपरिक वेशभूषा और सजीव ताल-लय के साथ प्रस्तुत इस नृत्य ने आदिवासी संस्कृति की समृद्ध परंपरा को दर्शाया। मंच से प्रस्तुत लोकनृत्य ने यह संदेश दिया कि त्योहार केवल धार्मिक नहीं, बल्कि सांस्कृतिक एकता का भी उत्सव होते हैं।
बच्चों की झांकियों ने बढ़ाया आयोजन का आकर्षण
कार्यक्रम का विशेष आकर्षण नन्हे-मुन्ने बच्चों द्वारा प्रस्तुत रंग-बिरंगी झांकियां रहीं। इन झांकियों के माध्यम से प्रभु यीशु मसीह के जन्म और उनके जीवन से जुड़े प्रसंगों को सरल और भावनात्मक रूप में प्रस्तुत किया गया। बच्चों की प्रस्तुति को दर्शकों ने खूब सराहा और आयोजन समिति द्वारा उन्हें पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। यह पहल बच्चों में सांस्कृतिक और नैतिक मूल्यों के विकास की दिशा में महत्वपूर्ण मानी गई।
सांस्कृतिक संध्या में संगीत का जादू
शाम होते ही सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया, जिसमें संगीत प्रेमियों के लिए विशेष कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। प्रसिद्ध गायक पवन रॉय ने प्रभु यीशु के जन्मदिवस पर आधारित गीतों को अपने मधुर स्वर में प्रस्तुत किया, जिससे पूरा मैदान भक्ति और उल्लास से भर गया। वहीं गायिका सुमन गुप्ता ने भी अपने भावपूर्ण गीतों से उपस्थित जनसमूह का मन मोह लिया। संगीत की यह संध्या आयोजन की सबसे यादगार झलकियों में शामिल रही।
बड़ी संख्या में जनभागीदारी
08वें क्रिसमस गैदरिंग में क्षेत्र के बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। विभिन्न गांवों से आए लोगों ने सामूहिक रूप से कार्यक्रम का आनंद लिया और आपसी मेलजोल को बढ़ावा दिया। आयोजन में युवाओं, महिलाओं और बुजुर्गों की समान भागीदारी देखने को मिली, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि क्रिसमस गैदरिंग अब एक सामुदायिक पर्व का रूप ले चुका है।
ऑल चर्च कमेटी की सक्रिय भूमिका
इस आयोजन को सफल बनाने में ठेठईटांगर ऑल चर्च कमेटी के सदस्यों की भूमिका सराहनीय रही। समिति के सदस्यों ने पूरी जिम्मेदारी और समर्पण के साथ व्यवस्थाओं को संभाला। मंच संचालन से लेकर सुरक्षा और अनुशासन तक, हर स्तर पर समन्वय देखने को मिला। यह आयोजन सामूहिक प्रयास और अनुशासन का उदाहरण बना।
भाईचारे और शांति का संदेश
पूरे कार्यक्रम के दौरान आपसी भाईचारे, प्रेम और शांति का संदेश प्रमुख रूप से उभरकर सामने आया। वक्ताओं ने अपने संबोधन में कहा कि क्रिसमस केवल एक धार्मिक पर्व नहीं, बल्कि मानवता, सेवा और करुणा का प्रतीक है। आयोजन का समापन इन्हीं मूल्यों के संदेश के साथ किया गया।
न्यूज़ देखो: सामुदायिक एकता की मजबूत मिसाल
ठेठईटांगर का 08वां क्रिसमस गैदरिंग यह दर्शाता है कि सामूहिक आयोजनों के माध्यम से सामाजिक एकता को मजबूत किया जा सकता है। जनप्रतिनिधियों, कलाकारों और आम नागरिकों की सहभागिता ने इसे सफल बनाया। ऐसे आयोजन समाज में सकारात्मक ऊर्जा और आपसी विश्वास को बढ़ाते हैं। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
उत्सव के साथ जिम्मेदारी का संदेश
क्रिसमस जैसे पर्व हमें प्रेम, सेवा और शांति के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देते हैं। जब पूरा समाज एक मंच पर आकर खुशियां साझा करता है, तब असली उत्सव साकार होता है।





