
#विशुनपुरा #चोरीकांड : सामाजिक हस्तक्षेप और पुलिस आश्वासन के बाद व्यापारियों ने बंद समाप्त किया।
विशुनपुरा मुख्यालय में हुई बड़ी चोरी की घटना के बाद करीब 30 घंटे तक बंद रहा बाजार प्रशासनिक आश्वासन के बाद खुल गया। युवा समाजसेवी सह झामुमो नेता दीपक प्रताप देव की पहल पर डीएसपी सत्येंद्र नारायण सिंह मौके पर पहुंचे और व्यापारियों से सीधी बातचीत की। पुलिस द्वारा विशेष टीम गठन और शीघ्र कार्रवाई के भरोसे के बाद व्यवसायियों ने बंद समाप्त करने का निर्णय लिया। घटना ने क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।
- शुभ लक्ष्मी वस्त्रालय और मुन्ना ज्वेलर्स में हुई थी बड़ी चोरी।
- करीब 30 घंटे तक बंद रहा विशुनपुरा बाजार।
- दीपक प्रताप देव की पहल पर मौके पर पहुंचे डीएसपी सत्येंद्र नारायण सिंह।
- पुलिस द्वारा विशेष जांच टीम गठित किए जाने का आश्वासन।
- ओम प्रकाश गुप्ता ने स्पष्ट की व्यापारियों की मांग।
- चेतावनी के साथ व्यापारियों ने फिलहाल बंद समाप्त किया।
विशुनपुरा मुख्यालय अंतर्गत शुभ लक्ष्मी वस्त्रालय और मुन्ना ज्वेलर्स में बीते बुधवार की रात हुई बड़ी चोरी की घटना को लेकर पूरे क्षेत्र में तनाव और आक्रोश का माहौल बना रहा। इस घटना के विरोध में स्थानीय व्यवसायियों ने एकजुट होकर करीब 30 घंटे तक बाजार बंद रखा, जिससे आम जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हो गया। दुकानें बंद रहीं, आवाजाही ठप रही और लोगों में असुरक्षा की भावना गहराती चली गई।
घटना की गंभीरता को देखते हुए युवा समाजसेवी सह झामुमो नेता दीपक प्रताप देव विशुनपुरा पहुंचे। उन्होंने सबसे पहले भुक्तभोगी व्यवसायियों और स्थानीय दुकानदारों से मुलाकात कर पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली। व्यापारियों में व्याप्त आक्रोश और असंतोष को देखकर उन्होंने तत्काल प्रशासनिक स्तर पर हस्तक्षेप करने का निर्णय लिया।
दीपक प्रताप देव की सक्रिय पहल
दीपक प्रताप देव ने अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सत्येंद्र नारायण सिंह से फोन पर बातचीत कर उन्हें विशुनपुरा आने का आग्रह किया। उनकी पहल के बाद डीएसपी स्वयं विशुनपुरा पहुंचे और घटनास्थल पर जाकर स्थिति का जायजा लिया। यह कदम व्यापारियों के लिए एक महत्वपूर्ण संकेत माना गया कि उनकी आवाज को गंभीरता से सुना जा रहा है।
दीपक प्रताप देव ने कहा:
दीपक प्रताप देव ने कहा: “व्यवसायियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। चोरी की घटना में शामिल किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा। जब तक चोर पकड़े नहीं जाते और आभूषण व नकद राशि पूरी तरह बरामद नहीं होती, तब तक हम प्रशासन पर लगातार दबाव बनाए रखेंगे।”
उन्होंने बंशीधर नगर में आभूषण व्यापारी पर हुए हमले और लूट के प्रयास का उदाहरण देते हुए कहा कि उस मामले में प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई कर आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजा था, उसी तरह विशुनपुरा का मामला भी जल्द सुलझाया जाएगा।
डीएसपी का भरोसा, विशेष टीम का गठन
मौके पर पहुंचे डीएसपी सत्येंद्र नारायण सिंह ने व्यवसायियों से सीधी बातचीत की और उनकी चिंताओं को सुना। उन्होंने स्पष्ट किया कि चोरी की घटना को गंभीरता से लिया गया है और इसके उद्भेदन के लिए विशेष जांच टीम का गठन किया गया है।
डीएसपी सत्येंद्र नारायण सिंह ने कहा:
“चोरी की घटना को लेकर विशेष टीम दिन-रात काम कर रही है। अपराधियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा और चोरी गया आभूषण व नकद राशि की भी बरामदगी की जाएगी। प्रशासन पूरी गंभीरता से काम कर रहा है, आप सभी सहयोग करें और सजग रहें।”
डीएसपी के इस बयान के बाद व्यापारियों में कुछ हद तक भरोसा लौटा, हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि अब वे केवल आश्वासन नहीं, बल्कि ठोस परिणाम देखना चाहते हैं।
व्यापारियों की दो टूक चेतावनी
इस दौरान व्यावसायिक संघ के अध्यक्ष ओम प्रकाश गुप्ता ने प्रशासन के सामने व्यापारियों की बात मजबूती से रखी। उन्होंने कहा:
ओम प्रकाश गुप्ता ने कहा: “जब तक चोरी करने वाले अपराधियों की गिरफ्तारी और चोरी गए आभूषण व नकद राशि की बरामदगी को लेकर प्रशासन ठोस परिणाम नहीं देता, तब तक व्यापारी वर्ग चुप नहीं बैठेगा।”
व्यापारियों ने यह भी मांग की कि बाजार क्षेत्र में रात्रि गश्ती बढ़ाई जाए, स्थायी पुलिस व्यवस्था सुनिश्चित की जाए और संवेदनशील इलाकों में निगरानी तंत्र मजबूत किया जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
30 घंटे बाद खुला बाजार, लेकिन नजरें प्रशासन पर
डीएसपी के ठोस आश्वासन और दीपक प्रताप देव की सक्रिय भूमिका के बाद व्यवसायियों ने आपसी सहमति से करीब 30 घंटे बाद बाजार खोलने का निर्णय लिया। दुकानें खुलते ही बाजार में रौनक लौटी, लेकिन व्यापारियों ने साफ कर दिया कि यह फैसला पूरी तरह अस्थायी है।
व्यापारियों का कहना है कि यदि जल्द ही चोरी कांड का खुलासा नहीं हुआ और अपराधी सलाखों के पीछे नहीं पहुंचे, तो वे दोबारा आंदोलन करने से पीछे नहीं हटेंगे। इस घटना ने न केवल व्यापारियों, बल्कि आम नागरिकों के मन में भी सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है।
क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल
विशुनपुरा जैसे शांत क्षेत्र में हुई इस बड़ी चोरी की घटना ने स्थानीय प्रशासन और पुलिस व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। बाजार के बीचोबीच स्थित प्रतिष्ठानों में चोरी से यह स्पष्ट होता है कि अपराधियों में कानून का भय कम हो रहा है। यही कारण है कि इस घटना को लेकर राजनीतिक और सामाजिक हलकों में भी लगातार प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।

न्यूज़ देखो: दबाव से आई प्रशासनिक सक्रियता
विशुनपुरा चोरी कांड यह दिखाता है कि जनदबाव और सामाजिक हस्तक्षेप से प्रशासन को सक्रिय होना पड़ता है। दीपक प्रताप देव की पहल ने यह साबित किया कि जनप्रतिनिधियों की सक्रिय भूमिका से संवाद का रास्ता खुलता है। अब असली कसौटी पुलिस की कार्रवाई और परिणाम होंगे। क्या अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी होगी और व्यापारियों का भरोसा बहाल होगा? हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सुरक्षित बाजार, सजग समाज की जरूरत
व्यापार और सुरक्षा एक-दूसरे से जुड़े हैं।
जब बाजार सुरक्षित होंगे, तभी विकास संभव है।
प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वह भरोसा बनाए, और समाज की जिम्मेदारी है कि वह सजग रहे।
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