
#सिमडेगा #त्योहार : खाद्य प्रतिष्ठानों का औचक निरीक्षण कर मिलावटखोरी पर प्रशासन ने दिखाई सख्ती
- उपायुक्त कंचन सिंह के निर्देश पर औचक निरीक्षण।
- खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी प्रकाश चन्द्र गुग्गी ने होटल व रेस्टोरेंट चेक किए।
- फ्राईंग ऑयल मशीन से तेल का TPC टेस्ट।
- दूध, पनीर, खोवा, दही की जांच की गई।
- बिना लाइसेंस कारोबारियों पर कार्रवाई की चेतावनी।
- त्योहारों में मिलावटखोरी रोकने को प्रशासन सजग।
सिमडेगा जिले में त्योहारों के दौरान आमजन को सुरक्षित खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने के लिए प्रशासन सक्रिय हो गया है। उपायुक्त श्रीमती कंचन सिंह के निर्देशानुसार खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी ने जिले के मुख्यालय स्थित होटलों, रेस्टोरेंटों और सड़क किनारे खाने-पीने के ठेलों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान तेल और दूध उत्पादों की जांच की गई। प्रशासन ने स्पष्ट संदेश दिया है कि मिलावटखोरी करने वाले किसी भी हाल में बख्शे नहीं जाएंगे और बिना लाइसेंस कारोबार करने वालों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
औचक निरीक्षण की कार्रवाई
त्योहारों को ध्यान में रखते हुए खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी प्रकाश चन्द्र गुग्गी ने औचक निरीक्षण किया। उन्होंने होटल, रेस्टोरेंट और सड़क किनारे लगाए गए ठेलों पर खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता जांची। फ्राईंग ऑयल मशीन से तेल का TPC टेस्ट किया गया ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि बार-बार उपयोग किया जाने वाला तेल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक न हो। इसके अलावा दूध, पनीर, खोवा और दही की भी जांच की गई, जो प्रथम दृष्टया सही पाई गई।
स्वच्छता पर सख्त निर्देश
निरीक्षण के दौरान खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने सभी प्रतिष्ठानों को बाहर ढक्कनयुक्त कूड़ेदान रखने का निर्देश दिया। साथ ही साफ-सफाई और स्वच्छ वातावरण बनाए रखने पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि त्योहारों के समय लोगों की संख्या अधिक होती है, ऐसे में स्वच्छता पर और अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है।
खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी प्रकाश चन्द्र गुग्गी ने कहा: “त्योहारों पर मिलावटी या अस्वच्छ खाद्य पदार्थ बेचने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी। उपभोक्ताओं की सेहत से खिलवाड़ किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
मिलावटखोरी पर प्रशासन का सख्त रुख
त्योहारों में मिठाई और दूध उत्पादों की मांग बढ़ जाती है। इसी का फायदा उठाकर कई बार मिलावटी उत्पाद बाजार में आने लगते हैं। इसे देखते हुए प्रशासन ने साफ चेतावनी दी है कि मुनाफाखोरी के लालच में मिलावट करने वालों पर खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के तहत विधिसम्मत कार्रवाई होगी।
लाइसेंस और पंजीकरण अनिवार्य
निरीक्षण के दौरान पाया गया कि कुछ कारोबारियों के पास आवश्यक खाद्य लाइसेंस या पंजीकरण नहीं है। इस पर खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने कहा कि सभी कारोबारी तत्काल अपना लाइसेंस बनवाएं। बिना लाइसेंस कारोबार करते पाए जाने पर सख्त कार्रवाई से कोई नहीं बच पाएगा। यह कदम न केवल कारोबारियों को नियमों के दायरे में लाएगा बल्कि उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य को भी सुरक्षित करेगा।
त्योहारों में बढ़ेगी सतर्कता
त्योहारों के दौरान मिठाई, दूध उत्पाद, नमकीन और तले-भुने खाद्य पदार्थों की खपत सबसे ज्यादा होती है। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि इन दिनों निरीक्षण और कड़ी निगरानी और भी बढ़ा दी जाएगी। खासकर भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में खाद्य सामग्री बेचने वालों पर नजर रखी जाएगी।



न्यूज़ देखो: त्योहारों की मिठास सुरक्षित रखने का प्रशासनिक प्रयास
यह खबर दिखाती है कि त्योहारों के मौसम में प्रशासन केवल औपचारिकता निभाने के बजाय लोगों की सेहत और खाद्य सुरक्षा को गंभीरता से ले रहा है। अधिकारियों की सक्रियता से न केवल मिलावटखोरों पर लगाम लगेगी, बल्कि उपभोक्ताओं का भरोसा भी कायम रहेगा। प्रशासन की यह पहल साफ संकेत है कि स्वास्थ्य के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
मिलकर बनाएं त्योहारों को सुरक्षित और स्वस्थ
त्योहार खुशियों का प्रतीक हैं, लेकिन यह तभी सार्थक हैं जब हर कोई सुरक्षित और स्वास्थ्यप्रद भोजन का आनंद ले सके। अब समय है कि हम सब मिलकर मिलावटखोरी के खिलाफ आवाज उठाएं और स्वच्छता बनाए रखने में सहयोग करें। उपभोक्ता जागरूक होकर संदिग्ध खाद्य पदार्थों की शिकायत करें और व्यापारी ईमानदारी से गुणवत्तापूर्ण सामान उपलब्ध कराएं।
अपनी राय कमेंट करें, इस खबर को शेयर करें और दूसरों तक जागरूकता फैलाएं ताकि हर घर त्योहार की मिठास और सेहत दोनों का आनंद ले सके।