
#सिमडेगा #अग्रसेनजीजन्मोत्सव : लचरागढ़ धर्मशाला में मारवाड़ी समाज ने दीप प्रज्वलन, पूजा और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ उत्सव की धूम
- 22 सितंबर, सोमवार को लचरागढ़ धर्मशाला में अग्रवाल समाज ने श्री अग्रसेन जी महाराज के 5,151वें जन्मोत्सव का भव्य आयोजन किया।
- सभी समाज बंधु सपरिवार उपस्थित रहे और दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
- पूजा के बाद बौद्धिक सत्र में अग्रसेन जी के उपदेश, उनके आदर्श और समाज उत्थान पर चर्चा हुई।
- रात्रि में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिसमें ड्राइंग, नृत्य, रंगोली, मेहंदी, फैंसी ड्रेस, तकिया रेस और गीत-संगीत जैसी प्रतियोगिताएं शामिल थीं।
- जलडेगा, बानो और लचरागढ़ के अग्रवाल समाज के प्रमुख सदस्य और युवा मंच के सदस्यों ने आयोजन को सफल बनाने में योगदान दिया।
लचरागढ़ धर्मशाला में सोमवार को अग्रवाल समाज के सभी बंधु और अभिभावक दीप प्रज्वलन के साथ श्री अग्रसेन जी महाराज के 5,151वें जन्मोत्सव का भव्य आयोजन करने के लिए एकत्र हुए। कार्यक्रम की शुरुआत पूजा और महाराजा अग्रसेन की तस्वीर के समक्ष अभिवादन से हुई। इसके बाद बौद्धिक सत्र आयोजित किया गया जिसमें उनके उपदेशों, आदर्शों और समाज के उत्थान के विषय पर विस्तार से चर्चा हुई।
सांस्कृतिक कार्यक्रम और प्रतियोगिताएं
संध्या आरती के बाद रात्रि में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। बच्चों और महिलाओं ने ड्राइंग, नृत्य, रंगोली, मेहंदी, तकिया रेस, फैंसी ड्रेस और गीत-संगीत में भाग लिया। इस दौरान बच्चों और युवाओं ने अपनी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया। कार्यक्रम का संचालन रिकी अग्रवाल और विनीत गोयल ने किया।
प्रतियोगिता में विजेताओं का विवरण इस प्रकार रहा:
- ड्राइंग: अनन्या अग्रवाल, पल्लवी मित्तल, पलक गोयल
- नृत्य: कृष्ण बागड़ी, नव्या गोयल, अस्वी कुमारी
- रंगोली: प्राची अग्रवाल, पल्लवी मित्तल
- मेहंदी: अंशु कुमारी, पूजा अग्रवाल, रिंकी अग्रवाल
- तकिया रेस महिला: रीता अग्रवाल, प्रीति अग्रवाल, प्राची अग्रवाल
- फैंसी ड्रेस: तन्वी अग्रवाल, यश अग्रवाल, सूर्यांश अग्रवाल
- संगीत: गौरव अग्रवाल, पलक गोयल, विवेक अग्रवाल
महाराजा अग्रसेन के आदर्श और योगदान
ज्ञात हो कि अग्रसेन जी महाराज का जन्म श्री राम भगवान के पुत्र कुश के 34वीं पीढ़ी में राजा वल्लभ सेन के यहां हुआ था। क्षत्रिय कुल में जन्म होने के बावजूद उन्होंने अहिंसा और उदारता के मार्ग पर चलकर समाज को एकत्रित किया। उन्होंने पशुबलि का निषेध किया और ‘1 रुपया 1 ईंट’ नीति अपनाकर जरूरतमंदों की मदद की। उनके कार्यकाल में अग्रोहा धाम सुखी और समृद्ध था और उन्हें माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त रही।
सामाजिक और सामूहिक योगदान
इस अवसर पर जलडेगा, बानो और लचरागढ़ से अग्रवाल समाज के सदस्य उपस्थित रहे। प्रमुख सदस्य थे: छतर सिंह कोठारी, केदारनाथ अग्रवाल, रमेश अग्रवाल, रामकुमार अग्रवाल, पवन अग्रवाल, रामअवतार अग्रवाल, विजय अग्रवाल, राधेश्याम अग्रवाल, अजय अग्रवाल, विकास मित्तल, बिल्लू अग्रवाल, नितिन लूनिया, राहुल अग्रवाल, विनोद अग्रवाल, रोशन, छोटू, राकेश और यश।
युवा मंच के सदस्यों और समाज के अन्य बंधुओं के सहयोग से आयोजन को सफलतापूर्वक संपन्न किया गया। कार्यक्रम के माध्यम से सभी उपस्थित लोगों ने सामूहिक भक्ति, सौहार्द और समाज के उत्थान की भावना को महसूस किया।



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