
#चतरा #पशु_मेला : लावालौंग प्रखंड में पारंपरिक वार्षिक पशु मेला उत्साहपूर्ण माहौल में शुरू—स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलने की उम्मीद
- लावालौंग वार्षिक पशु मेला का जेएमएम जिला अध्यक्ष नीलेश ज्ञासेन उर्फ़ सोनू सिंह ने किया उद्घाटन।
- उद्घाटन में झामुमो युवा मोर्चा अध्यक्ष राहुल यादव, उप प्रमुख/ठेकेदार महमूद खान सहित कई गणमान्य उपस्थित।
- मेले में पशुओं की खरीद-बिक्री, मनोरंजन झूले, मौत का कुंआ, फूड स्टॉल और घरेलू सामान मुख्य आकर्षण।
- आसपास के प्रखंडों से आए व्यापारी और पशुपालकों की बड़ी भीड़, स्थानीय अर्थव्यवस्था में तेजी की उम्मीद।
- आयोजन समिति ने व्यवस्था को बताया संतोषजनक, ग्रामीणों से अनुशासन बनाए रखने की अपील।
- मेला ग्रामीणों के लिए रोजगार और व्यापार का प्रमुख वार्षिक अवसर साबित हो रहा है।
लावालौंग प्रखंड में गुरुवार को आयोजित वार्षिक पशु मेला का शुभारंभ बेहद उत्साहपूर्ण माहौल में किया गया। मेले का विधिवत उद्घाटन झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के जिला अध्यक्ष नीलेश ज्ञासेन उर्फ़ सोनू सिंह, झामुमो युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष राहुल यादव, उप प्रमुख और मेला ठेकेदार महमूद खान सहित अन्य विशिष्ट अतिथियों ने संयुक्त रूप से फीता काटकर किया। जैसे ही उद्घाटन हुआ, मेला परिसर में मौजूद ग्रामीणों और पशुपालकों ने तालियों से भव्य स्वागत किया।
उद्घाटन कार्यक्रम में उमड़ी भीड़
उद्घाटन के मौके पर बड़ी संख्या में ग्रामीण, पशुपालक, स्थानीय व्यवसायी और मेले से जुड़े लोग उपस्थित थे। उद्घाटन के बाद जेएमएम जिला अध्यक्ष ने पूरे मेला परिसर का निरीक्षण किया। उन्होंने पशु विक्रेताओं से बात की, तैयारियों की जानकारी ली और आयोजन व्यवस्था को संतोषजनक बताया। मेले में आए व्यापारियों ने बताया कि इस बार पशुओं की खरीद-बिक्री पहले दिन से ही तेज है और दूर-दराज क्षेत्रों से भी ग्राहक पहुंच रहे हैं।
आकर्षण से भरा पशु और मनोरंजन मेला
लावालौंग का यह वार्षिक मेला केवल पशु व्यापार तक सीमित नहीं है, बल्कि मनोरंजन और खरीदारी का भी प्रमुख केंद्र बना हुआ है।
मेले में—
- गाय, बैल, बकरा सहित विभिन्न नस्लों के पशुओं की खरीद-बिक्री,
- बच्चों के लिए झूले,
- मौत का कुंआ,
- खिलौने और घरेलू सामान की दुकानें,
- फास्ट फूड और स्थानीय व्यंजनों के स्टॉल,
- कपड़े और हर्बल उत्पादों के काउंटर—
सबसे अधिक भीड़ आकर्षित कर रहे हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि यह मेला पूरे साल इंतजार का त्यौहार जैसा होता है और इससे स्थानीय बाजार को काफी गति मिलती है।
उद्घाटन में अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति
उद्घाटन समारोह में कई सम्मानित जनप्रतिनिधि और पंचायत स्तर के पदाधिकारी उपस्थित रहे। इनमें उप प्रमुख महमूद खान, हेडुम पंचायत मुखिया संतोष राम, लावालौंग मुखिया नेमन भारती, भोला यादव, मुकेश यादव, लालू यादव, अमरजीत साव, जेएमएम नेता राहुल यादव, सागर सिन्हू, महिला नेत्री प्रतिमा देवी, प्रमुख पति श्रवण रजक, राजेंद्र पासवान, अरुण रजक, लाला केशरी सहित अन्य गणमान्य शामिल थे।
सभी अतिथियों ने संयुक्त रूप से ग्रामीणों से अपील की कि वे मेले में अनुशासन और सौहार्द का माहौल बनाए रखें और इस आयोजन का पूरा लाभ उठाएं।
स्थानीय अर्थव्यवस्था का बड़ा आधार बनता यह मेला
आयोजकों ने बताया कि लावालौंग का यह वार्षिक पशु मेला ग्रामीण स्तर पर रोजगार और व्यापार का महत्वपूर्ण केंद्र है। पशु व्यापार से किसानों को सीधा आर्थिक लाभ मिलता है, जबकि स्टॉल संचालकों, छोटे दुकानदारों और खान-पान विक्रेताओं के लिए यह मेला अच्छी आमदनी का अवसर प्रदान करता है।
उनका कहना है कि हर वर्ष की तरह इस बार भी यह मेला ग्रामीणों के लिए व्यवसाय, मनोरंजन और सामाजिक मेलजोल का एक बेहतरीन मंच साबित होगा।

न्यूज़ देखो: परंपरा और व्यापार—गांवों की जीवंत पहचान
लावालौंग का पशु मेला ग्रामीण अर्थव्यवस्था, सांस्कृतिक जीवन और सामाजिक एकजुटता का मजबूत प्रतीक है। ऐसे आयोजन स्थानीय व्यापार को गति देते हैं और किसानों व छोटे दुकानदारों के लिए बड़ा सहारा बनते हैं। प्रशासन और स्थानीय संगठनों की समन्वित तैयारी मेले को सुरक्षित और सफल बनाती है।
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जिम्मेदारी के साथ मेला आनंद लें—स्थानीय व्यापार को बढ़ावा दें
ग्रामीण और आगंतुक मिलकर मेले की गरिमा बनाए रखें, स्वच्छता का ध्यान रखें और स्थानीय दुकानदारों को प्रोत्साहित करें। पशु व्यापारियों का सहयोग करें और इस सांस्कृतिक महोत्सव को सफल बनाने में अपना योगदान दें।
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