
#सिमडेगा #महिलासशक्तिकरण : वार्षिक ग्राम सभा में प्रगति प्रतिवेदन, कार्ययोजना और सम्मान समारोह ने बढ़ाया उत्साह
- केशलपुर आजीविका महिला संकुल संगठन सहकारी समिति की वार्षिक ग्राम सभा सम्पन्न।
- बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के स्वागत भाषण से हुआ कार्यक्रम का शुभारंभ।
- प्रगति प्रतिवेदन, ग्राम संगठन का ग्रेडिंग और नई कार्ययोजना पर हुई चर्चा।
- पदाधिकारियों का चुनाव एवं बदलाव लोकतांत्रिक प्रक्रिया से सम्पन्न।
- स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं ने बड़ी संख्या में भाग लेकर दिया सशक्त संदेश।
- उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले कैडर और समूहों का सम्मान, अतिथियों का पारंपरिक स्वागत।
सिमडेगा जिले के पांकरटांड़ में केशलपुर आजीविका महिला संकुल संगठन स्वावलम्बी सहकारी समिति लिमिटेड की वार्षिक ग्राम सभा हर्षोल्लास और गरिमामयी वातावरण में सम्पन्न हुई। यह आयोजन न केवल संगठन की उपलब्धियों की समीक्षा का अवसर बना बल्कि भविष्य की योजनाओं को साझा करने का भी सशक्त मंच साबित हुआ।
स्वागत और प्रारंभिक सत्र
सभा की शुरुआत बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के स्वागत भाषण से हुई। इसके बाद पिछले वर्ष की बैठक की समीक्षा प्रस्तुत की गई। संगठन की ओर से पूरे वर्ष का प्रगति प्रतिवेदन रखा गया, जिसमें कार्यों की उपलब्धियों और चुनौतियों का उल्लेख किया गया।
मुख्य चर्चाएँ और कार्ययोजना
सभा में ग्राम संगठन का ग्रेडिंग किया गया और नए वित्तीय वर्ष की कार्ययोजना पर विस्तार से चर्चा हुई। सहकारी समिति एवं वार्षिक ग्राम सभा के उद्देश्य और महत्व पर भी विचार-विमर्श हुआ। इस दौरान संगठन के पदाधिकारियों का बदलाव और चुनाव सम्पन्न हुआ। साथ ही क्लस्टर स्तर पर मानव संसाधन के विषय पर विशेष विमर्श आयोजित किया गया, जिससे संगठन की भावी कार्यप्रणाली को नई दिशा मिल सके।
महिलाओं की सक्रिय भागीदारी
सभा में सैकड़ों की संख्या में स्वयं सहायता समूह की महिलाएँ शामिल हुईं। महिलाओं ने उत्साह और सक्रियता से अपनी भागीदारी दर्ज कराई और संगठन की मजबूती का संदेश दिया। उपस्थित अतिथियों का पारंपरिक ढंग से स्वागत किया गया, जिसने पूरे आयोजन को और अधिक जीवंत बना दिया।
सम्मान और उत्साहवर्धन
क्लस्टर के अंतर्गत कार्यरत उत्कृष्ट कैडरों को सम्मानित किया गया। साथ ही विशिष्ट अतिथियों को पुष्पगुच्छ और उपहार प्रदान कर सम्मानित किया गया। बेहतर प्रदर्शन करने वाले ग्राम संगठनों और स्वयं सहायता समूहों को भी पुरस्कृत किया गया, जिससे उनके मनोबल को बढ़ावा मिला।
समापन और धन्यवाद ज्ञापन
कार्यक्रम में जीएसएलपीएस की पूरी टीम उपस्थित रही। अंत में उपाध्यक्ष ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया और सभा का औपचारिक समापन किया गया। यह वार्षिक ग्राम सभा संगठन की उपलब्धियों की समीक्षा और आने वाले समय के लिए नई रणनीतियों को साझा करने का एक प्रभावशाली मंच साबित हुई।

न्यूज़ देखो: महिला सशक्तिकरण का जीवंत उदाहरण
सिमडेगा की इस वार्षिक ग्राम सभा ने यह दिखाया कि जब महिलाएँ संगठित होकर आगे बढ़ती हैं तो संगठन न केवल मजबूत होता है बल्कि समाज को भी नई दिशा मिलती है। सम्मान और कार्ययोजना से प्रेरित यह आयोजन आने वाले समय में महिला समूहों की सक्रिय भूमिका को और सशक्त करेगा।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
संगठन की शक्ति, समाज की प्रगति
यह सभा सिर्फ एक वार्षिक औपचारिकता नहीं बल्कि महिला समूहों की सामूहिक शक्ति और आत्मनिर्भरता की मिसाल है। अब समय है कि हम सब इस सकारात्मक बदलाव में योगदान दें। अपनी राय कॉमेंट करें और इस खबर को दोस्तों के साथ शेयर करें ताकि जागरूकता फैले।