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7 साल से अधूरा पड़ा पुल बना ग्रामीणों की पीड़ा का कारण, कोयल नदी पर विकास का इंतजार

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#लातेहार #पुलनिर्माणविलंब – कोयल नदी पर अधूरे पुल से हर बरसात में कटती है हजारों ग्रामीणों की जिंदगी, जिम्मेदारों पर सवाल

  • लातेहार के गारू-सरयू मार्ग पर 6.70 करोड़ की लागत से बनना था पुल
  • पुल निर्माण की ज़िम्मेदारी आरइओ को दी गई थी, अब तक नहीं हुई पूर्ण
  • बरसात में 13 गांवों की 5,000 से अधिक आबादी हो जाती है प्रभावित
  • ग्रामीणों को 8 किमी की जगह 28 किमी घूमकर जाना पड़ता है मुख्यालय
  • चिकित्सा, यातायात व व्यापार सब पर पड़ रहा असर
  • संवेदक व विभागीय अधिकारियों की लापरवाही से गुस्से में ग्रामीण

अधूरे पुल से बाधित ग्रामीणों की ज़िंदगी, बरसात में बनती है बड़ी चुनौती

लातेहार जिले के गारू-सरयू वाया गणेशपुर मार्ग पर कारवाई गांव के पास उत्तरी कोयल नदी पर बनने वाला पुल सात वर्षों से अधूरा पड़ा है। आरइओ द्वारा 6.70 करोड़ रुपये की लागत से पुल निर्माण की योजना बनाई गई थी, परंतु आज तक कार्य पूरा नहीं हो पाया है। इस वजह से हर साल मानसून के दौरान ग्रामीणों की दिनचर्या ठप हो जाती है।

जिन गांवों के लिए बना था पुल, वही सबसे ज़्यादा परेशान

इस पुल का उद्देश्य था कि सरयू प्रखंड के गणेशपुर पंचायत के गांव जैसे गणेशपुर, कुकू, मनातू, सैलारीटांड़, अमवाटीकर, चातम, सुखलकठा, और घासीटोला पंचायत के मुकुंदपुर, पीरी, उभका-डबरी, डोरम, कोरवाटोली को मुख्य सड़क मार्ग से जोड़ा जा सके। परंतु पुल अधूरा होने के कारण इन गांवों की लगभग 5,000 से अधिक आबादी वर्षा ऋतु में अलग-थलग पड़ जाती है।

स्वास्थ्य, शिक्षा और व्यापार पर पड़ा भारी असर

ग्रामीणों का कहना है कि बरसात के दिनों में उन्हें ना तो अस्पताल पहुंचना संभव होता है, ना ही स्कूल और बाज़ार। गणेशपुर पंचायत के मुखिया राजेश सिंह, तथा ग्रामीण हीरामण उरांव, सुरेंद्र सिंह, सुधीर सिंह, मनु कुमार, रमेश कुमार सिंह, सुरेश उरांव, चंद्रकिशोर और चंदन का कहना है कि संवेदक और अधिकारियों की लापरवाही के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है।

आठ की जगह 28 किमी और बढ़ी दूरी, दोगुना हुआ सफर

पुल के अधूरे निर्माण का सीधा प्रभाव ग्रामीणों की दैनिक यात्रा पर पड़ा है। जहां पहले उन्हें मुख्यालय तक पहुंचने में 8 किमी का सफर तय करना पड़ता था, अब उन्हें 28 किमी की दूरी पार करनी पड़ती है। इसी तरह प्रमंडलीय मुख्यालय मेदिनीनगर तक जाने के लिए 63 किमी की बजाय 83 किमी की दूरी तय करनी पड़ती है।

न्यूज़ देखो : ग्रामीण विकास की अनदेखी को हम नहीं छोड़ेंगे

न्यूज़ देखो आपके सामने लाता है उन आवाज़ों को, जो सिस्टम की सुस्ती के कारण अनसुनी रह जाती हैं। सात वर्षों से अधूरा पुल लातेहार के हजारों ग्रामीणों के लिए चुनौती बना हुआ है और हम इस विकास के अभाव को सामने लाकर जवाबदेही तय करना चाहते हैं। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

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