
#गढ़वा #धनतेरस : सोने-चांदी के बढ़ते दामों के बावजूद ग्राहकों ने खरीदारी में उत्साह दिखाया – बाजार में रौनक और सुरक्षा व्यवस्था भी शानदार
- गढ़वा सर्राफा बाजार धनतेरस पर पूरी तरह सज-धजकर जगमगा उठा।
- 24 कैरेट सोना 1,34,500 रुपये, 22 कैरेट सोना 1,24,200 रुपये और 18 कैरेट सोना 1,07,500 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार हुआ।
- चांदी के पुराने सिक्के 2,530 रुपये, शुद्धता 9999 वाला चांदी का डॉलर 1,880 रुपये प्रति 10 ग्राम, लक्ष्मी-गणेश सिक्का 1,760 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बिके।
- सर्राफा व्यापारी अमित कुमार सोनी ने बताया कि ग्राहकों का उत्साह उम्मीद से अधिक है और मेकिंग चार्ज पर विशेष छूट भी दी जा रही है।
- स्थानीय लोग पारंपरिक रूप से चांदी के सिक्के और छोटे सोने के सिक्के खरीदते नजर आए।
- प्रशासन और व्यापारियों ने मिलकर बाजार में भीड़ नियंत्रण, सुरक्षा और खरीदारी सुविधा को सुनिश्चित किया।
गढ़वा में शनिवार को धनतेरस पर्व पर सर्राफा बाजार में सुबह से ही उत्सव का माहौल था। मुख्य बाजारों में दुकानों ने रंग-बिरंगी सजावट और रोशनी के साथ अपने स्टॉक प्रस्तुत किए। इस बार सोने-चांदी की कीमतों में वृद्धि होने के बावजूद ग्राहकों ने शुभ मुहूर्त में खरीदारी करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
सोने और चांदी के भाव में बढ़ोतरी
गढ़वा सर्राफा संघ के अनुसार, धनतेरस पर 24 कैरेट सोने का भाव 1,34,500 रुपये प्रति 10 ग्राम, 22 कैरेट सोना 1,24,200 रुपये प्रति 10 ग्राम, और 18 कैरेट सोना 1,07,500 रुपये प्रति 10 ग्राम रहा। वहीं, चांदी के पुराने सिक्के 2,530 रुपये, लक्ष्मी-गणेश सिक्का 1,760 रुपये और 9999 शुद्धता वाला चांदी का डॉलर 1,880 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार हुआ।

बाजार के प्रमुख स्वर्ण व्यापारी अमित कुमार सोनी ने बताया:
अमित कुमार सोनी ने कहा: “कीमतों में बढ़ोतरी के बावजूद ग्राहक शुभ दिन पर खरीदारी करने से पीछे नहीं हट रहे। यह दिन भारतीय परंपरा में समृद्धि और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है।”
वैश्विक और घरेलू बाजार की वजह से तेजी
गोल्ड रेट में यह तेजी अंतरराष्ट्रीय बाजार में मांग बढ़ने और घरेलू फ्यूचर मार्केट में उठाव के कारण देखी जा रही है। शुक्रवार को एमसीएक्स पर 5 दिसंबर एक्सपायरी वाला गोल्ड वायदा 1,31,840 रुपये प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड कर रहा था, जो पिछले दिन की तुलना में लगभग 1,900 रुपये अधिक था। विशेषज्ञों का कहना है कि वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता और त्योहारी मांग ने सोने को निवेशकों की पहली पसंद बना दिया है।
ग्राहकों की विविधता और खरीदारी का उत्साह
स्थानीय निवासी अनिमेष कुमार ने बताया कि वह और परिवार हर साल की तरह इस बार भी दो पुराने चांदी के सिक्के और एक छोटा सोने का सिक्का खरीदने वाले हैं। उन्होंने कहा:
अनिमेष कुमार ने कहा: “यह परंपरा सिर्फ धार्मिक नहीं बल्कि भावनात्मक भी है। सोना समृद्धि का प्रतीक है और हर साल इसे खरीदना शुभ माना जाता है।”
महिलाओं ने इस अवसर पर चांदी के बर्तन, लक्ष्मी-गणेश के सिक्के और पूजन सामग्री में विशेष रुचि दिखाई, जबकि युवा वर्ग हल्के वजन की चेन, रिंग और कंगन की ओर आकर्षित रहा। कई दुकानों में ग्राहकों की भीड़ देखते हुए देर रात तक खरीदारी का सिलसिला जारी रहने की संभावना जताई गई।
प्रशासन और व्यापारियों की संयुक्त पहल
सर्राफा व्यापारियों और प्रशासन के संयुक्त प्रयास से बाजार में भीड़ नियंत्रण, सुरक्षा और खरीदारी की सुविधा उपलब्ध कराई गई। मेन बाजार की दुकानों में सजावट के साथ ग्राहकों के लिए विभिन्न वैरायटी के आभूषण और स्टॉक तैयार किए गए। उन्नति ज्वेलर्स के प्रोपराइटर अमित सोनी ने बताया:
अमित सोनी ने कहा: “हम ग्राहकों की मांग के अनुरूप स्टॉक उपलब्ध करा कर स्वागत के लिए तैयार हैं। धनतेरस के शुभ अवसर पर सभी ग्राहकों को मेकिंग चार्ज पर विशेष छूट भी दी जा रही है।”



न्यूज़ देखो: गढ़वा का सर्राफा बाजार त्योहारी उत्साह और परंपरा का प्रतीक
यह रिपोर्ट दिखाती है कि गढ़वा के नागरिक अपने धार्मिक और पारंपरिक विश्वासों के अनुरूप धनतेरस पर खरीदारी करना पसंद करते हैं, भले ही सोने-चांदी की कीमतें बढ़ी हों। व्यापारियों की सजगता और प्रशासन की सहायता ने बाजार को सुरक्षित और व्यवस्थित बनाए रखा। इस प्रकार का सहयोग त्योहारी खरीदारी को और बेहतर बनाता है।
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सजग रहें, परंपरा और खरीदारी का आनंद लें
त्योहारी अवसरों पर सजग रहना और अपने वित्तीय निर्णय सोच-समझ कर लेना जरूरी है। दुकानों में सुरक्षित और सही तरीके से खरीदारी करना न केवल आपकी समृद्धि के लिए अच्छा है बल्कि बाजार में अनुशासन और व्यवस्था बनाए रखने में भी मदद करता है। इस अवसर पर अपनी राय साझा करें, खबर को दोस्तों तक पहुंचाएं और परंपरा की चमक में शामिल हों।