#महुआडांड़ #अजमेरशरीफ़ : तकबीर की सदाओं और अमन की दुआओं संग जायरिनों का जत्था रवाना
- महुआडांड़ प्रखंड से दर्जनों जायरिन अजमेर शरीफ़ दरगाह के लिए हुए रवाना।
- तकबीर अल्लाह-हु-अकबर की सदाओं और माला पहनाकर लोगों ने जत्थे को विदा किया।
- रास्ते में होगा नेजामउद्दी औलिया के मजार शरीफ़ पर हाज़िरी का सिलसिला।
- अजमेर पहुँचकर अदा करेंगे चादरपोशी और फुलपोशी, अमन-चैन की दुआ करेंगे।
- जत्थे में शामिल फहीम खान, आज़ाद अहमद, अयूब खान समेत महिलाएं और मर्द।
महुआडांड़ प्रखंड से सोमवार की सुबह एक रूहानी माहौल में जायरिनों का कारवाँ अजमेर शरीफ़ की ओर रवाना हुआ। पूरे इलाक़े में तकबीर की सदाएँ गूँज उठीं— “अल्लाह-हु-अकबर”— और लोगों ने अपने जायरिन भाइयों और बहनों को फूलों की माला पहनाकर रवाना किया। यह जत्था रास्ते में नेजामउद्दी औलिया के मजार शरीफ़ पर हाज़िरी देगा और फिर अजमेर शरीफ़ पहुँचकर चादरपोशी व फुलपोशी अदा करेगा।
अमन और भाईचारे की दुआ
लोगों ने जायरिनों से गुज़ारिश की कि वे देश-दुनिया और खासकर अपने वतन और इलाके में अमन-ओ-चैन की दुआ करें। जायरिनों ने भी भरोसा दिलाया कि दरगाह-ए-अजमेर में हर किसी के लिए खैर की दुआ करेंगे।
कारवाँ में शामिल अहम शख्सियतें
इस पाक सफ़र में शामिल हुए— साबिक़ सदर फहीम खान, आजाद अहमद, मुखिया अयूब खान, सगीर अहमद, नसीम अंसारी, नय्यर खान, इमरोज़ खान, आफ़िया खान, मोहसिन खान शाहिल और उनके साथ बड़ी तादाद में ख्वातीन और मर्द। हर एक के चेहरे पर अजमेर शरीफ़ की हाज़िरी की रूहानी खुशी साफ झलक रही थी।
न्यूज़ देखो: आस्था का सफ़र, अमन का पैग़ाम
अजमेर शरीफ़ जाने वाला हर कारवाँ सिर्फ ज़ियारत का वसीला नहीं बल्कि इंसानियत, मोहब्बत और भाईचारे का पैग़ाम भी है। यह जत्था इलाक़े के लोगों के लिए अमन-ओ-सलामती की दुआ लेकर रवाना हुआ है।
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अमन-ओ-मोहब्बत की दुआ में शामिल हों
धार्मिक सफ़र तब मुकम्मल होता है जब उसमें इंसानियत और मोहब्बत का रंग हो। आइए, इस खबर को शेयर करें और अपने दोस्तों को भी इस कारवाँ की दुआओं का हिस्सा बनाएं।