Simdega

जूनियर कैम्ब्रिज स्कूल में आनंदमयी नो बैग डे बच्चों ने सूर्य, दिशा और अच्छे संस्कारों की अनोखी सीख के साथ मनाया उत्सव

Join News देखो WhatsApp Channel
#सिमडेगा #शिक्षापहल : जूनियर कैम्ब्रिज स्कूल में बिना बस्ता सीखने की रचनात्मक गतिविधियों ने बच्चों को नया अनुभव दिया
  • वाणी भूषण डॉ. पद्मराज और सुशीला जी कार्यक्रम में मौजूद।
  • बच्चों को सूर्य, ऊर्जा, विटामिन D और दिशा ज्ञान की सीख।
  • अच्छे बच्चे के गुण, अनुशासन और सकारात्मक सोच पर प्रेरक संवाद।
  • विभिन्न कक्षाओं के लिए मिड ब्रेन, डांस, हैंड पेंटिंग गतिविधियाँ।
  • प्रधानाचार्या पी. एल. केरकेट्टा और राहुल कुमार ने कार्यक्रम की सराहना की।

जूनियर कैम्ब्रिज स्कूल सिमडेगा में आयोजित नो बैग डे बच्चों के लिए सीख और मनोरंजन का अनोखा संगम साबित हुआ। विशेष दिवस पर बच्चों ने पढ़ाई से हटकर प्रकृति, स्वास्थ्य, संस्कार और रचनात्मकता से जुड़े अनेक अनुभव प्राप्त किए। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि वाणी भूषण डॉ. पद्मराज और विशिष्ट अतिथि पूर्व प्राचार्या सुशीला जी की उपस्थिति ने बच्चों का उत्साह और बढ़ा दिया। दीप प्रज्वलन के साथ आरंभ हुए आयोजन ने विद्यालय परिसर को ऊर्जा और उल्लास से भर दिया।

सूर्य और दिशा ज्ञान से बच्चों को मिली जीवन उपयोगी सीख

मुख्य अतिथि डॉ. पद्मराज ने बच्चों को सूर्य के महत्व पर विस्तार से बताया। उन्होंने समझाया कि सूर्य हमारे शरीर को प्राकृतिक ऊर्जा प्रदान करता है और विटामिन D का प्रमुख स्रोत है। स्वस्थ जीवनचर्या के लिए प्रतिदिन सूर्य संपर्क का महत्व बताते हुए उन्होंने बच्चों को सरल तरीकों से दिशा ज्ञात करने की विधियाँ भी सिखाईं।
साथ ही उन्होंने “अच्छे बच्चे के गुण” विषय पर प्रेरक विचार साझा किए, जिनमें सत्य, अनुशासन, नियमितता, माता–पिता व गुरु का सम्मान और सकारात्मक सोच को जीवन का आधार बताया। प्रार्थना की शक्ति पर जोर देते हुए उन्होंने मन, शरीर और आत्मा की शुद्धता का संदेश भी दिया।

कक्षाओं के अनुसार सृजनात्मक गतिविधियों से बढ़ा उत्साह

नो बैग डे के तहत बच्चों के लिए कई रोचक गतिविधियाँ आयोजित की गईं।
कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों ने मिड ब्रेन एक्सरसाइज सत्र में भाग लिया, जहाँ ध्यान, मानसिक संतुलन और एकाग्रता विकसित करने वाले अभ्यास कराए गए।
यूकेजी के नन्हे-मुन्नों ने मनमोहक डांस एक्टिविटी प्रस्तुत की, जिसने पूरे वातावरण को आनंदमयी बना दिया।
नर्सरी और एलकेजी के बच्चों ने रंग-बिरंगी हैंड पेंटिंग के माध्यम से अपनी रचनात्मकता का प्रदर्शन किया।

शिक्षकों ने बताए कार्यक्रम के लाभ

विद्यालय की प्रधानाचार्या पी. एल. केरकेट्टा ने कहा कि नो बैग डे का उद्देश्य बच्चों को सीखने की ऐसी पद्धति से परिचित कराना है जिसमें जिज्ञासा, आनंद और नैसर्गिकता का समावेश हो।
अकादमिक कोऑर्डिनेटर राहुल कुमार ने बताया कि ऐसे नवाचारी कार्यक्रम बच्चों में आत्मविश्वास, रचनात्मकता और जीवन कौशल विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

आयोजन टीम का उत्कृष्ट योगदान

कार्यक्रम का सुंदर संचालन कुमारी सोनी ने किया। आयोजन को सफल बनाने में मुनुरेन, लता, सुमैया, छोटेलाल, रिजवाना, आकांक्षा और देवांती का विशेष योगदान रहा।
अंत में सभी अतिथियों ने विद्यालय परिवार की इस पहल की सराहना की और बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

न्यूज़ देखो: शिक्षण में नवाचार बच्चों के संपूर्ण विकास की कुंजी

नो बैग डे जैसे कार्यक्रम शिक्षा को बोझ नहीं, बल्कि अनुभव आधारित यात्रा बनाते हैं। जब विद्यालय बच्चों को मुक्त वातावरण देता है, तो सीखने की प्रक्रिया स्वाभाविक रूप से गहरी और प्रभावशाली होती है। यह पहल बताती है कि आधुनिक शिक्षा सिर्फ पुस्तकों तक सीमित नहीं, बल्कि व्यक्तित्व निर्माण का बड़ा मंच है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

जब सीखना आनंद बन जाए तो बच्चे खुद चमकने लगते हैं

नो बैग डे का संदेश स्पष्ट है कि शिक्षा मज़ेदार भी हो सकती है और जीवनोपयोगी भी। अब समय है कि हम सब बच्चों को रचनात्मक, तनाव-मुक्त और प्रेरणादायी सीखने का माहौल देने में अपना योगदान दें। अपनी राय कॉमेंट करें और इस खबर को साझा करें ताकि ऐसे नवाचार और स्कूलों तक पहुँच सकें।

यह खबर आपके लिए कितनी महत्वपूर्ण थी?

रेटिंग देने के लिए किसी एक स्टार पर क्लिक करें!

इस खबर की औसत रेटिंग: 0 / 5. कुल वोट: 0

अभी तक कोई वोट नहीं! इस खबर को रेट करने वाले पहले व्यक्ति बनें।

चूंकि आपने इस खबर को उपयोगी पाया...

हमें सोशल मीडिया पर फॉलो करें!

IMG-20250610-WA0011
IMG-20250925-WA0154
1000264265
IMG-20251017-WA0018
IMG-20250723-WA0070
IMG-20250604-WA0023 (1)
आगे पढ़िए...

नीचे दिए बटन पर क्लिक करके हमें सोशल मीडिया पर फॉलो करें


Birendra Tiwari

सिमडेगा

Related News

ये खबर आपको कैसी लगी, अपनी प्रतिक्रिया दें

Back to top button
error: