
#सिमडेगा #क्रिसमस_कार्निवल : कमिटी अध्यक्ष दिलीप तिर्की की अध्यक्षता में हुई बैठक में तय हुआ कि इस वर्ष कार्निवल CCYA के साथ नहीं बल्कि कमिटी स्वयं आयोजित करेगी—युवाओं की व्यापक भागीदारी के साथ भव्य शोभायात्रा की रूपरेखा तैयार
- 13 दिसंबर 2025 को क्रिसमस कार्निवल कमिटी की महत्वपूर्ण बैठक संपन्न।
- अध्यक्ष दिलीप तिर्की की अध्यक्षता में लिया गया स्वतंत्र आयोजन का निर्णय।
- 17 दिसंबर बुधवार, सुबह 11 बजे से कोर्ट ग्राउंड से शुरू होगी शोभायात्रा।
- जीवंत चरणी झांकी के लिए 20 युवती वॉलिंटियर्स और 25 युवक वॉलिंटियर्स चयनित।
- उद्घाटन फादर किशोर एक्का, फादर एडमोन बड़ा और फादर जोन कुल्लू द्वारा।
- शोभायात्रा में 2 से 3 हजार युवक-युवतियों की सहभागिता का अनुमान।
सिमडेगा जिले में क्रिसमस पर्व को लेकर उत्साह धीरे-धीरे चरम पर पहुंच रहा है। इसी क्रम में 13 दिसंबर 2025 को क्रिसमस कार्निवल कमिटी की एक अहम बैठक आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता कमिटी के अध्यक्ष दिलीप तिर्की ने की। बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि किन्हीं अपरिहार्य कारणों से इस वर्ष क्रिसमस कार्निवल का आयोजन CCYA के साथ संयुक्त रूप से नहीं, बल्कि कमिटी द्वारा स्वतंत्र रूप से किया जाएगा। इस निर्णय के साथ ही कार्निवल की रूपरेखा, कार्यक्रम की संरचना और आयोजन की जिम्मेदारियों पर विस्तार से चर्चा की गई।
स्वतंत्र आयोजन का निर्णय और उसकी पृष्ठभूमि
बैठक में अध्यक्ष दिलीप तिर्की ने स्पष्ट किया कि कमिटी ने परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया है कि इस बार क्रिसमस कार्निवल का संचालन स्वयं करेगी। उन्होंने कहा कि आयोजन की मूल भावना, अनुशासन और समन्वय को बनाए रखने के लिए यह निर्णय आवश्यक था। कमिटी ने आश्वस्त किया कि स्वतंत्र आयोजन होने के बावजूद कार्यक्रम की भव्यता और संदेश की गंभीरता में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी।
जीवंत चरणी झांकी को लेकर विस्तृत रूपरेखा
चर्चा के दौरान कार्निवल के सबसे बड़े आकर्षण जीवंत चरणी झांकी को लेकर विशेष फोकस किया गया। अध्यक्ष दिलीप तिर्की ने बताया कि झांकी के प्रत्येक पहलू—सजावट, पात्र, अनुशासन और संदेश—के लिए एक सुनियोजित रूपरेखा तैयार कर ली गई है। इस झांकी के सफल संचालन के लिए 20 युवती वॉलिंटियर्स और 25 युवक वॉलिंटियर्स की सूची तैयार की गई है, जिसे ब्रिसुस कुल्लू, रोनित कुल्लू और स्मिता तिर्की द्वारा उपलब्ध कराया गया।
शोभायात्रा का मार्ग और समय निर्धारण
कमिटी द्वारा तय कार्यक्रम के अनुसार, यह भव्य शोभायात्रा 17 दिसंबर, बुधवार को सुबह 11 बजे से कोर्ट ग्राउंड से प्रारंभ होगी। शोभायात्रा झुलनसिंह चौक से नीचे बाजार पेट्रोल पंप होते हुए वापस स्टेडियम पहुंचेगी, जहां इसका समापन होगा। इस दौरान पूरे मार्ग में क्रिसमस के गीत, संदेश और अनुशासित सहभागिता के साथ उत्सव का माहौल देखने को मिलेगा।
धार्मिक अगुवाओं द्वारा उद्घाटन
इस शोभायात्रा का उद्घाटन फादर किशोर एक्का, फादर एडमोन बड़ा एवं फादर जोन कुल्लू के कर-कमलों से किया जाएगा। कमिटी ने इसे गर्व का विषय बताते हुए कहा कि वरिष्ठ धार्मिक अगुवाओं की उपस्थिति से कार्यक्रम को आध्यात्मिक मजबूती और दिशा मिलेगी।
हजारों युवाओं की सहभागिता से सजेगा शहर
कमिटी के अनुसार इस शोभायात्रा में लगभग 2 से 3 हजार युवक-युवतियों के शामिल होने की संभावना है। अध्यक्ष दिलीप तिर्की ने कहा:
दिलीप तिर्की ने कहा: “इस कार्निवल से पूरे जिले में क्रिसमस का सुंदर और सकारात्मक माहौल तैयार होता है, जहां युवा एकजुट होकर खुशी मनाते हैं और यह संदेश देते हैं कि उद्धारकर्ता के जन्म का समय नजदीक है।”
प्रेम और शांति का संदेश देने का प्रयास
कमिटी के उपाध्यक्ष अनूप लकड़ा ने अपने संदेश में बताया कि यह आयोजन केवल उत्सव नहीं, बल्कि सामाजिक और धार्मिक चेतना का माध्यम है।
अनूप लकड़ा ने कहा: “हमारा प्रयास है कि इस झांकी के माध्यम से प्रेम और शांति का संदेश दिया जाए और युवाओं को धार्मिक रूप से चिंतनशील बनने की प्रेरणा मिले।”
उन्होंने कहा कि आज के समय में युवाओं को सकारात्मक दिशा देना अत्यंत आवश्यक है और क्रिसमस कार्निवल इस दिशा में एक मजबूत मंच है।
कमिटी सदस्यों की सक्रिय भूमिका
इस महत्वपूर्ण बैठक में कमिटी के कई पदाधिकारी और सदस्य उपस्थित रहे। इनमें सचिव स्माइल केरकेट्टा, सदस्यगण अमृत मिंज, सुनील मिंज, ब्रिसुस कुल्लू, अल्बर्ट सोरेंग, रोनित कुल्लू, मिखायल सोरेंग, आशीष केरकेट्टा, नोमिता एक्का एवं स्मिता तिर्की शामिल थे। सभी ने आयोजन को सफल बनाने के लिए अपने-अपने सुझाव और सहयोग का आश्वासन दिया।
जिलेवासियों से सहभागिता की अपील
कमिटी ने इस शुभ अवसर पर समस्त जिलेवासियों का हार्दिक अभिनंदन करते हुए अपील की कि वे इस क्रिसमस कार्निवल में शामिल होकर कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाएं और शांति, प्रेम एवं भाईचारे के संदेश को साझा करें।
न्यूज़ देखो: युवाओं की एकजुटता से सजेगा क्रिसमस का संदेश
यह बैठक और लिया गया निर्णय दर्शाता है कि सिमडेगा में क्रिसमस कार्निवल केवल उत्सव नहीं, बल्कि सामूहिक चेतना का प्रतीक बन चुका है। स्वतंत्र आयोजन का फैसला कमिटी की जिम्मेदारी और आत्मनिर्भरता को दर्शाता है। अब प्रशासन और समाज की नजर इस पर रहेगी कि आयोजन शांतिपूर्ण और अनुशासित रूप से संपन्न हो।
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उत्सव के साथ जिम्मेदारी का संकल्प
क्रिसमस प्रेम, शांति और त्याग का पर्व है, और ऐसे आयोजनों से समाज में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। युवाओं की बड़ी भागीदारी यह साबित करती है कि आने वाली पीढ़ी सांस्कृतिक और धार्मिक मूल्यों को लेकर सजग है।





