
#नेमरा #श्रद्धांजलि : रामगढ़ में पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन को भावभीनी श्रद्धांजलि
- रामाशीष यादव ने नेमरा जाकर अर्पित किए श्रद्धासुमन।
- मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से हुई आत्मीय मुलाकात।
- त्याग, संघर्ष और जनसेवा को किया नमन।
- झारखंड की अस्मिता की रक्षा के लिए समर्पित रहा जीवन।
- जनता हमेशा याद रखेगी दिशोम गुरू का योगदान।
रामगढ़ जिले के नेमरा गांव में झारखंड राज्य के शिल्पकार एवं पूर्व मुख्यमंत्री आदरणीय दिशोम गुरू शिबू सोरेन को याद करते हुए यादव महासभा के प्रदेश अध्यक्ष सह वरिष्ठ भाजपा नेता रामाशीष यादव ने भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से आत्मीय भेंट कर दिवंगत नेता के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं।
समाज और अस्मिता की रक्षा के लिए समर्पित जीवन
रामाशीष यादव ने कहा कि दिशोम गुरू शिबू सोरेन का संपूर्ण जीवन समाज और झारखंड की अस्मिता की रक्षा के लिए समर्पित रहा है। उन्होंने अपने त्याग, संघर्ष और जनसेवा के माध्यम से झारखंड की पहचान को मजबूती दी।
पीढ़ियों के लिए प्रेरणा
श्री यादव ने जोर देकर कहा कि गुरूजी का जीवन नए और पुराने दोनों पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणास्रोत है। उनके संघर्ष की कहानियां झारखंड के हर गांव और कस्बे में सुनाई जाती रहेंगी, और उनका नाम राज्य की राजनीतिक और सामाजिक धारा में हमेशा अमर रहेगा।


न्यूज़ देखो: स्मृतियों में जीवित रहेगा संघर्ष
शिबू सोरेन न केवल एक राजनीतिक व्यक्तित्व थे, बल्कि झारखंड की आत्मा और अस्मिता के प्रतीक भी थे। उनकी विरासत पीढ़ी दर पीढ़ी प्रेरणा देती रहेगी। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
स्मृति से संकल्प तक
जब हम अपने महान नेताओं को याद करते हैं, तो यह केवल श्रद्धांजलि नहीं होती, बल्कि उनके अधूरे सपनों को पूरा करने का संकल्प भी होता है। इस भावना को साझा करें और दूसरों को भी प्रेरित करें कि वे अपने समाज और राज्य के लिए योगदान दें।