
#गढ़वा #बिरसामुंडापुण्यतिथि : नए समाहरणालय परिसर स्थित हेलीपैड पार्क में हुआ कार्यक्रम — उपायुक्त दिनेश कुमार यादव ने कहा: भगवान बिरसा के आदर्शों से मिलेगी समाज को दिशा
- भगवान बिरसा मुंडा हेलीपैड पार्क में हुआ माल्यार्पण कार्यक्रम
- उपायुक्त दिनेश कुमार यादव समेत कई अधिकारियों ने दी श्रद्धांजलि
- उपायुक्त ने पार्क और गेस्ट रूम का किया निरीक्षण, दिए निर्देश
- बिरसा मुंडा के आदर्शों को आत्मसात करने की अपील
- विभिन्न विभागों के अधिकारी और कर्मी कार्यक्रम में हुए शामिल
गढ़वा में श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाई गई पुण्यतिथि
गढ़वा जिला मुख्यालय स्थित भगवान बिरसा मुंडा हेलीपैड पार्क में सोमवार को धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की पुण्यतिथि मनाई गई। इस अवसर पर जिला प्रशासन की ओर से एक माल्यार्पण कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें जिले के प्रशासनिक पदाधिकारी एवं कर्मचारी बड़ी संख्या में शामिल हुए।
अधिकारियों ने दी श्रद्धांजलि, जताई कृतज्ञता
भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने वालों में जिला दण्डाधिकारी-सह-उपायुक्त दिनेश कुमार यादव, उप विकास आयुक्त पशुपतिनाथ मिश्रा, अपर समाहर्ता राज महेश्वरम, उप निर्वाचन पदाधिकारी सुशील कुमार राय, जिला भू अर्जन पदाधिकारी संजय प्रसाद, जिला पंचायती राज पदाधिकारी प्रमेश कुशवाहा, जिला आपूर्ति पदाधिकारी रामगोपाल पांडे, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी नीरज कुमार सहित अन्य विभागों के अधिकारी शामिल थे।
उपायुक्त दिनेश कुमार यादव ने कहा: “भगवान बिरसा मुंडा के आदर्शों पर चलकर ही झारखंड राज्य का निर्माण हुआ है। उनके विचार आज भी हमें समाज को बेहतर बनाने की प्रेरणा देते हैं।”
पार्क परिसर का निरीक्षण, दिए निर्देश
माल्यार्पण के बाद उपायुक्त श्री यादव ने बिरसा मुंडा हेलीपैड पार्क परिसर एवं उसके गेस्ट रूम का निरीक्षण भी किया। उन्होंने साफ-सफाई और मरम्मत से संबंधित दिशा-निर्देश मौके पर ही संबंधित अधिकारियों को दिए ताकि आगंतुकों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें और यह स्थल सम्मानजनक तरीके से संरक्षित रह सके।
सामूहिक भागीदारी में दिखा सम्मान का भाव
कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के कर्मियों की सहभागिता ने यह संदेश दिया कि भगवान बिरसा मुंडा केवल इतिहास नहीं, बल्कि आज भी जनचेतना के जीवंत प्रतीक हैं। कार्यक्रम सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न हुआ और सभी ने उनके जीवन से प्रेरणा लेने की बात कही।
न्यूज़ देखो: धरती आबा को समर्पित श्रद्धांजलि
गढ़वा में आयोजित यह कार्यक्रम भगवान बिरसा मुंडा के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने की दिशा में एक सकारात्मक पहल थी। प्रशासनिक नेतृत्व की उपस्थिति यह दर्शाती है कि संस्थागत जिम्मेदारी के साथ-साथ सांस्कृतिक मूल्यों का निर्वाह भी समान रूप से जरूरी है। यह आयोजन सिर्फ एक रस्म नहीं, बल्कि आदर्शों को जीवित रखने का संकल्प था।
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समाज के पथप्रदर्शकों से लें प्रेरणा
धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा का जीवन हमें सिखाता है कि संघर्ष और साहस से ही बदलाव की नींव रखी जा सकती है। हम सभी का कर्तव्य है कि हम उनके बताए रास्ते पर चलें और समाज को एक न्यायपूर्ण दिशा दें। कृपया इस खबर पर अपनी प्रतिक्रिया दें, इसे रेट करें और अपने परिचितों के साथ साझा करें।