#गुमला #छात्रा_मौत : रायडीह थाना क्षेत्र के लाटू केमते गांव में किराए के कमरे से मिला शव, आत्महत्या की आशंका
- रायडीह थाना क्षेत्र के लाटू केमते गांव में 18 वर्षीय छात्रा का शव मिलने से इलाके में हड़कंप।
- मृतका की पहचान स्वर्गीय रंजीत सिंह की पुत्री आयशा कुमारी के रूप में हुई।
- आयशा पीएम श्री टेन प्लस टू उच्च विद्यालय में कक्षा 11वीं की छात्रा थी।
- पतराटोली में सहेलियों के साथ किराए के मकान में रहकर कर रही थी पढ़ाई।
- पुलिस ने प्रथम दृष्टया आत्महत्या का मामला मानते हुए जांच शुरू की।
गुमला जिले के रायडीह थाना क्षेत्र अंतर्गत लाटू केमते गांव में मंगलवार को उस समय सनसनी फैल गई, जब एक किराए के कमरे से 18 वर्षीय छात्रा का शव बरामद किया गया। मृतका की पहचान स्वर्गीय रंजीत सिंह की पुत्री आयशा कुमारी के रूप में की गई है। आयशा की असामयिक मौत से न केवल परिवार बल्कि पूरे इलाके में शोक और आक्रोश का माहौल है।
सहेलियों के साथ किराए के कमरे में रहकर कर रही थी पढ़ाई
प्राप्त जानकारी के अनुसार, आयशा पीएम श्री टेन प्लस टू उच्च विद्यालय में कक्षा 11वीं की छात्रा थी। वह बेहतर शिक्षा के उद्देश्य से अपने गांव से दूर पतराटोली स्थित एक किराए के मकान में अपनी दो सहेलियों के साथ रहकर पढ़ाई कर रही थी। तीनों छात्राएं एक ही कमरे में रहती थीं और नियमित रूप से विद्यालय जाती थीं।
स्कूल नहीं जाने की बात कहकर कमरे में अकेली रह गई आयशा
मंगलवार की सुबह आयशा की दोनों सहेलियां स्कूल जाने की तैयारी कर रही थीं। इसी दौरान आयशा ने उन्हें बताया कि वह उस दिन स्कूल नहीं जाएगी और गुमला पार्क जाने की बात कही। इसके बाद दोनों सहेलियां विद्यालय के लिए निकल गईं और आयशा कमरे में अकेली रह गई।
शाम के समय जब सहेलियां स्कूल से लौटकर कमरे में पहुंचीं, तो उन्होंने जो दृश्य देखा, उससे उनके होश उड़ गए। आयशा कमरे के अंदर रस्सी के फंदे से लटकी हुई थी। यह देखते ही दोनों सहेलियां जोर-जोर से चिल्लाने लगीं, जिसके बाद आसपास के लोग मौके पर जुट गए।
सूचना पर पहुंची पुलिस, जांच में जुटी
घटना की सूचना मिलते ही रायडीह थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को नीचे उतारकर प्रारंभिक जांच की और आवश्यक कानूनी प्रक्रिया पूरी करते हुए आगे की कार्रवाई शुरू की। पुलिस ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह मामला आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है, हालांकि हर पहलू से जांच की जा रही है।
पुलिस ने मृतका की सहेलियों से पूछताछ की है और घटना के समय कमरे में क्या स्थिति थी, इस संबंध में जानकारी जुटाई जा रही है। इसके साथ ही छात्रा के परिजनों को भी घटना की सूचना दे दी गई है।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
आयशा की मौत की खबर मिलते ही उसके परिवार में कोहराम मच गया। पिता स्वर्गीय रंजीत सिंह के निधन के बाद आयशा पर परिवार की कई उम्मीदें टिकी हुई थीं। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। परिजनों का कहना है कि आयशा पढ़ाई में अच्छी थी और कभी भी किसी तरह की परेशानी या तनाव की बात साझा नहीं की थी।
परिवार ने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है ताकि यह स्पष्ट हो सके कि यह आत्महत्या है या इसके पीछे कोई अन्य कारण भी हो सकता है।
क्षेत्र में शोक और कई सवाल
इस घटना के बाद लाटू केमते गांव और आसपास के क्षेत्रों में शोक का माहौल है। स्थानीय लोग इस घटना से स्तब्ध हैं और सवाल उठा रहे हैं कि आखिर एक होनहार छात्रा ने ऐसा कदम क्यों उठाया। कुछ लोग मानसिक दबाव, पढ़ाई का तनाव या व्यक्तिगत कारणों की आशंका जता रहे हैं, हालांकि इसकी पुष्टि जांच के बाद ही हो सकेगी।
पुलिस सभी पहलुओं की कर रही जांच
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट और मोबाइल कॉल डिटेल्स सहित अन्य साक्ष्यों के आधार पर मामले की गहराई से जांच की जाएगी। यदि किसी भी प्रकार की संदिग्ध स्थिति सामने आती है, तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
छात्रों की मानसिक स्थिति पर चिंता
इस घटना ने एक बार फिर छात्रों की मानसिक स्थिति और उनके तनाव को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। शिक्षा के साथ-साथ भावनात्मक सहयोग और संवाद की आवश्यकता पर भी जोर दिया जा रहा है, ताकि ऐसे दुखद घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।
न्यूज़ देखो: छात्राओं की सुरक्षा और मानसिक स्वास्थ्य पर गंभीर सवाल
रायडीह की यह घटना समाज और प्रशासन दोनों के लिए एक चेतावनी है। छात्राओं की सुरक्षा, उनके मानसिक स्वास्थ्य और रहन-सहन की परिस्थितियों पर गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
संवेदनशीलता और संवाद ही रोक सकता है ऐसी घटनाएं
यदि आप या आपके आसपास कोई मानसिक तनाव से जूझ रहा है, तो संवाद और सहयोग सबसे बड़ा समाधान है।
इस खबर पर अपनी राय साझा करें और समाज में जागरूकता फैलाने में योगदान दें।





