#भवनाथपुर : धार्मिक यात्रा पर गढ़वा पहुंचे बिहार के समस्तीपुर निवासी चालक की वाहन से गिरकर हुई दर्दनाक मौत — मंदिर परिसर में शोक का माहौल
- समस्तीपुर निवासी सोहित गिरी की भवनाथपुर में वाहन से गिरकर मौत
- जनकपुर के साधुओं को लेकर शिव मंदिर दर्शन को पहुंचे थे चालक
- वाहन की सफाई के दौरान फिसलकर गिरने से हुआ हादसा
- गढ़वा सदर अस्पताल लाते वक्त चालक की हो गई मौत
- पोस्टमार्टम परिजनों के आने तक स्थगित, पुलिस जांच में जुटी
शिव मंदिर दर्शन के दौरान घटा हादसा
बिहार के समस्तीपुर थाना क्षेत्र के कोरमा गांव निवासी सोहित गिरी (32) भवनाथपुर शिव मंदिर में दर्शन के लिए जनकपुर गुरु स्थान के चार साधुओं को लेकर धार्मिक यात्रा पर निकले थे। वे सभी चार दिन पहले गढ़वा जिले के भवनाथपुर शिव मंदिर पहुंचे थे। सोमवार की सुबह, जब मंदिर परिसर में सभी लोग स्नान कर चुके थे, सोहित गिरी वाहन की सफाई में लगा हुआ था।
अचानक ढलान पर सरकने लगी गाड़ी
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सफाई के दौरान वाहन ढलान की ओर सरकने लगा। स्थिति को काबू करने की कोशिश में सोहित गिरी ने छलांग लगा दी, लेकिन वह गंभीर रूप से गिरकर घायल हो गया।
अस्पताल ले जाते समय टूटी सांसें
घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने उसे भवनाथपुर अस्पताल पहुंचाया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसकी हालत गंभीर देख कर उसे गढ़वा सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया, लेकिन वहां पहुंचते ही डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
परिजनों के आने तक पोस्टमार्टम रोका गया
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया, लेकिन जब तक परिजन समस्तीपुर से नहीं पहुंचे, पोस्टमार्टम की प्रक्रिया रोकी गई। जानकारी के अनुसार, परिजनों के आने के बाद ही शव को अंत्यपरीक्षण के लिए भेजा गया।
धार्मिक यात्रा के दौरान हुई त्रासदी से गांव में मातम
सोहित गिरी की असमय मौत से मंदिर परिसर में सन्नाटा और गांव में शोक छा गया है। धार्मिक भावनाओं से भरे इस कार्यक्रम में ऐसी दुर्घटना से श्रद्धालुओं में भी दुःख की लहर फैल गई।
न्यूज़ देखो: धार्मिक यात्रा में हुई चूक, एक जान गई
इस खबर के माध्यम से यह स्पष्ट होता है कि धार्मिक यात्राओं के दौरान सावधानी और सुरक्षा के सभी उपायों का पालन करना कितना जरूरी है। एक छोटी सी असावधानी कभी-कभी जानलेवा साबित हो सकती है। ‘न्यूज़ देखो’ ऐसे हर मुद्दे को गंभीरता से उठाता है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं रोकी जा सकें।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सुरक्षित यात्रा की जिम्मेदारी हमारी भी है
धार्मिक यात्रा हो या निजी सफर — यात्री और चालकों की सुरक्षा सर्वोपरि होनी चाहिए। स्थानीय प्रशासन और आयोजकों को चाहिए कि हर स्थल पर सुरक्षा उपायों की समीक्षा करें और आम लोगों को भी जागरूक करें कि किसी भी स्थिति में लापरवाही न करें।
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