
#मेदिनीनगर #सड़कदुर्घटना : मुखिया के बेटे की लापरवाही से उजड़ा परिवार, ग्रामीणों में गुस्सा
- नावाबाजार थाना क्षेत्र में कार और स्कूटी की भीषण टक्कर।
- मुखिया विनोद विश्वकर्मा का बेटा शराब के नशे में चला रहा था कार।
- हादसे में 22 वर्षीय त्रिपुरारी मेहता की मौत, बहन जानवी गंभीर रूप से घायल।
- आरोपी युवक के अल्कोहल टेस्ट में 99% शराब की पुष्टि।
- ग्रामीणों का आक्रोश, आरोपी पर सख्त कार्रवाई की मांग।
मेदिनीनगर। नावाबाजार थाना क्षेत्र के इटको मोड़ के पास बुधवार की शाम एक दिल दहला देने वाली घटना हुई। तुकबेरा गांव के मुखिया विनोद विश्वकर्मा का बेटा शराब के नशे में धुत होकर अपनी पंच कार से स्कूटी सवार भाई-बहन को रौंद डाला। इस दर्दनाक हादसे में 22 वर्षीय त्रिपुरारी मेहता की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उसकी 18 वर्षीय बहन जानवी कुमारी गंभीर रूप से घायल हो गई और उसे निजी अस्पताल से रांची रेफर किया गया है, जहां वह जिंदगी और मौत से जूझ रही है।
बेकाबू कार ने छीना परिवार का चैन
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि मुखिया का बेटा तेज रफ्तार में विपरीत दिशा से कार चला रहा था। नशे में धुत चालक की गाड़ी बेकाबू होकर सामने से आ रही स्कूटी में जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भयावह थी कि भाई-बहन सड़क पर तड़पते रह गए। स्थानीय लोग दौड़कर मौके पर पहुंचे और तुरंत पुलिस को सूचना दी। ग्रामीणों की मदद से दोनों को मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने त्रिपुरारी को मृत घोषित कर दिया।
अल्कोहल टेस्ट ने खोली पोल
पुलिस ने आरोपी युवक का अल्कोहल टेस्ट कराया, जिसमें 99% अल्कोहल की मौजूदगी पाई गई। इससे यह साफ हो गया कि हादसा लापरवाही नहीं बल्कि शराब के नशे और गैर-जिम्मेदारी का नतीजा था। ग्रामीणों का कहना है कि सत्ता और शराब का नशा जब मिल जाता है तो उसका खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ता है।
टूट गया परिवार का सपना
मृतक त्रिपुरारी और घायल जानवी, गढ़वा जिले के जयनगरा गांव निवासी रणधीर मेहता की संतान हैं। फिलहाल यह परिवार बैरिया स्थित बाजार समिति के सामने अपने मकान में रहता है। दोनों किसी काम से छतरपुर गुलाबचंद कॉलेज गए थे और लौटते समय यह दर्दनाक हादसा हुआ। त्रिपुरारी की मौत से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है, जबकि जानवी अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रही है।
ग्रामीणों में आक्रोश और सख्त कार्रवाई की मांग
घटना के बाद सैकड़ों ग्रामीण घटनास्थल पर जमा हो गए। उन्होंने गुस्से में कहा कि एक शराबी की लापरवाही ने पूरे परिवार को उजाड़ दिया। ग्रामीणों ने मांग की कि आरोपी युवक पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो ताकि सत्ता और शराब के नशे में कोई और मासूम जिंदगी न कुचली जाए। पुलिस ने कार और स्कूटी को जब्त कर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।

न्यूज़ देखो: नशे और सत्ता का गठजोड़ बन रहा जानलेवा
यह हादसा सिर्फ एक परिवार की त्रासदी नहीं, बल्कि समाज के लिए गहरी चेतावनी है। शराबखोरी और सत्ता के दंभ से उपजे ऐसे हादसे कई जिंदगियां निगल रहे हैं। अब समय है कि कानून और समाज मिलकर ऐसे अपराधियों पर नकेल कसें।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
अब वक्त है शराब के खिलाफ जागरूकता का
इस घटना ने साबित कर दिया कि शराब सिर्फ एक लत नहीं बल्कि जानलेवा जहर है। अब जरूरत है कि हम सब समाज में जागरूकता फैलाएं और नशे के खिलाफ मिलकर कदम उठाएं। अपनी राय कॉमेंट करें और इस खबर को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें ताकि ऐसी घटनाओं पर रोक लग सके।