#पलामू #ईदमिलादुन्नबी : पांडू प्रखंड के मुसीखाप गांव में जुलूस ए मोहम्मदी और नात शरीफ से गूंजा पूरा इलाका
- मुसीखाप गांव में जश्न ए ईद मिलादुन्नबी बड़े धूमधाम और श्रद्धा से मनाया गया।
- सुबह नमाज ए फज्र के बाद निकाला गया जुलूस ए मोहम्मदी।
- नात शरीफ की पेशकश, नारे तकबीर और नारे रिसालत से गूंजा वातावरण।
- थाना प्रभारी विगेश कुमार राय ने मोहम्मद साहब की शिक्षाओं को बताया प्रासंगिक।
- बच्चों के बीच क्विज और नात ए पाक प्रतियोगिता आयोजित, विजेताओं को सम्मानित किया गया।
झारखंड के पलामू जिला अंतर्गत पांडू प्रखंड के मुसीखाप गांव में शुक्रवार को पैगंबर ए इस्लाम हजरत मोहम्मद साहब का जन्मदिन बड़े ही धूमधाम, उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया गया। सुबह से ही पूरे क्षेत्र में रौनक का माहौल बना रहा। गांव की मस्जिदों और घरों को आकर्षक ढंग से सजाया गया था।
जुलूस ए मोहम्मदी और नात शरीफ से गूंजा माहौल
सुबह नमाज ए फज्र के बाद जुलूस ए मोहम्मदी निकाला गया, जिसमें बड़ी संख्या में बच्चे, युवा और बुजुर्ग शामिल हुए। जुलूस के दौरान नात शरीफ पेश की गईं। लोग हाथों में हरे झंडे लिए हुए थे और पूरे रास्ते में नारे तकबीर और नारे रिसालत की गूंज सुनाई देती रही। यह माहौल गांव की गलियों को आध्यात्मिक रंग से सराबोर कर रहा था।
मोहम्मद साहब की शिक्षाओं पर हुआ विचार
कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने हजरत मोहम्मद साहब की जीवनी पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि पैगंबर ने इंसानियत, भाईचारा, अमन और मोहब्बत का पैगाम दिया था।
थाना प्रभारी विगेश कुमार राय ने कहा: “आज के समय में समाज को मोहम्मद साहब के बताए रास्ते पर चलने की सबसे ज्यादा जरूरत है।”
बच्चों के लिए प्रतियोगिताएं और सम्मान
मौके पर बच्चों के बीच धार्मिक जानकारी पर आधारित क्विज और नात ए पाक प्रतियोगिता आयोजित की गई। विजेताओं को मंच पर सम्मानित किया गया। बच्चों का उत्साह पूरे आयोजन में चार चांद लगा रहा।
शांतिपूर्ण वातावरण और गंगा जमुनी तहज़ीब की मिसाल
इस मौके पर स्थानीय पुलिस प्रशासन भी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर मुस्तैद दिखा। पूरे आयोजन में भाईचारा, शांति और धार्मिक उत्साह का माहौल बना रहा। गांव का वातावरण गंगा जमुनी तहजीब की अनोखी मिसाल पेश करता रहा।
मौके पर खतीबों इमाम मौलाना तौहीद आलम, सुरेंद्र सिंह, अरबिंद सिंह, प्रवेश साव, देवनंदन सिंह, कमलेश शर्मा, मोजम्मिल अंसारी, आले रसूल अंसारी, कुतबुद्दीन अंसारी, इरसाद अंसारी, गुलाम याहिया, नईम अंसारी, इजहार अंसारी, मासूक अंसारी, आफ़ताब आलम, इल्हाक अंसारी, सहिम अंसारी, अली रज़ा समेत बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।
न्यूज़ देखो: ईद मिलादुन्नबी से मिला इंसानियत और भाईचारे का संदेश
मुसीखाप गांव का यह आयोजन साबित करता है कि धार्मिक पर्व केवल इबादत का नहीं बल्कि अमन, मोहब्बत और भाईचारे का भी पैगाम देते हैं। इस आयोजन ने समाज को एकजुट रहने और मोहम्मद साहब की शिक्षाओं को आत्मसात करने का अवसर प्रदान किया।
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अमन और मोहब्बत की राह अपनाएँ
जश्न ए ईद मिलादुन्नबी हमें याद दिलाता है कि इंसानियत सबसे बड़ा धर्म है। अब समय है कि हम सभी मिलकर भाईचारे और मोहब्बत के इस संदेश को आगे बढ़ाएँ।
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