
#केरसई #खेल_महोत्सव : वीर नारायण सिंह स्मारक खेल महोत्सव में युवाओं को शारीरिक, मानसिक और शैक्षणिक मजबूती का संदेश
- रेंगारटोली बासेन में आयोजित 17वां वीर नारायण सिंह स्मारक सात दिवसीय खेल महोत्सव का पांचवां दिन संपन्न।
- मुख्य अतिथि रामचंद्र मांझी, अध्यक्ष गोंडवाना आदिवासी कल्याण एवं विकास मंच, सिमडेगा।
- पांचवें दिन दूसरे राउंड के कुल 10 मैच कराए गए।
- जूनियर खिलाड़ियों और बालिकाओं के मैच बने दर्शकों के आकर्षण का केंद्र।
- 19 दिसंबर को वीर नारायण सिंह के शहादत दिवस पर होगा समापन एवं सामाजिक सम्मेलन।
केरसई प्रखंड के रेंगारटोली बासेन में आयोजित 17वां वीर नारायण सिंह स्मारक सात दिवसीय खेल महोत्सव का पांचवां दिन खेल भावना, उत्साह और सामाजिक संदेशों से भरपूर रहा। इस दिन मैदान पर जहां खिलाड़ियों ने दमखम दिखाया, वहीं मंच से युवाओं को शारीरिक, मानसिक और शैक्षणिक रूप से सशक्त बनने का प्रेरक संदेश दिया गया।
युवाओं को मिला मजबूत समाज निर्माण का संदेश
खेल महोत्सव के पांचवें दिन मुख्य अतिथि के रूप में गोंडवाना आदिवासी कल्याण एवं विकास मंच, सिमडेगा के अध्यक्ष एवं समाजसेवी रामचंद्र मांझी उपस्थित रहे। उन्होंने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर उनका उत्साहवर्धन किया।
अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि युवा समाज और देश का भविष्य हैं और उन्हें हर दृष्टि से मजबूत होना चाहिए।
उन्होंने कहा—
“गोंड समाज के युवा शारीरिक, मानसिक और शैक्षणिक रूप से मजबूत बनें। टीम भावना विकसित करें और समाज को आगे बढ़ाने में अपनी भूमिका निभाएं।”
रामचंद्र मांझी ने कहा कि आज खेल के माध्यम से युवा बेहतर करियर की दिशा तय कर सकते हैं। उन्होंने युवाओं से नशापान और अंधविश्वास से दूर रहने तथा समाज को सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक रूप से मजबूत बनाने के लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्य करने की अपील की। साथ ही उन्होंने युवाओं को सामाजिक कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर भाग लेने के लिए प्रेरित किया।
विशिष्ट अतिथि ने मेहनत और शिक्षा पर दिया जोर
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि हिराधर मांझी ने भी युवाओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि जिस तरह खिलाड़ी मैदान में लगन और मेहनत से जीत हासिल करते हैं, उसी तरह जीवन में भी सफलता प्राप्त की जा सकती है।
उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि—
“गांव स्तर पर युवाओं की टीम बनाकर विकास की योजनाएं तैयार करें और समाज को आगे बढ़ाने में सक्रिय भूमिका निभाएं।”
हिराधर मांझी ने समाज में उच्च शिक्षा की आवश्यकता पर विशेष जोर देते हुए कहा कि शिक्षा के बिना समग्र विकास संभव नहीं है।
दूसरे राउंड के दस मुकाबले, खेल भावना का शानदार प्रदर्शन
पांचवें दिन दूसरे राउंड के कुल 10 मैच कराए गए, जिनमें खिलाड़ियों ने जबरदस्त खेल का प्रदर्शन किया।
खेले गए प्रमुख मुकाबले इस प्रकार रहे—
वीर नारायण सिंह चौक बनाम बाघडेगा पंचायत
इस रोमांचक मुकाबले में वीर नारायण सिंह चौक की टीम ने 1–0 गोल से जीत दर्ज कर अगले दौर में प्रवेश किया।
गोंडवाना छात्रावास बनाम अंबाटोली
इस मैच में गोंडवाना छात्रावास की टीम ने शानदार खेल दिखाते हुए 3–0 से जीत हासिल की।
आसनबेड़ा बनाम कादोपानी (उड़ीसा)
कड़े मुकाबले में आसनबेड़ा की टीम ने 3–2 से जीत दर्ज कर दर्शकों का खूब मनोरंजन किया।
इनके अलावा जूनियर वर्ग और बालिकाओं के भी कई मुकाबले कराए गए, जिन्होंने दर्शकों का विशेष ध्यान आकर्षित किया।
जूनियर खिलाड़ियों का मैच बना आकर्षण का केंद्र
इस वर्ष आयोजन समिति द्वारा जूनियर खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से विशेष प्रतियोगिता आयोजित की गई है। इस प्रतियोगिता में विभिन्न गांवों की कुल 30 टीमें भाग ले रही हैं।
जूनियर खिलाड़ियों के जोश, अनुशासन और खेल कौशल ने दर्शकों को खासा प्रभावित किया।
चयन समिति द्वारा सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों का चयन किया जा रहा है, जिन्हें आगे बढ़ाने के लिए सामाजिक स्तर पर प्रयास किए जाएंगे। जूनियर खिलाड़ियों के मैच देखने के लिए बड़ी संख्या में ग्रामीण और अभिभावक मैदान में मौजूद रहे और बच्चों का उत्साहवर्धन किया।
19 दिसंबर को होगा भव्य समापन
खेल महोत्सव का समापन 19 दिसंबर को वीर नारायण सिंह के शहादत दिवस के अवसर पर किया जाएगा। इस दिन एक सामाजिक सम्मेलन का भी आयोजन होगा, जिसमें सामाजिक, धार्मिक एवं आर्थिक विषयों पर चर्चा की जाएगी।
प्रतियोगिता में विजेता और उपविजेता टीमों को सम्मानित किया जाएगा। आयोजन समिति समापन समारोह को भव्य बनाने की तैयारियों में जुटी हुई है।
आयोजन समिति का सराहनीय योगदान
आज के मैचों को सफल बनाने में आयोजन समिति के सदस्यों का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
इनमें प्रमुख रूप से जयनंदन मांझी, अजती मांझी, भूनेधर बेसरा, सेतुबन मांझी, शिव प्रताप मांझी, नंदकिशोर भोय, अनुज बेसरा, त्रिभुवन भोय, प्रताप मांझी, हीराधर मांझी, नूतन कुमारी, सुखराम मांझी, अशोक मांझी सहित कई अन्य लोग शामिल रहे।
न्यूज़ देखो: खेल से संस्कार और समाज निर्माण
रेंगारटोली में आयोजित यह खेल महोत्सव केवल प्रतियोगिता नहीं, बल्कि युवाओं में अनुशासन, नेतृत्व और सामाजिक चेतना विकसित करने का सशक्त माध्यम बन रहा है। जूनियर खिलाड़ियों को मंच देकर समाज भविष्य की नींव मजबूत कर रहा है। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
खेल से बनेगा उज्ज्वल भविष्य
मैदान में पसीना बहाने वाले युवा ही समाज को नई दिशा देते हैं।
खेल, शिक्षा और संस्कार—तीनों का संगम जरूरी है।
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